गोरखपुराइट्स को जाम से निजात दिलाने के लिए असुरन चौराहे के चौड़ीकरण का काम जारी है. इसी कड़ी में शुक्रवार को 31 दुकानों पर बुल्डोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया.


गोरखपुर (ब्यूरो)।यह कार्रवाई नगर निगम, पीडब्लूडी और पुलिस प्रशासन की संयुक्त टीम ने की है। हालांकि, इस दौरान दुकानदारों ने कार्रवाई का जमकर विरोध भी किया। लेकिन, किसी ने उनकी एक भी नहीं हुई। दुकानदारों को पंखा, बल्ब से लेकर दवाओं तक को निकालने की मोहलत नहीं दी गई। मौके पर कार्रवाई को लेकर कोई अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं था। एडीएम सिटी विनीत कुमार सिंह ने बताया कि दुकानदारों को पहले ही दुकान खाली किए जाने की नोटिस दी जा चुकी थी। चौड़ीकरण के लिए चला बुल्डोजर
बता दें, मेडिकल कॉलेज रोड व गीता वाटिका रोड होते हुए भारी संख्या में लोग धर्मशाला पुल होते हुए गोलघर आते हैैं। लेकिन हर वक्त जाम के झाम से लोगों को सुबह से लेकर शाम तक सामना भी खूब करना पड़ता है। सड़क के चौड़ीकरण के लिए नगर निगम की 25 व रेलवे की 6 दुकानों पर ध्वस्तीकरण के लिए पीडब्लूडी की तरफ से नोटिस दे दी गई थी। जब टीम मौके पर कार्रवाई के लिए बुल्डोजर लेकर पहुंची तो इस बीच श्रृंगार की एक निजी दुकान भी ध्वस्त हो गई। कुछ इसे अतिक्रमण बता रहे थे। लेकिन दुकानदार इसे निजी संपत्ति बताकर विरोध करते हुए दिखे। कार्रवाई के दौरान नगर निगम के तहसीलदार सतीश श्रीवास्तव, आरआई अवध श्रीवास्तव, राम सुचित, अनिल सिंह आदि मौजूद रहे। कमिश्नर व नगर आयुक्त से दुकानदारों ने बताई थी समस्या इससे पहले गुरुवार को नगर निगम की प्रवर्तन टीम के सदस्यों ने दुकानदारों को सामान हटाने को लेकर अल्टीमेटम दिया था। कार्रवाई से परेशान दुकानदारों ने गुरुवार को कमिश्नर रवि कुमार एनजी से मुलाकात की थी। कमिश्नर ने रेलवे, नगर निगम के साथ ही पीडब्लूडी के अधिकारियों से वार्ता करने का आश्वासन दिया था। दुकानदार सुनील कुमार गुप्ता, रमेश गुप्ता, अजय, महेश अग्रहरि, सतीश गुप्ता आदि ने बताया कि रेलवे की तरफ से दुकानों को खाली करने का नोटिस मिला है। हम विकास के विरोध में नहीं है। लेकिन किसी की रोजी रोटी नहीं छिननी चाहिए। दुकान के पीछे रेलवे की काफी जमीन है। उस जमीन में दुकानों को शिफ्ट किया जाए तो कई परिवारों को बर्बाद होने से बचाया जा सकता है।

Posted By: Inextlive