पहले सेनिटाइज फिर चलेगी स्कूल बस
-10 फरवरी से खुल रहे 6 से 8 तक के सभी स्कूल
-अब स्कूल बसों को भी आने-जाने की मिली छूट -एक दिन में दो बार सेनिटाइज होगी स्कूल बस GORAKHPUR: दस महीनों से बंद चल रहे 6 से 8 तक के स्कूल भी अब शासन के निर्देश पर 10 फरवरी से खुलने जा रहे हैं। इसके लिए स्कूलों में भी तैयारियां शुरू हो गई हैं। सबसे बड़ी बात है कि इतने दिनों से स्कूल बस के जाम हुए चक्के भी अब रफ्तार भरेंगे। स्कूल बसों को चलाने के लिए गाइडलाइन आ गई हैं। इसके हिसाब से स्कूल बसों में बंदोबस्त किया जा रहा है। बस को भेजने से पहले अच्छे से सेनिटाइज करना होगा। एक दिन में दो बार बच्चों को स्कूल लाने और घर पहुंचाने से पहले बस को सेनिटाइज करना होगा। बस में करा रहे अरेंजमेंटशासन से सभी स्कूलों में गाइडलाइन भेज दी गई है। गाइडलाइन के अनुसार ही बसों में सेनिटाइज मशीन, थर्मल स्क्रीनिंग मशीन होना अनिवार्य है। जबकि बच्चों के बीच गैप होना भी जरूरी है। बच्चे अगर अधिक हों तो स्कूल बस दो बार भेजनी होगी। किसी भी हाल में मानक से अधिक बच्चे स्कूल बस में नहीं बैठाना है। इसकी प्रॉपर चेकिंग भी होगी। स्कूल प्रबंधन इतने दिनों से खड़ी बसों की छोटी मोटी प्रॉब्लम को दूर कराने के लिए सर्विसिंग भी करा रहे हैं। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे इसके लिए सीट भी अरजेस्ट करा रहे हैं।
मास्क पहनना अनिवार्य बस में बैठने वाले स्टूडेंट के लिए मास्क अनिवार्य है। पेरेंट्स को भी इसके लिए पूरा ध्यान देना होगा कि उनका बच्चा बिना मास्क के स्कूल ना जाए। बिना मास्क बच्चे को बस में बैठने की इजाजत नहीं मिलेगी। वाहन चालक से लेना होगा शपथ पत्र स्कूल बस चालक और उसके सहायक से कोविड 19 से संक्रमित ना होने व स्वयं व उसके परिवार के उचित स्वस्थता संबधी घोषणा पत्र अनिवार्य रूप से प्रबंधन को लेना होगा। जरूरी बातें -स्कूल बस दो बार सेनिटाइज करनी होगी। -चालक और उप चालक को हर समय भौतिक दूरी बनानी होगी। -बस पर चढ़ते समय बच्चे का थर्मल स्क्रीनिंक करना होगा। -बिना मास्क में बस में नहीं मिलेगी बैठने की इजाजत। -सभी बसों की खिड़कियां खुली रहेंगी। स्कूल में बच्चों के लिए जरूरी -टीचर्स को लैब, लाइब्रेरी और क्लास में बच्चों को मास्क पहनाकर ही एंट्री देना है। -ये देखना है कि बच्चे एक दूसरे का मास्क ना चेंज कर पाएं। -स्कूल के अंदर ऐसा अरेंजमेंट होगा जिससे सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन रहे।-स्कूल में बच्चों को इधर-उधर थूकने पर रहेगी रोक।
-बच्चों को अपना चेहरा छूने और सर्दी खांसी की जानकारी दी जाएगी। -सभी स्टॉफ ग्लब्स और फेस मास्क में रहेंगे। -स्टूडेंट अपनी पेन और कॉपी एक दूसरे से नहीं कर सकेंगे शेयर। कोट गाइडलाइन आ गई है। उसका पालन करते हुए स्कूल खोला जाएगा। बसों को भी प्रॉपर सेनिटाइज कर मानक का पालन किया जाएगा। अजय शाही, डायरेक्टर, आरपीएम एकेडमी चालक और उसके सहायक से शपथ पत्र लिया जा रहा है। जितना मानक गाइडलाइन में दिया है, उसी हिसाब से बच्चे बस में बैठेंगे। राजीव गुप्ता, डायरेक्टर, स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेज बसों में सेनिटाइज मशीन लगी है। बच्चों की सुरक्षा के साथ कोई खिलवाड़ नहीं किया जाएगा। मानक के अनुसार ही बच्चे आएंगे। अमरीश चन्द्रा, एग्जीक्यूटिव प्रिंसिपल, सेंट पॉल्स स्कूल