रामगढ़ताल एरिया के बुद्ध विहार स्थित होटल में संदिग्धों की चेकिंग के दौरान कानपुर के रियल स्टेट कारोबारी की जान चली गई। आरोप है रात में चेकिंग का विरोध करने से बौखलाई पुलिस ने कारोबारी को पीट दिया। चोट लगने से उनकी मौत हो गई। मामला तूल पकड?े पर एसएसपी डॉ। विपिन ताडा ने इंस्पेक्टर जेएन सिंह समेत 6 पुलिस कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया। पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पत्नी मीनाक्षी समेत अन्य परिजन बीआरडी में धरने में बैठ गए। मामले की गूंज लखनऊ तक पहïुंची तो सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृत मनीष की पत्नी मीनाक्षी बात की और कार्रवाई के आश्वासन के साथ हïी 10 लाख रुपए मुआवजा दिलवाने की बात कहïी। साथ हïी पुलिसकॢमयों के खिलाफ कार्रवाई का अश्वासन भी दिया। 3 लोगों को नामजद कर उनके ऊपर गैर इरादतन हïत्या का केस दर्ज किया गया। पुलिस सुरक्षा में देर रात शव को कानपुर के लिए रवाना कर दिया गया।


गोरखपुर (ब्यूरो) : कानपुर जिले के बर्रा क्षेत्र अंतर्गत जनता नगर, 736 ईड?लूएस निवासी नंदकिशोर गुप्ता के इकलौते बेटे मनीष गुप्ता (36) रियल स्टेट कारोबार से जुड़े थे। उनकी जान पहचान सिकरीगंज के महदेवा बाजार के चंदन सैनी से है। मनीष अपने दोस्त गुड?ांव के प्रदीप चौहान और हरदीप चौहान के साथ सोमवार को गोरखपुर घूमने आए थे। उनके कहने पर चंदन सैनी ने रामगढ़ताल एरिया के बुद्ध विहार स्थित होटल में रुम नंबर 512 बुक कराया। तीनों सोमवार को होटल पर पहुंच गए। खाने-पीने के बाद तीनों कमरे में सो गए। रात करीब साढ़े 12 बजे रामगढ़ताल एसएचओ जेएन सिंह अपने साथ दरोगा और सिपाहियों को लेकर पहुंचे। होटल के रिसेप्शनिस्ट संग पुलिस ने मनीष के रूम को नॉक किया। उस समय मनीष सो रहे थे। दोनों दोस्तों से पुलिस ने आईडी मांगी।रात में चेकिंग पर बिगड़ी बात


आधी रात को चेकिंग की बात को लेकर पुलिस से उनकी कहासुनी हो गई। आरोप है, पुलिस ने दोनों को पीटना शुरू कर दिया। तभी मनीष की भी नींद खुल गई। मनीष ने आपत्ति जताई। बातों-बातों में बोल दिया कि वह लोग आतंकवादी नहïीं हैं। इसके बाद गुस्साए पुलिसकॢमयों ने उनको जमकर पीटा। चोट लगने से उनकी नाक से खून बहने लगा। हालत बिगड?े पर पुलिस टीम मनीष को तारामंडल स्थित नॄसग होम ले गई। वहां डॉक्टरों ने मनीष को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। मनीष की मौत के बाद उनके दोस्तों ने हंगामा शुरू कर दिया। इसकी सूचना रात में ही मनीष की पत्नी को दी गई। रात से ही पुलिस मामले को मैनेज करने में जुट गई। कर्मचारियों ने आनन-फानन में होटल की सफाई कर दी। मां-पिता के इकलौते बेटे, मंगलवार को गोरखनाथ मंदिर जाने की थी तैयारी

मनीष की मौत के बाद उनकी बॉडी को पोस्टमार्टम में रखवाकर पुलिस का पहरा लगा दिया गया। सुबह ही विभिन्न थानों की पुलिस वहां तैनात कर दी गई। सीनियर अफसरों ने बताया, होटल में संदिग्धों के ठहरने की सूचना पर एसएचओ ने जांच पड़ताल की थी। मनीष अपनी मां-बाप की इकलौती संतान थे। आठ साल पूर्व उनकी शादी हुई थी। परिवार में उनकी पत्नी मीनाक्षी गुप्ता, चार साल का बेटा अविराज गुप्ता और बीमार पिता नंद किशोर हैं। मनीष की बहनों की शादी हो चुकी है। घटना की सूचना पाकर पत्नी भी बेटे और रिश्तेदारों संग गोरखपुर आ गईं। चंदन सैनी ने बताया कि मंगलवार को तीनों दोस्त गोरखनाथ मंदिर घूमने जाने वाले थे। चंदन का कहना है कि उनके तीनों दोस्त गोरखपुर घूमने और बिजनेस की बात करने के लिए जुटे थे। चेकिंग के दौरान पुलिस कमरे में गई थी। हड़बड़ाहट में गिरने से एक युवक को चोट लग गई। होटल कर्मचारी संग उनको उपचार के लिए ले जाया गया। वहां उनकी मौत हो गई। इस मामले में एसएचओ सहित छह पुलिस कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। एसपी नार्थ मामले की जांच करके रिपोर्ट देंगे, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। डॉ। विपिन ताडा, एसएसपी गोरखपुर

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