नशे के सौदागर गुप्ता ब्रदर्स को अरेस्ट करने में नाकाम गोरखपुर पुलिस अब उन्हें अरेस्ट स्टे मिलने के बाद एक्टिव हुई है. गोरखपुर जोन के एडीजी अखिल कुमार ने शुक्रवार को गूगल मीट पर जोन के पुलिस अधिकारियों संग मीटिंग की. इसमें एडीजी ने मादक पदार्थों नशीली दवाओं की तस्करी बिक्री और उपयोग पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए. एडीजी ने सभी डीआईजी और पुलिस कप्तानों से इस संबंध में की गई अब तक की कार्रवाई की समीक्षा भी की. इस दौरान नशीली दवाओं के सौदागरों पर पूरी तरह अंकुश लगाने के लिए कार्य योजना बनाई गई. अधिकारियों ने इसके संबंध में एडीजी को विस्तार से जानकारी दी.


गोरखपुर (ब्यूरो).=एडीजी ने जोन के सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि मादक पदार्थों की सप्लाई चेन को समझते हुए इसपर कार्रवाई की जाए। मुख्य सप्लायर और क्रेता कौन है, इसके संबंध में विशेष रूप से जानकारी की जाए। नशीली दवाओं और मादक पदार्थों के साथ पकड़े गए व्यक्तियों से पूछताछ कर पुलिस उनके स्रोत तक पहुंचने का प्रयास करे। इसके साथ ही नेपाल बार्डर पर बने कंट्रोल रूम और वॉच टावरों की समीक्षा करते हुए नशे के कारोबार पर निगरानी करने के निर्देश दिए। एडीजी ने कहा कि नेपाल बार्डर पर क्रास बार्डर ड्रग ट्रैफिकिंग पर भी एसएसपी संग मिलकर निगरानी की जाए। नशे के सौदागरों पर लगाएं गैंगेस्टर
एडीजी अखिल कुमार ने पड़ोसी देश नेपाल के बॉर्डर इलाकों से मादक पदार्थों की तस्करी के संबंध में भी कनेक्शन लेने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने नशे के कारोबार में लिप्त चिन्हित अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के साथ कार्रवाई और उनकी संपत्ति जब्त करने और ध्वस्तीकरण के कार्रवाई की भी समीक्षा की। एडीजी ने इस कार्रवाई में और तेजी लाए के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। 2 करोड़ की पकड़ी गई थी नशीली दवाएं


बीते 6 अगस्त को गीडा और संतकबीर नगर के खलीलाबाद में 2 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य की नशीली दवा बरामद हुई थीं। इन दवाओं में कफ सिरप फेंसिडि, मेडरॉल, डाइजापॉम और अल्प्रॉक्स शामिल है। आरोप है कि दवाओं की यह तस्करी गुप्ता ब्रदर्स कर रहे थे। इस मामले में ड्रग विभाग और पुलिस की टीम ने मौके से 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। जबकि गुप्ता ब्रदर्स तभी से फरार हो गए।

Posted By: Inextlive