सरकारी स्कूलों में बच्चों को टीचर्स खेल एग्जाम्पल और एक्सपेरिमेंट कर पढ़ाएंगे. शिक्षा विभाग का मानना है कि आसान और इंटरटेनमेंट के साथ पढ़ाई कराने पर बच्चे कोई भी चीज जल्दी सीखेंगे. ऐसी एक्टिविटी से टीचर्स और बच्चों के बीच संबंध भी गहरे होते हैं. शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद ने सभी बीएसए को आदेश जारी कर इसे स्कूलों में लागू करने के लिए कहा है. इसके लिए शिक्षा विभाग द्वारा सरकारी स्कूलों के टीचर्स को अगस्त से दिसम्बर तक की गतिविधियों का पूरा ब्योरा उपलब्ध करा दिया गया है.


गोरखपुर (ब्यूरो).बीएसए ऑफिस में जो लेटर आया है, उसमे महानिदेशक ने कहा कि टीचर बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ खेल गतिविधियां भी कराएं। आसपास के वातावरण से जुड़े उदाहरणों से समझाएं। इससे बच्चों में टीचर के प्रति संकोच और हिचकिचाहट दूर होगी और बच्चे भी स्मार्ट बनेंगे।प्रेरणा एप पर अपलोड करेंगे एक्टिविटीस्कूलों में कराई जाने वाली एक्टीविटीज को टीचर हर सप्ताह प्ररेणा एप पर अपलोड करेंगे। इनका आकलन कर अधिकारी इसे और बेहतर बनाने में मदद करेंगे। सराहनीय गतिविधियां होने पर टीचर्स को सम्मानित भी किया जाएगा। इससे टीचर्स का मनोबल भी बढ़ेगा। विभाग द्वारा नियुक्त प्रवेक्षक स्कूलों में जाकर गतिविधियों का मुआयना करेंगे। टीचर संकुल की बैठक में गतिविधियों के प्रभावी ढंग से किए जाने पर चर्चा होगी।अगस्त से दिसम्बर तक की एक्टीविटीज -अगस्त समूह में सिखाना, छात्रों के साथ घरेलू सामाग्री व स्टेशनरी का उपयोग कर शिक्षण सहायक समाग्री (टीएलएम) तैयार करें।


-सितम्बर बच्चों की टीम वार प्रतियोगिता होगी। विज्ञान व गणित के मॉडल बनाएंगे। स्कूल लगने वाले मेले में अभिभावक व प्रधान निरीक्षण कर देखेंगे।-अ1तूबर छात्रों से विज्ञान व गणित के मॉडल बनवाए जाएंगे। नुक्कड़ नाटक, कहानी की प्रस्तुति, पाठ्य योजना।-नवम्बर आउट डोर खेल, पत्र लेखन, कला पेंटिंग और पत्र लेखन।

-दिसम्बर व्यवसाय दिवस और पाठन पाठन की गतिविधि आयोजित होंगी।-क्लास में संवाद करके पढ़ाएं, पढ़ते समय आसपास वातावरण में मौजूद उदाहरणों का प्रयोग करें।-रचनात्मकता, तार्किक सोच एवं निर्णय लेने की क्षमताओं की दक्षता को बढ़ाएं।-नवीन और अनुभवात्मक विधियों को शामिल करना।स्कूल - 2500बच्चे - 3.5 लाखअगस्त से दिसंबर तक स्कूलों में होने वाली एक्टिीविटीज की लिस्ट आ गई है। स्कूलों में इस लिस्ट को भेज दिया गया है। जिसके मुताबिक बच्चों को टीचर पढ़ाएंगे।- रमेन्द्र सिंह, बीएसए

Posted By: Inextlive