- घर के मुखिया के होम आइसोलेट होने पर बदल गया है घर का रूटीन

- रूटीन बदलने व ऑफिस से बच्चे के दुलार प्यार से हो गई दूरी

- वीडियो कॉलिंग के जरिए घर में कर रहे अपने बच्चे को लाड प्यार

GORAKHPUR:

पापा प्लीज दरवाजा खोलो न हमारे कमरे में आओ नहीं बेटा हम अभी कुछ दिन आपसे दूर रहेंगे। जब ठीक हो जाएंगे। उसके बाद आपके साथ खेलेंगे। यह वाकया है, सिंघडि़या के रहने वाले एनके मिश्रा की। एक प्राइवेट कंपनी में काम करने वाले एनके मिश्रा अपने मां-बाप, पत्नी और छह साल की बच्ची के साथ निजी आवास में रहते हैं। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद उनके मकान के गेस्ट रूप में उन्हें होम आईसोलेट कर दिया गया है। वो अपने बेड रूम में नहीं सो सकते। आलम यह है कि उनके दो दिन से होम आईसोलेट होने के बाद से अपने पापा की दुलारी बेटी श्रेया बार-बार अपने पापा के बंद होने पर अपने मम्मी, दादा-दादी से सवाल करती रहती है। पापा क्यों नहीं निकल रहे हैं। मुझसे मिल क्यों नहीं रहे हैं। लेकिन वहीं घर के बाकी सदस्य उस बच्ची को किसी तरह से सांत्वना देकर उसे पुचकार रहे हैं। यह तो कहानी एक परिवार की है। ऐसे दर्जनों लोग हैं जो एसिंम्टोमेटिक कोरोना पॉजिटिव होने पर अपने घर में होम आईसोलेट हो चुके हैं। वहीं हेल्थ डिपार्टमेंट की तरफ से दिए गए गाइडलाइन का भी लोग पालन कर रहे हैं।

सेफ्टी के लिए करवा लिया था कोरोना की जांच

बता दें, तीन दिन से कोरोना जांच में तेजी कर दी गई है। हर किसी को अब डर सताने लगा है। खासतौर से उन लोगों को जो किसी न किसी बीमारी से ग्रसित हैं। लेकिन ऐसे लोगों को डरने के बजाय अपने कोरोना की जांच करा लेना ही डॉक्टर सलाह दे रहे हैं। जो घर से बाहर किसी काम से भी रोज निकल रहा है, उसे तो अपने परिवार की सेफ्टी के लिए जरूर जांच कराने की सलाह दी जा रही है। प्राइवेट बैंक पर मैनेजर के पद काम करने वाले भीमसेन बताते हैं कि उनका घर मैत्रीपुरम में है। वे अपने परिवार की सेफ्टी के लिए 23 को कोरोना की जांच कराए थे। कुछ दिन पहले उन्हें फीवर था। लेकिन वे खुद की सेफ्टी के लिए कोरोना सैंपल की जांच करवाए तो वे पॉजिटिव आ गए। वे बताते हैं कि पॉजिटिव आने के बाद वे कुछ देर के लिए शाक्ड तो जरूर हुए। लेकिन घर पर फोन कर तुरंत अपने सेपरेट व्यवस्था करने की बात पत्नी को बताए। पत्नी ने भी सूझबूझ के साथ उनकी व्यवस्था घर के एक कमरे में कर दी। रूम में अटैच टायलेट होने के नाते हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम ने भी उन्हें होम आईसोलेट कर दिया। अब वह अपने परिवार से दूरी बनाते हुए वीडियो कालिंग के जरिए बातचीत करते हैं। एहतियात बरतते हुए वे खुद ही परिवार के सदस्यों को खुद से दूर रहने की सलाह देते हैं।

होटल में रहना बेहतर समझे

कमोबेश खोरोबार के रहने वाले एसके सिंह बताते हैं कि वे उन्हें न तो फीवर था न तो कोई कोरोना का लक्षण था। जिस कंपनी में काम करते थे। उनके ऑफिस कलीग के साथ वे अपना भी कोरोना टेस्ट कराने चले गए। कुछ देर बाद एंटीजन जांच में उन्हें काल आया कि वे पॉजिटिव हैं। उसके बाद से उनके होश उड़ गए। फिर क्या, वे अपने घर के बजाय होटल में रहना बेहतर समझे। उन्होंने घर वालों को इस बात की सूचना दे दी कि वे कोरोना पॉजिटिव हैं। लेकिन होटल में ठहरे हैं। परिवार के सदस्यों ने उन्हें बाहर ही बार कपड़ा भी पहुंचा दिया। यही हाल वीर बहादुर सिंह स्पो‌र्ट्स कालेज में एडमिट डीके कुमार का था। वे बताते हैं कि वे भी घर नहीं पहुंचे। बाहर से ही घर से निकल गए।

फैक्ट फीगर

इन जगहों से लिए गए सैंपल

पिपरौली ब्लाक - 15

भटहट - 39

सहजनवां - 54

बांसगांव - 32

खोराबार - 27

कुल - 167

इसके अतिरिक्त सिटी के इन जगहों से लिए गए सैंपल

- जाफरा बाजार, बेतियाहाता, झरना टोला, मोहद्दीपुर, दीवान बाजार, निजामपुर, बसंतपुर, छोटे काजीपुर

नोट - इन जगहों से कुल 400 सैंपल लिए गए

वर्जन

जो भी कोरोना की जांच करवाना चाहता है। वो करवा सकता है। अगर वह होम आईसोलेशन की व्यवस्था चाहता है तो उसे इस सुविधा का लाभ दिया जा रहा है। बशर्ते मानक पूरा कर रहा हो।

डॉ। श्रीकांत तिवारी, सीएमओ

Posted By: Inextlive