- आईसोलेशन वार्ड में एडमिट रसूखदार मरीज करते हैं बदसलूकी

- घर जैसी सुविधा को लेकर हॉस्पिटल में बनाते हैं फोटो व वीडियो

GORAKHPUR: आईसोलेशन वार्ड में इतनी गंदगी, साफ तो कर दो भाई। देखिए सर, सुबह से शाम तक तीन टाइम झाडू व पोछा लगता है। खाना-पीना भी सही नहीं है। एक ट्वीट कर देंगे, सब ठीक हो जाएगा। सर कर दीजिए। अब जो संसाधन हैं, उसी में हमें भी करना पड़ता है। यह तू-तू, मैं-मैं आए दिन रेलवे हॉस्पिटल के आईसोलेशन वार्ड में रसूखदार कोरोना मरीजों और स्टाफ के बीच चल रही है। हालांकि हेल्थ डिपार्टमेंट पहले के मुकाबले कोरोना मरीजों की सुविधा में इजाफे का दावा कर रहा है लकिन कुछ रसूखदार मरीज घर जैसी सुविधा की मांग करते हुए डेली वीडियो बना बहस में उलझ जा रहे हैं।

18 लोगों की टीम कर रही इलाज

बता दें, गोरखपुर मंडल के चारों जिले गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया व महराजगंज जिले के कोरोना मरीजों को रेलवे हॉस्पिटल के आईसोलेशन वार्ड में एडमिट किया जा रहा है। यहां 110 मरीज भर्ती हैं। हेल्थ डिपार्टमेंट के छह डॉक्टर्स की टीम इलाज में जुटी हुई है। वहीं छह नर्सेज इनकी देखरेख में लगाई गई हैं। इसके अलावा 6 अन्य सफाई वार्ड कर्मचारी भी लगाए गए हैं। ड्यूटी पूरी होने पर इन लोगों को होम क्वारंटीन भी किया जाता है। फिर नई टीम बनाई जाती है। यहां इलाज और देखरेख की जिम्मेदारी एडिशनल सीएमओ डॉ। नंद कुमार को दी गई है।

फोटो व वीडियो बना डालते हैं प्रेशर

हेल्थ डिपार्टमेंट के उच्च अधिकारी ने बताया कि रेलवे हॉस्पिटल के आईसोलेशन वार्ड में कुछ टीटीई, इंस्पेक्टर के बेटे, डॉक्टर, पैथोलॉजिस्ट, नेता, पत्रकार आदि एडमिट हैं। इनमें कुछ डिस्चार्ज भी कर दिए गए हैं। लेकिन जो बचे हैं उन्हें जो खाने-पीने के आइटम्स प्रोवाइड किए जा रहे हैं, उनमें कमियां निकालना और उसकी फोटो और वीडियो बना प्रेशर बनाने का काम किया जाता है। कमी मिलने पर उसे तत्काल दुरुस्त कराया जाता है। लेकिन जिन फैसिलिटीज की मॉनिटरिंग खुद डीएम कर रहे हैं और जो संसाधन डीएम की तरफ से मुहैया कराए जा रहे हैं, उन्हीं की कंप्लेन करने की धमकी रसूखदार पेशेंट्स देते हैं। जबकि मरीजों के हेल्थ के दृष्टिगत उनके लिए ड्राई फ्रूट्स, नाश्ता, लंच और डिनर के साथ दवा की व्यवस्था कराई गई है। सामान्य मरीज जहां इन व्यवस्थाओं की तारीफ करते हैं, वहीं रसूखदार लोग इसकी आलोचना करने से बाज नहीं आते हैं।

लगातार हो रही निगरानी

सीएमओ डॉ। श्रीकांत तिवारी ने बताया कि हर वार्ड में बेड को एक मीटर की दूरी पर रखा गया है ताकि इंफेक्शन न फैले। टॉयलेट व बाथरूम समेत वार्ड में साफ-सफाई की जिम्मेदारी वार्ड इंचार्ज संभालते हैं। उन्हें वॉर्निग भी दी गई है कि अगर गंदगी मिली तो सीधे सस्पेंड कर दिया जाएगा। इसकी मॉनिटरिंग सीसीटीवी कैमरे से की जा रही है। जो संसाधन हैं उसमें बेहतर सुविधा देने की पूरी कोशिश की जा रही है।

वर्जन

रेलवे हॉस्पिटल के आईसोलेशन वार्ड में कुछ रसूखदार टाइप के लोग हैं जो घर जैसी सुविधा की मांग करते हैं। अब ऐसे लोगों को घर जैसी व्यवस्था कहां से दी जा सकती है। जितने हमारे पास बेहतर संसाधन उपलब्ध हैं दिए जा रहे हैं। डीएम की तरफ से जो सुविधा दी जा रही है, उसे पूरा कराया जाता है।

- डॉ। श्रीकांत तिवारी, सीएमओ

Posted By: Inextlive