फ्रेंच जर्मन स्पेनिश जैसी लैंगवेज को सीखने के लिए स्टूडेंट्स को किसी दूसरे शहर में जाने की जरूरत नहीं है. दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी में अब फॉरेन लैंगवेज की भी पढ़ाई होगी.


गोरखपुर (ब्यूरो)।सेशन 2023-24 से यूनिवर्सिटी में फ्रेंच, जर्मन और स्पेनिश की पढ़ाई शुरू हो रही है। स्टूडेंट अब यहीं से लैंगवेज एक्सपर्ट बनेंगे। यह एक सर्टिफिकेट कोर्स होगा, जिसके लिए यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स के साथ ही कोई भी अप्लाई कर सकता है। यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने इस कोर्स को स्टूडेंट्स की स्किल को डेवलप करने के लिए शुरू किया है। होगा 6 मंथली कोर्सफैकल्टी ऑफ वोकेशनल स्टडीज के तहत यह कोर्स 6 महीने के होंगे। इसे अगर यूनिवर्सिटी में पहले से कोई इंरोल्ड स्टूडेंट करता है तो उसे 50 परसेंट का डिस्काउंट भी मिलेगा। वहीं यह उसके क्रेडिट में जुड़ जाएगा। ऐसे में यह कोर्स करने के बाद स्टूडेंट को सर्टिफिकेट दिया जाएगा। यूनिवर्सिटी ने इसके लिए 30-30 सीटें निर्धारित की हैं, जिसके लिए अप्लीकेशन आने शुरू हो गए हैं। फ्यूचर में चाइनीज और जैपनीज भी
फैकल्टी ऑफ वोकेशनल स्टडीज के डीन प्रो। राजर्षि गौर ने बताया कि फ्रेंच, जर्मन, स्पेनिश की शुरुआत के बाद यूनिवर्सिटी में चाइनीज और जैपनीज की भी पढ़ाई होगी। फॉरेन लैंगवेज के बारे में बताने के लिए लैंगवेज एक्सपट्र्स के गेस्ट लेक्चर की भी तैयारी है। अभी कुछ दिनों पहले बायोटेक्नॉलॉजी डिपार्टमेंट में जर्मन लैंगवेज की एक्सपर्ट से एक गेस्ट लेक्चर भी ऑर्गनाइज हुआ था। इन कोर्सेज की डिमांड काफी ज्यादा है।


एग्रीकल्चर स्टूडेंट्स सीखेंगे दो फॉरेन लैंगवेजवीसी प्रो। राजेश सिंह के अनुसार एग्रीकल्चर के स्टूडेंट्स को दो विदेशी भाषाओं का कोर्स भी करना होगा। उन्हें व्यावसायिक भाषा के रूप में उभर रही जैपनीज और चाइनीज में से एक चुनना होगा। इसके साथ ही उन्हें जर्मन, फ्रेंच, स्पेनिश में से एक लैंगवेज की पढ़ाई करनी होगी। इससे उनके पास रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे।इस फील्ड में है डिमांडफॉरेन लैंगवेज सीखने वालों की डिमांड हर जगह होती है। खास करके टूरिज्म और होटल मैनेजमेंट के क्षेत्र में इसकी सबसे ज्यादा जरुरत है। प्रदेश के साथ ही गोरखपुर भी टूरिज्म का हब बन रहा है। ऐसे में फॉरेन टूरिस्ट्स के साथ बातचीत के लिए ट्रांसलेटर की जरुरत होती है। इसके साथ ही अगर हम विदेश जाते हैं तो वहां भी इसका लाभ मिलेगा। यूनिवर्सिटी में फ्रेंच, जर्मन और स्पेनिश की पढ़ाई इस सेशन से शुरू होगी। इसके लिए ऑनलाइन अप्लीकेशन लिए जा रहे हैं। पहले से यूनिवर्सिटी में इन्रोल्ड स्टूडेंट्स अगर इसे करते हैं तो यह उनके क्रेडिट में जुड़ जाएगा। प्रो। राजर्षि गौर, डीन, फैकल्टी ऑफ वोकेशनल स्टडीज

Posted By: Inextlive