- संक्रमण से उबर चुकीं 9 महिलाओं का डाटा कलेक्ट कर होगी स्टडी

- माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट ने की तैयारी, गायनी डिपार्टमेंट की ली जाएगी हेल्प

GORAKHPUR: कुछ महिलाओं में कोरोना संक्रमण से उबरने के बाद गर्भ न ठहरने की शिकायत मिल रही है। ऐसी 9 नवविवाहित महिलाएं सामने आई हैं। इनमें से 6 पिछले साल संक्रमित हुई थीं। जांच में सब सामान्य हैं। बीआरडी मेडिकल कॉलेज का माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट इनके खून के सैंपल लेगा और स्टडी कर यह जानने की कोशिश की जाएगी कि कहीं कोरोना संक्रमण का दुष्प्रभाव तो इनके शरीर पर नहीं पड़ा है। इसके लिए विभाग के सीनियर रेजीडेंट को गायनी के संपर्क में रहने को कहा गया है, ताकि ऐसी महिलाओं का डाटा अधिक संख्या में उपलब्ध हो सके।

स्टडी के बाद ही स्थिति होगी स्पष्ट

माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट की मानें तो इन महिलाओं की संक्रमित होने के पहले की कोई जांच रिपोर्ट उपलब्ध नहीं है। इसलिए स्टडी न होने तक दुष्प्रभाव के बारे में केवल अनुमान ही व्यक्त किया जा सकता है। स्टडी के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।

3 चीजों की होगी जांच

इस तरह की शिकायत लेकर आ रहीं महिलाओं का सीमन एनालिसिस कर यह पता करने की कोशिश की जाएगी कि उनकी संख्या व साइज क्या है। हामरेंस का स्तर भी देखा जाएगा। इसके अलावा बच्चेदानी के साइज की स्टडी की जाएगी। अगर ये सभी सामान्य से कम या ज्यादा हैं तो कोरोना संक्रमण के दुष्प्रभाव का अनुमान लग सकता है। यदि इन तीनों की जांच संक्रमण के पहले भी हुई होती तो स्पष्ट रूप से कहा जा सकता था कि यह बदलाव कोरोना के चलते हुआ है।

केस वन

गायत्री नगर निवासी एक न्यूली कपल को फैमिली प्लानिंग के लिए डॉक्टर को दिखाने के बाद भी सफलता नहीं मिली। जबकि विवाह के बाद वे कोरोना संक्रमण के चपेट में आ गए थे।

केस टू

शिवपुर सहबाजगंज निवासी न्यूली कपल की शादी 2020 में हुई थी। सेकेंड वेव में मई में कोविड पॉजिटिव होने पर होम आइसोलेशन में रहते हुए कोरोना से जंग तो जीत ली, लेकिन फैमिली प्लानिंग के लिए डॉक्टर के पास जाने पर तमाम जांच लिखी गईं। इलाज भी जारी है।

वर्जन

संक्रमण से उबर चुकी महिलाओं का डाटा कलेक्ट किया जा रहा है। 9 महिलाओं के बारे में पता चला है कि संक्रमण के बाद उन्हें गर्भ नहीं ठहर रहा है। ऐसी महिलाओं की जांच कर यह पता करने की कोशिश की जाएगी कि कहीं यह कोरोना दुष्प्रभाव की वजह से तो नहीं है।

डॉ। अमरेश सिंह, एचओडी, माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट

स्टडी में जितना संभव होगा, हम लोग सहयोग करेंगे। ऐसी महिलाओं का डाटा माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट को उपलब्ध कराया जाएगा। कोरोना के दुष्प्रभाव स्टडी के बाद ही सामने आएंगे। इसलिए गायनी डिपार्टमेंट पूरा सहयोग करने केलिए तैयार है।

डॉ। वाणी आदित्य, एचओडी, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग

Posted By: Inextlive