ये केस केवल बानगी भर हैं. साइबर क्रिमिनल्स अब नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. ध्यान देने वाली बात यह है कि यह तरीके नए हैं और लोगों की रोजमर्रा जिंदगी से जुड़े हुए हैं. बहुत से लोग तो कम्प्लेन दर्ज कराने पहुंच जा रहे हैं मगर अब भी बड़ी तादाद में लोग ऐसे भी हैं जो ठगी का शिकार होने के बाद भी लोक-लाज के डर से शिकायत ही दर्ज नहीं कराते हैं. इन दिनों जालसाज बिजली बकाया के नाम पर कनेक्शन काटने का मैसेज लोगों के मोबाइल पर भेज रहे हैं. जिसपर एक मोबाइल नंबर पर कॉन्टेक्ट करने को कह रहे हैं. कॉन्टेक्ट करके दर्जनों लोग साइबर ठगी के शिकार बन चुके हैं.


गोरखपुर (ब्यूरो)। ऐसे मामलों की शिकायत साइबर सेल में आई हैं।केस-1गोरखपुर के एक व्यक्ति के पास कॉल आई मैं सीबीआई से बोल रहा हूं, तुम्हारी अश्लील फोटो मेेरे पास हैं, कहां अश्लीलता कर रहे थे। इस पर व्यक्ति ने बोला कि मैंने कुछ नहीं किया सर, वो मेरी फोटो नहीं हो सकती है। इसपर कॉल करने वाले बोला कि मैं सीबीआई से हूं, मुझे अपनी न्यूड फोटो भेजो, दोनों तस्वीरों को मैच कराकर देखूंगा। अगर तुम नहीं होगे तो तुम्हें कुछ नहीं होगा। इस पर व्यक्ति ने अपनी फोटो भेज दी। इसके बाद उसकी असली न्यूड फोटो से उसे साइबर फ्रॉड करने वाले ठग ब्लैकमेल करने लगे। साइबर थाने में जब पीडि़त व्यक्ति ने कम्प्लेन कराई तब जाकर इस ब्लैकमेलिंग से उसे छुटकारा मिला।केस-2


शहर के एक व्यक्ति के मोबाइल पर बिजली बिल बकाया को लेकर एक मैसेज आया। जिसमे लिखा अंग्रेजी में लिखा था कि आज रात 9.30 बजे आपका बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा। जल्द से जल्द इस नंबर पर कॉन्टेक्ट करें। इसके बाद उस नंबर पर व्यक्ति ने कॉन्टैक्ट किया। जिसके बाद वो साइबर ठगी का शिकार हो गया। उसने इसकी शिकायत गोरखपुर साइबर सेल में कराई है।केस-3

रविवार को एक युवती साइबर सेल पहुंची। उसने बताया कि उसके पास एलजी कंपनी का एसी है। उसकी सर्विसिंग के लिए गूगल पर टोल फ्री नंबर खोज रही थी, तो एक नंबर मिला। जिसपर उसने कॉल किया तो उधर से युवती को एक एप डाउनलोड करने के लिए कहा गया। एप डाउनलोड करते ही युवती के पांच बार में 97 हजार रुपए कट गए। तब जाकर वो समझी कि वो साइबर ठगी की शिकार हो गई है। उसने फौरन उस एप को डिलीट किया। रविवार को उसने साइबर सेल में जाकर कम्प्लेन दर्ज कराई है। शॉर्ट टार्म लोन के नाम पर ठगीप्ले स्टोर पर कई एप ऐसे हैं, जो शॉट टार्म लोन दे रहे हैं। इसमे बकायदा वीडियो कॉल से एक दूसरे से बात होती है। इसके बाद पांच से दस हजार लोन भी दिया जाता है। लोन अदा करने के बाद जालसाज वीडियो फुटेज के आधार पर जाल में फंसे लोगों को ब्लैकमेल कर रहे हैं। शीशा साफ करते ही फास्ट टैग से पार दे रहे पैसे

साइबर ठगी करने वाले इस समय एक और नायाब तरीका निकाले हुए हैं। जालसाज जिन गाडिय़ों में फास्ट टैग लगा है, उनका शीशा कपड़े से साफ करके कार के शीशे पर लगे फास्ट टैग से पैसे उड़ा दे रहे हैं। इसलिए लोगों को सावधान होने की जरूरत है। अभी तक गोरखपुर में ऐसे मामले नहीं आए हैं। बाहर ऐसी घटनाएं सामने आई हैं। जिसको देखते हुए यहां भी लोगों को साइबर सेल की टीम सोशल मीडिया के जरिए अवेयर कर रही है। इन तरीकों से हो रही साइबर ठगी- बिजली बिल बकाया के नाम पर भेज रहे मोबाइल पर मैसेज- शार्ट टाइम लोन के लिए एप डाउन लोड कराकर हो रही ठगी- जॉब के लिए ऑफर लेटर भेजकर मांग रहे पैसे- गल्र्स को एयर होस्टेज बनाने के लिए गल्र्स का फिटनेस चेक कर उनकी फोटो बना कर रहे ब्लैकमेल- वॉट्सएप और फेसबुक पर दोस्ती कर वीडियो कॉल करके ब्लैकमेंलिंग- लोन दिलाने के नाम एप डाउन लोड कराकर ठगी- रिमोर्ट कंट्रोल एप डाउनलोड कराकर ठगी- फर्जी शादी डॉट कॉम वेबसाइट बनाकर ठगीठगी का शिकार होने पर यहां करें कम्प्लेनहेल्पलाइन नंबर - 1930वेबसाइट पर करें शिकायत- cybercrime.gov.inइस समय जो लेटेस्ट साइबर ठगी के मामले आ रहे हैं, उसमें बकाया बिजली के बिल का मैसेज लोगों मोबाइल पर जा रहा है। इसके बाद लोग इनसे कॉन्टेक्ड कर साइबर ठगी के शिकार हो जा रहे हैं। - सुनील कुमार पटेल, प्रभारी, साइबर सेल

Posted By: Inextlive