पुलिस लाइंस में अस्थाई रूप से चल रहे साइबर थाने के लिए जमीन की तलाश शुरू कर दी गई है. डीआईजी जे. रविंद्र गौड़ के आदेश पर पुलिस प्रशासनिक टीम की मदद से जमीन की तलाश कर रही है. एम्स थाने में भी विकल्प तलाशा जा रहा है. सारी कवायद है कि जल्द से जल्द स्थाई जगह पर थाने को शिफ्ट कर दिया जाएगा जो शहर के बीच में हो.


गोरखपुर (ब्यूरो)। जानकारी के मुताबिक, दो साल पहले जिले में साइबर थाने की शुरुआत की गई थी। अब तक एक करोड़ रुपए से अधिक की जालसाजी की गई रकम को लोगों के खातों में वापस कराने में भी सफलता मिली है। दो साल पूरे होने पर डीआईजी जे। रविंद्र साइबर थाने के कामकाज की समीक्षा किए और निरीक्षण को भी गए। इस दौरान उन्होंने इसे स्थायी भवन में शिफ्ट करने का फैसला किया और प्रशासनिक अफसर की मदद से जमीन की तलाश भी शुरू करा दी है। थाने की मॉनीटरिंग डीआईजी खुद कर रहे है, ताकि खातों से उड़ाए जा रहे जालसाजी के रकम की वापसी हो सके। इसके अलावा जालसाजी न होने पाए, इसके लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। डीआईजी के मुताबिक, साइबर टीम कॉलेज, कोचिंग, आफिस व अन्य सार्वजनिक स्थानों पर जाकर लोगों को जागरुक करने का काम कर रही है।

Posted By: Inextlive