- एक पखवारे में मिली दो युवतियों की डेड बॉडी

- हर साल लावारिस डेड बॉडी मिलने के आते मामले

एक पखवारे में मिली दो युवतियों की डेड बॉडी

- हर साल लावारिस डेड बॉडी मिलने के आते मामले

GORAKHPUR: GORAKHPUR: जिले में बाढ़ का पानी बढ़ने के साथ-साथ लावारिस हाल डेड बॉडी मिलने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। बारिश का पानी हर साल लाशों को बहाकर ले आता है। नदियों और तालाबों में मिलने वाली डेड बॉडी पुलिस के लिए सिरदर्द बन जाती है। एक तरफ जहां डेड बॉडी की पहचान नहीं हो पाती। वहीं दूसरी ओर उनके परिजनों के बारे में जानकारी नहीं मिल पाती है। पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि अधिकांश मामलों में दूर-दराज से पानी में बहकर डेड बॉडी शहर के आसपास पहुंच जाती है। कई बार ऑनर किलिंग के मामले में परिजन खुद ही पहचान से मुकर जाते हैं।

राप्ती की बाढ़ में बहती मिली डेड बॉडी

शहर से सटी राप्ती नदी की बाढ़ में शुक्रवार को लोगों ने एक युवती की डेड बॉडी पानी में देखी। पब्लिक की सूचना पर पुलिस ने डेड बॉडी को बाहर निकलवाया। करीब फ्0 साल उम्र की युवती के बदन पर सिर्फ पेटीकोट था। कई दिनों से पानी में डेड बॉडी होने से चोट के निशान साफ नजर नहीं आ रहे थे। बदन का अधिकांश हिस्सा खराब हो चुका था। आसपास की पब्लिक जुटी लेकिन उसकी पहचान नहीं हो सकी। आवश्यक कार्रवाई के बाद पुलिस ने डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शनिवार को दिनभर पुलिस की टीम युवती के संबंध में जानकारी जुटाती रही। बाद में हार मानकर पुलिस ने कहा कि यह कहीं दूर से बहकर आई है। 7ख् घंटे के बाद पुलिस उसका पोस्टमार्टम कराएगी।

रोहिन में बह रही डेड बॉडी देख मचाया शोर

राप्ती नदी में अज्ञात युवती की डेड बॉडी मिलने के पहले रोहिन नदी में एक अज्ञात युवती का शव बरामद हुआ था। ख्ख् जुलाई को सरहरी के पास रोहिन नदी में पानी में उतराई डेड बॉडी देखकर मछली पकड़ने गए लोगों ने शोर मचाया। आसपास के लोग जुटे तो पुलिस को सूचना दी गई। अज्ञात युवती के बदन पर हरे और लाल छींटदार सलवार और समीज थी। कई दिन पुरानी डेड बॉडी होने से हाथ और अंगुली सहित कई हिस्से गायब थे। लोगों ने अनुमान लगाया कि वह दूर से कहीं से बहकर नदी में आई है। पुलिस ने उसकी पहचान कराने की कोशिश की। डेड बॉडी मिलने के बाद उसी क्षेत्र में एक युवती के गायब होने को लेकर काफी चर्चा रही लेकिन जांच पड़ताल में कोई बात सामने नहीं आ सकी।

धीरे-धीरे भूल जाती है पुलिस

ख्म् जून को शाहपुर एरिया के पादरी बाजार के पास एक किशोर की डेड बॉडी मिली थी। काफी प्रयास के बाद उसकी पहचान नहीं हो सकी। हर साल आठ से क्0 ऐसे मामले सामने आते हैं जिनकी वजह से पुलिस का सिरदर्द बढ़ जाता है। लावारिस डेड बॉडी मिलने के 7ख् घंटे के बाद पोस्टमार्टम कराने से लेकर अंतिम क्रियाकर्म तक की प्रोसेस अपनाई जाती है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट, डेड बॉडी के पास मिले फॉरेंसिक सबूत सहित अन्य को जुटाकर पुलिस उसकी पहचान के लिए फोटो सहित अन्य सूचनाएं वायरल करती है। जगह-जगह पोस्टर लगाने के साथ ही अन्य सोर्स की मदद लेती है। लेकिन बाद में सभी फाइलें बंद हो जाती हैं।

इनकी न तो पहचान हुई, न ही सामने आया राज

क्8 अक्टूबर ख्0क्9: कोतवाली एरिया के न्यू दीवान बाजार में एक युवक की डेड बॉडी मिली। ईंट से सिर कूंचकर बदमाशों ने उसकी हत्या कर दी थी।

ख्क् सितंबर ख्0क्9: सहजनवां एरिया के कसरौल में एक अज्ञात युवती की डेड बॉडी मिली। गला दबाकर युवती की हत्या की गई थी। इस संबंध में कोई जानकारी सामने नहीं आई।

क्8 जुलाई ख्0क्9: चौरीचौरा एरिया के अहिरौली में पोखरी में हत्या करके फेंकी गई युवती की डेड बॉडी मिली। मर्डर के पर्दाफाश में पुलिस नाकाम रही। कई बार प्रेम संबंध में एक युवती की हत्या करके फेंके जाने की बात उठी। बाद में वह युवती परिजनों संग थाने पर पहुंच गई।

ख् जून ख्0क्9: कुसम्ही जंगल में हत्या करके फेंकी गई अज्ञात महिला की पहचान नहीं हो सकी। उसका कत्ल करके किसी वाहन से फॉरेस्ट क्लब के पास फेंका गया था। मुकदमा दर्ज करके पुलिस इस मामले को भूल गई।

ख्क् मई ख्0क्9: कुसम्ही जंगल के फुटहिया मोड़ पर एक अज्ञात युवक की डेड बॉडी मिली। उसे चाकुओं से गोदा गया था। करीब ख्भ् साल के युवक के मर्डर का पर्दाफाश नहीं हो सका।

वर्जन

अज्ञात व्यक्ति या महिला की डेड बॉडी मिलने पर उसके शिनाख्त की प्रक्रिया है। पुलिस उसी प्रक्रिया के तहत काम करती है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज होता है। नियमानुसार पोस्टमार्टम कराकर पुलिस डेड बॉडी का अंतिम क्रिया कर्म कराती है। ऐसे मामलों की जांच पड़ताल चलती रहती है।

- डॉ। सुनील गुप्ता, एसएसपी

Posted By: Inextlive