- कोरोना से बचने के खौफ में बिक गए हजारों एन-95 मास्क

- अब गवर्नमेंट ने एन-95 को बता दिया अनसेफ तो घट गई डिमांड

- बिना रेस्पिरेटर वाले मास्क के साथ सर्जिकल को तवज्जो दे रहे लोग

GORAKHPUR: कोरोना का डर दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है। गवर्नमेंट भी मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने पर जोर दे रही है। ऐसे में एन-95 मास्क को लेकर गवर्नमेंट की नई गाइडलाइन का असर मार्केट पर पहले दिन ही देखने को मिलने लगा है। जहां डर ने इसका कारोबार बढ़ाया था, वहीं गवर्नमेंट की एक गाइडलाइन ने फिर कारोबार पर असर दिखाना शुरू कर दिया है। पहले दिन ही मार्केट से एन-95 की डिमांड फीकी पड़ने लग गई। जहां रोजाना दुकानदार 10-20 पीस एन-95 मास्क सेल कर दे रहे थे, वहीं गाइडलाइन जारी होने के बाद इसकी मांग बिल्कुल कम हो गई। लोगों ने बजाए एन-95 के सर्जिकल को तरजीह दी।

अवेलबिल्टी हुई तो डिमांड कम

वायरस एक्टिवेट होने से अब तक के बीच कीमतों में करीब 5 गुने से ज्यादा का उछाल आया है। माइक्रो बैक्टिरियल सिक्योरिटी वाले एन-95 मास्क, जो पहले मुश्किल से मिल रहे थे, वह मार्केट में अवेलबल तो होने लगे हैं, लेकिन अब उसकी पहले जैसी डिमांड नहीं रह गई है। लगातार बढ़ रही मांग के बाद मार्केट में डुप्लिकेट एन-95 मास्क की भरमार हो गई। माइक्रो बैक्टियल फिल्टर की जगह सिर्फ उसी तरह के दिखने वाले मास्क सड़कों पर सेल होने लगे, जिसका असर लोगों की सेहत पर भी पड़ा। अब गवर्नमेंट ने इसको लेकर नई गाइडलाइन जारी कर दी है। ऐसे में मास्क की डिमांड में बजाए उछाल आने के यह घटने लग गई है। पहले ही दिन थोक मार्केट पर इसका असर भी नजर आया है। वहीं फुटकर व्यापारी अब स्टॉक खाली करने में लग गए हैं।

अब चाहिए बिना रेस्पिरेटर वाले मास्क

गवर्नमेंट की गाइडलाइन के बारे में जिसने भी पढ़ा, उन्होंने शॉप पर पहुंचकर थोक व्यापारियों से इसे वेरिफाई भी किया। जिसकी वजह से एन-95 रेस्पिरेटर के बजाए विदआउट रेस्पिरेटर मास्क की लोग डिमांड करने लगे। सबसे ज्यादा थ्री लेयर सर्जिकल मास्क की डिमांड रही, तो वहीं बिना रेस्पिरेटर वाले हाई क्वालिटी के मास्क भी खूब बिके। ऐसा नहीं कि एन-95 की सेल बिल्कुल नहीं हुई, बल्कि एक्का-दुक्का लोगों ने जहां इसे परचेज किया, वहीं ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर्स और हेल्थ प्रोफेशनल ने खुद को बचाने के लिए इसको ही तवज्जो दी।

वायरस एक्टिव होने से पहले के रेट

नॉर्मल मास्क - 15 से 25

माइक्रो बैक्टिरियल सिक्योरिटी वाले मास्क - 45 से 65

सर्जिकल मास्क - 2-5 रुपए

वायरस एक्टिव होने के बाद

नॉर्मल मास्क - 35 से 40

माइक्रो बैक्टिरियल सिक्योरिटी वाले मास्क - 150 से 200

सर्जिकल मास्क - 8-10 रुपए

इस वद्मस्त्रद्य मास्क की कीमत

नॉर्मल मास्क - 70 से 150

माइक्रो बैक्टिरियल सिक्योरिटी वाले मास्क - 199 से 499

सर्जिकल मास्क - 10-20 रुपए

हेल्पलाइन नंबर 0551-2225145, 8005192660

क्या है कोरोना वायरस?

कोरोना असल में वायरसों का एक बड़ा ग्रुप है, जो जानवरों में आम है। कोरोना वायरस जानवरों से मनुष्यों तक पहुंच जाता है। इसके इंफेक्शन से बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी प्रॉब्लम हो जाती हैं। यह न्यूमोनिया का कारण भी बन सकता है।

कोरोना वायरस के लक्षण

- बुखार आना

- सिरदर्द

- नाक बहना

- खांसी

- गले में खराश

- फेफड़ों में सूजन

- छींक आना

- आंख-नाक से पानी

- हाथों पैरों में अकड़न

- सीवियर इंफेक्शन से निमोनिया

- सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम

- किडनी फेल्योर

क्या करें

- अपने हाथ साबुन और पानी से बार-बार साफ करें और हाईजीन मेंटेन रखें।

- खांसते या छींकते वक्त अपनी नाक और मुंह को टिश्यू या मुड़ी हुई कोहनी से ढकें।

- जिन्हें सर्दी या फ्लू जैसे लक्षण हों, उनके साथ करीबी संपर्क बनाने से बचें।

- बिना हाथ धोए अपनी आंख, मुंह और नाक को न छूएं।

- मांस, मछली और अंडों को अच्छे से पकाएं।

- सब्जी को खूब धो कर अच्छे से पकाएं।

- ज्यादा से ज्यादा विटामिन-सी संबंधित मौसमी फल खाएं।

कोट्स

माइक्रो बैक्टिरियल सिक्योरिटी वाले एन-95 मास्क की डिमांड धीरे-धीरे काफी कम हो गई है। मार्केट में ईजली डुप्लिकेट मास्क मिलने से लोगों ने इसे पूछना बंद कर दिया, वहीं अब गवर्नमेंट के आदेश के बाद इसे व्यापारी लेने से कतराने लगे हैं। बुधवार को कोई भी व्यापारी मास्क लेने के लिए नहीं आया।

- सुनील कुमार सिंह, थोक व्यापारी

गवर्नमेंट की नई गाइडलाइन आने के बाद से मार्केट पर पहले दिन ही इसका असर दिखाई देने लगा है। फुटकर व्यापारियों ने विदआउट रेस्पिरेटर वाले मास्क की ही ज्यादा डिमांड की है। वहीं सर्जिकल मास्क भी खूब बिके हैं। कुछ हेल्थ प्रोफेशनल्स ने एन-95 को तवज्जो दी है।

- योगेंद्र दुबे, अध्यक्ष, थोक दवा विक्रेता समिति

Posted By: Inextlive