अगर रेलवे प्रशासन अपनी कॉलोनियों की गंदगी को साफ नहीं कराएगा और एंटी लार्वा का छिड़काव नहीं कराएगा तो आने वाले दिनों में यहां डेंगू और मलेरिया का बड़ा विस्फोट हो सकता है। इसकी वजह से सभी डेंगू और मलेरिया के चपेट में आ सकते हैैं। इसके लिए मलेरिया विभाग की टीम ने सर्वे कर अपनी रिपोर्ट हेल्थ डिपार्टमेंट को सुपुर्द कर दी है। वहीं मलेरिया अधिकारी ने इस बाबत रेलवे प्रशासन को लेटर लिखकर साफ-सफाई करवाने की बात कही है।


गोरखपुर (ब्यूरो) मलेरिया विभाग की छह सदस्यीय टीम लगातार सिटी के विभिन्न इलाकों में सर्वे का काम कर रही है। सर्वे में लगातार इस बात की चेकिंग की जा रही है कि किन स्थानों पर पानी जमा हो रहा है और डेंगू के लार्वा पनप सकते हैैं। ऐसे में कौवाबाग, यांत्रिक कारखाना, बौलिया कॉलोनी, बिछिया रेलवे कॉलोनी आदि में गंदगी का अंबार है। रेलवे की तरफ से न छिड़काव है और ना ही साफ-सफाई पर ध्यान दिया जा रहा है। एक व्यक्ति में मिला एनएस-1


शनिवार को सर्वे करने पहुंची टीम ने मानस विहार में डेंगू का एक सस्पेक्टेड केस मिला है, उसमें एनएस-1 की पुष्टि हुई है। एलाइजा टेस्ट के बाद ही उसे कंफर्म माना जाएगा। मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह ने बताया कि रेलवे हास्पिटल में सस्पेक्टेड केस तेजी के साथ आ रहे हैैं। रेलवे की कॉलोनियों में गंदगी ज्यादा है। ऐसे में अगर साफ-सफाई पर ध्यान नहीं दिया गया तो मलेरिया और डेंगू के बीमारियों का हब बन सकती है। फैक्ट फीगर मलेरिया की अब तक हुई टेस्टिंग - 7333मलेरिया के पॉजिटिव मरीज - 2 अब तक डेंगू के हुए टेस्ट - 653डेंगू के पॉजिटिव मरीज - 225 सितंबर को हुए मलेरिया के जांच - 214

25 सितंबर को हुए डेंगू के जांच - 26 सिटी के विभिन्न एरिया में लगातार टीम सर्वे कर रही है, लार्वा की की जांच की जा रही है। जहां लार्वा पाए जा रहे हैैं। वहां छिड़काव किए जा रहे हैैं, लेकिन रेलवे की कॉलोनियों में गंदगी पाई गई है, जिसे साफ-सफाई की आवश्यकता है। अन्यथा आगे चलकर बीमारियां बढ़ सकती हैैं।डॉ। एके चौधरी, एसीएमओ, प्रभारी वेक्टर डिजीज प्रभारी

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