जीडीए के सीमा विस्तार के बाद विकास के लिए तैयार की जा रही महायोजना 2031 का इंतजार जल्द खत्म होने वाला है. महायोजना का प्रारूप तैयार हो गया है और 24 अगस्त को आयोजित होने वाली जीडीए बोर्ड की बैठक में प्रारूप को रखा जाएगा. प्रारूप को स्वीकृति मिलने के बाद आपत्ति एवं सुझाव आमंत्रित किए जाएंगे.


गोरखपुर (ब्यूरो).जीडीए का सीमा क्षेत्र अब 319 गांवों तक विस्तारित हो चुका है। मुंडेरा बाजार (चौरीचौरा), पिपराइच एवं पीपीगंज नगर पंचायतों के क्षेत्र भी जीडीए की सीमा में शामिल हो गए हैं। इन क्षेत्रों के विकास के लिए जीडीए की ओर से महायोजना 2031 का प्रारूप तैयार कराया गया है। इसी के अनुसार तय होगा कि किस भूखंड का भू उपयोग क्या होगा। भविष्य को देखते हुए शहर को जाम से मुक्त बनाने, विकास की दृष्टि से किस तरह के बदलाव किए जाएंगे, यह भी महायोजना का प्रारूप आने के बाद स्पष्ट हो सकेगा। 24 अगस्त को होगी बैठक


शुक्रवार को जीडीए सभागार में मंडलायुक्त की अध्यक्षता में हुई बैठक में महायोजना के प्रारूप को अंतिम रूप दिया गया। इसी बैठक में निर्णय लिया गया कि 24 अगस्त को जीडीए बोर्ड की बैठक आयोजित कर महायोजना 2031 के प्रारूप को बोर्ड के समक्ष रखा जाएगा। बोर्ड से स्वीकृति मिलने के बाद इस प्रारूप को सार्वजनिक करते हुए लोगों से आपत्तियां एवं सुझाव आमंत्रित किए जाएंगे। इसके लिए एक महीने का समय दिया जाएगा। लोगों की ओर से आने वाली आपत्तियों एवं सुझाव पर निर्णय के लिए जीडीए वीसी की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया जाएगा। इसके बाद महायोजना को अंतिम रूप से लागू कर दिया जाएगा।

महायोजना का प्रारूप तैयार हो गया है। 24 को जीडीए बोर्ड की बैठक में इसे रखा जाएगा। बोर्ड से स्वीकृति मिलने के बाद आपत्तियों एवं सुझाव के लिए एक महीने का समय दिया जाएगा।- प्रेम रंजन सिंह, जीडीए वीसी

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