नशीली दवाओं के काले कारोबार में शामिल दवा व्यापारी गुप्ता भाइयों आशीष व अमित नेपाल फरार हो गए हैं. भालोटिया मार्केट में इनकी तीनों दुकानों पर ताला लगा हुआ है. नेपाल से ही दोनों भाई सरेंडर की जुगाड़ में लग गए हैं. वहीं से ही अपने लोगों के जरिए सभी दस्तावेज बनवाना शुरू कर दिया है. वहीं दूसरी तरफ विभाग उस दिन के बाद से अब तक अपनी जांच नहीं बढ़ा सका है.


गोरखपुर (ब्यूरो).आगरा के दवा माफियाओं के गठजोड़ करके दोनों भाई नशीली दवाओं के काले धंधे में इतने प्रभावशाली हो गए कि इन पर विभाग हाथ नहीं डाल रहा था। बनारस और आगरा से अगर इनपुट न मिलता और आला अफसरों तक बात न पहुंचती तो ड्रग विभाग इस बार भी उन्हें पकड़ता नहीं। यही कारण है कि लोकल टीम को इस केस में बाद में शामिल किया।
स्थानीय ड्रग विभाग के एक कर्मचारी के साथ गुप्ता बंधुओं का नेटवर्क इतना तगड़ा हो चुका था कि वह कुछ भी करते, उन पर विभाग की सरपरस्ती हमेशा रहने लगी थी। इसका नतीजा यह है कि अब तक ड्रग विभाग जांच के नाम पर केवल खानापूर्ति कर रहा है। जिसकी वजह गुप्ता बंधु अपने दवाओं के रिकॉर्ड गायब करवाने में जुट गए हैं। बताया जा रहा है कि गिरफ्तारी की डर से दोनों भाईयों ने नेपाल के एक बड़े होटल में शरण ले रखी है। वहीं से नेटकॉलिंग के जरिए अपने लोगों से संपर्क साधकर मामले को मैनेज करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। ड्रग इंस्पेक्टर जय सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। गिरफ्तारी पुलिस की टीम करेगी।यह है मामला


ड्रग विभाग ने सात अगस्त को गीडा क्षेत्र के गुप्ता बंधु का दो करोड़ रुपए की फेंसिडिल सिरप बरामद की थी। पहले दिन छह लोगों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट का केस दर्ज करते हुए अरेस्ट किया गया था। साथ ही संतकबीरनगर जिले में उसी दिन गुप्ता बंधु पर भी एनडीपीएस एक्ट का केस दर्ज किया गया था। अगले दिन आठ अगस्त को गीडा थाना पुलिस ने भी गुप्ता बंधु सहित आगरा के दो दवा व्यापारियों भाइयों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट का केस दर्ज किया था। इसके बाद से दोनों भाई फरार चल रहे हैं।

Posted By: Inextlive