- एंटी करप्शन की टीम ने ड्रग विभाग के क्लर्क को घूस लेते पकड़ा

- अनुपम ने 10 फरवरी को ड्रग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन किया था आवेदन

- अनुपम के पिता ने एंटी करप्शन डिपार्टमेंट में की थी कंप्लेन

GORAKHPUR: 40 हजार की चाहत में एक क्लर्क को हवालात पहुंचा दिया। एंटी करप्शन डिपार्टमेंट ने बुधवार को औषधि विभाग के क्लर्क को घूस लेते हुए रंगे हाथों अरेस्ट कर लिया। ड्रग लाइसेंस के लिए आवेदन करने वाले अनुपम के पिता की शिकायत के बाद यह कार्रवाई की गई। ऑनलाइन आवेदन करने के बाद क्लर्क ने उससे 40 हजार रुपए घूस मांगे थे। इस कार्रवाई के बाद विभाग में हड़कंप है।

10 फरवरी को ऑनलाइन आवेदन

मिली जानकारी के अनुसार अनुपम गौड़ पुत्र आनंद कुमार गौड़ को अपनी दवा की दुकान के लिए नए ड्रग लाइसेंस की जरूरत थी। उन्होंने 10 फरवरी को ऑनलाइन आवेदन किया। इसके बाद जब उन्होंने विभाग में संपर्क किया तो वहां तैनात क्लर्क विकास दीप ने 40 हजार रुपए रिश्वत मांगी। जब रिश्वत की डिमांड की बात अनुपम ने पिता आनंद से बताई तो उन्होंने एंटी करप्शन डिपार्टमेंट में इसकी कंप्लेन कर दी।

क्लर्क के लिए बिछाया जाल

कंप्लेन के बाद एंटी करप्शन टीम प्रभारी रामधारी मिश्र ने साथी निरीक्षक एके सिंह, चंद्रेश यादव, शैलेंद्र राय, चंद्रभान मिश्रा, शैलेंद्र सिंह के साथ मिलकर रिश्वत मांगने वाले क्लर्क को पड़ने के लिए जाल बुना। इसके बाद टीम कलेक्ट्रेट स्थित ड्रग विभाग के कार्यालय पहुंची। क्लर्क विकास दीप को 40 हजार घूस लेते हुए रंगे हाथ अरेस्ट कर लिया।

अभियुक्त को कोतवाली थाने में लाया गया है। जहां उसके खिलाफ सुसंगत धाराओं में केस दर्ज किया जाएगा।

- जयदीप वर्मा, इंस्पेक्टर कोतवाली

Posted By: Inextlive