यूपी के शहरों में सिटी बसों से लंबा सफर करने वाले पैसेंजर्स के लिए गुड न्यूज है. अब वे एक ही कार्ड से गोरखपुर ही नहीं बल्कि यूपी के किसी भी शहर में इलेक्ट्रिक बस और मेट्रो ट्रेन का सफर कर सकेंगे.


गोरखपुर (ब्यूरो)। इसके लिए इसी सप्ताह 'वन यूपी वन कार्डÓ सिस्टम शुरू हो जाएगा, जिसके जरिए पैसेंजर्स कैशलेस सफर कर सकेंगे। इसके अलावा कई जिलों में सीईओ तैनात किए जाएंगे, जिससे सर्विस स्मूदली रन कर सके। वहीं इलेक्ट्रिक बसों के लिए अलग से मंथली सीजन टिकट (एमएसटी) की सुविधा भी अवेलबल होगी। पैसेंजर्स के दौरान अब उन्हें जेब में पैसे लेकर चलने की जरूरत नहीं पड़ेगी।ई-बस स्टेशन पर सीईओ की तैनाती ई-बसों के बेहतरीन संचालन के लिए सात शहरों में नई एसपीवी का गठन किया गया है। अब सभी ई-बस स्टेशनों पर एक स्वतंत्र कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) की तैनाती की जाएगी। फिलहाल आरएम के जिम्मे ई-बसों के संचालन की जिम्मेदारी है। मगर वर्कलोड ज्यादा होने की वजह से इसकी मॉनिटरिंग सही तरीके से नहीं हो पा रही थी, इसलिए ई-बसों के संचालन के लिए सभी ई-बस स्टेशन पर सीईओ की तैनाती का निर्णय लिया गया है।


यहां तैनात होंगे सीईओ गोरखपुर, लखनऊ, कानपुर, मेरठ, प्रयागराज, वाराणसी, गाजियाबाद, अलीगढ़, मुरादाबाद, झांसी, बरेली, शाहजहांपुर, आगरा, मथुरा। मिलेंगे नई 25 बसें

वन यूपी वन कार्ड, एमएसटी और रूट निर्धारण आदि को लेकर शुक्रवार को कमिश्नर अनिल ढींगरा की अध्यक्षता में बोर्ड की बैठक हुई। इसमें दिसंबर तक गोरखपुर को और 25 नई इलेक्ट्रिक बसें मिलने की जानकारी दी गई है। कमिश्नर ने जिम्मेदारों को निर्देशित किया कि इसके लिए संबंधित अधिकारी रूटों का निर्धारण सुनिश्चित कर लें। पैसेंजर्स की सुविधा का पूरा प्रबंध किया जाए और महिलाओं की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए। गोरखपुर के विभिन्न रूटों पर 25 इलेक्ट्रिक बसें संचालित हैं। कुल 100 बस संचालित करने की योजना है।तीन तरह का होगा एमएसटीजिम्मेदारों की मानें तो एमएसटी तीन तरह के बनाए जाएंगे। पहला निर्धारित रूट के लिए बनेगा, जिसके माध्यम से यात्री निर्धारित मार्ग पर आवागमन कर सकेंगे। दूसरा किसी भी रूट के लिए बनेगा। इस एमएसटी पर यात्री कहीं भी किसी भी मार्ग पर आवागमन कर सकेंगे। तीसरा ओपेन कार्ड के रूप में वन यूपी वन कार्ड बनेगा। इस कार्ड को 500 रुपए से रिचार्ज कराना होगा। कार्ड में जब तक पैसा रहेगा, यात्री अपनी सुविधानुसार यात्रा कर सकेंगे। दिव्यांग और स्वतंत्रता सेनानियों के लिए अलग से एक साल के लिए कार्ड बनेगा। 100 रुपए शुल्क के साथ फार्म भरना होगा। एमएसटी पर भी नियमानुसार किराये में छूट प्रदान की जाएगी। एमएसटी के लिए सिटी में जगह-जगह काउंटर खोले जाएंगे, ताकि लोग सुविधानुसार कार्ड बनवा सकें। 20 मिनट में मिलेगी सुविधा

ई-बसों में मासिक सीजन टिकट की सुविधा मिलनी शुरू हो गई है। इसके लिए अलग से काउंटर खोलने की तैयारी है। आवेदन करते ही 20 मिनट में एमएसटी बन जाएगी। बोर्ड की बैठक में मंजूरी मिल चुकी है। पैसेंजर्स को 20 परसेंट की छूट मिलेगी। दिव्यांग के लिए अलग दिव्यांग और स्वतंत्रता सेनानियों के लिए अलग से एक साल के लिए कार्ड बनेगा। 100 रुपए शुल्क के साथ फार्म भरना होगा। एमएसटी पर भी नियमानुसार किराये में छूट प्रदान की जाएगी। एमएसटी के लिए महानगर में जगह-जगह काउंटर खोले जाएंगे। आवेदन करने के 15 से 20 मिनट में ही यात्रियों का एमएसटी बन जाएगा। साथ ही एक बार एमएसटी बन जाने के बाद तय समय के बाद रिन्यूअल होता रहेगा। फैक्ट एंड फगीर 100 इलेक्ट्रिक बसें सिटी में चलाने की योजना 25 इलेक्ट्रिक बस विभिन्न रूटों पर दौड़ रही हैं 83 लाख रुपए की है एक बस9 रूटों पर हो रहा इलेक्ट्रिक बसों का संचालन बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव को मंजूरी मिल चुकी है। एमएसटी बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। एमएसटी से लोगों का सफर आसान हो जाएगा। - पीके तिवारी, कार्यपालक अधिकारी, सिटी ई-बस संचालन समिति

Posted By: Inextlive