E-FIR: टेक्निकल सपोर्ट से कंप्लेन कर रहे गोरखपुराइट्स
गोरखपुर (अनुराग पांडेय).गोरखपुराइट्स को साल 2019 में ई-एफआईआर की फैसिलिटी मिली, जिसमें साल 2021 की तुलना में साल 2022 में छह गुना अधिक ई- एफआईआर गोरखपुराइट्स ने की हैं। साल दर्ज ई-एफआईआर2022 3382021 592020 552019 94सबसे अधिक कैंट में ई-एफआईआर आकड़ों पर अगर गौर करें तो गोरखपुर में सबसे अधिक यूपीकॉप एप का इस्तेमाल कैंट इलाके की पब्लिक कर रही है। यहां पर साल 2022 में 113, साल 2021 में 41, साल 2020 में 26 और साल 2019 में 40 ई एफआईआर दर्ज हुई हैं।यूपी कॉप पर पब्लिक को मिला आराम
पुलिस के यूपीकॉप एप की मदद से पब्लिक को बाइक, मोबाइल चोरी, लूट, डकैती और साइबर क्राइम जैसे अपराध के लिए थाने जाने से जब से छुटकारा मिला है। इसके बाद से ही यूपीकॉप एप का इस्तेमाल करने वालों की संख्या गोरखपुर में तेजी से बढ़ रही है।इन मामलों में दर्ज होती ई-एफआईआरमोबाइल चोरी, चेन स्नेचिंग, पर्स-बैग स्नेचिंग, वाहन चोरी, नाबालिग बच्चे के साथ अपराध, वाहन लूट, सामान्य चोरी, नकबजनी, गुमशुदा बच्चों की सूचना, लूट, डकैती और साइबर अपराध में ई एफआईआर दर्ज होती है।साल 2022 में कहां कितनी ई-एफआईआर
ऊरुवा बाजार 2कैंट 113कैम्पियरगंज 2कोतवाली 12खजनी 1खोराबार 4 गगहा 3गीडा 6गुलरिहा 40गोरखनाथ 44गोला 1चिलुआताल 8चौरीचौरा 15झंगहा 6तिवारीपुर 6पिपराइच 4बड़हलगंज 1बांसगांव 3बेलीपार 1राजघाट 3रामगढ़ताल 25शाहपुर 30सहजनवां 6सिकरीगंज 2 साल 2021थाना - ई- एफआईआर कैंट - 41 कैंपियरगंज - 1 कोतवाली - 4 खोराबार - 1 गीडा - 1 गुलहरिया - 1गोरखनाथ - 3तिवारीपुर - 1बड़हलगंज - 1बांसगांव - 1सहजनवां - 2शाहपुर - 2कुल - 59 पब्लिक की सहूलियत के लिए यूपीकॉप एप बनाया गया है। इसके इस्तेमाल से कहीं थाने पर पब्लिक को जाने की जरूरत नहीं है। साल 2022 में ई एफआईआर में काफी वृद्धि देखने को मिली है।कृष्ण कुमार बिश्नोई, एसपी सिटी