-500 खराब मीटर नहीं बदले जाने पर कंज्यूमर्स को सताने लगा कार्रवाई का डर

-शहर में 1.85 कनेक्शन सिर्फ 55 हजार कंज्यूमर्स के घरों में लगा है स्मार्ट मीटर

GORAKHPUR: स्मार्ट मीटर पर 15 दिन के लिए रोक लग जाने की वजह से जहां एक तरफ पेडिंग नए 400 कनेक्शनों पर अफसर असमंजस की स्थिति में हैं। वहीं दूसरी तरफ अब कंज्यूमर्स को भी कनेक्शनों पर मीटर न लगने की वजह से कार्रवाई का डर सताने लगा है। इसलिए वे अब मीटर लगवाने के लिए बिजली निगम के कार्यालय का चक्कर लगाने का मजबूर हैं।

महानगर के कुल 1.85 कनेक्शनों में से अब तक 55 हजार कंज्यूमर्स के कैंपस में स्मार्ट मीटर लगाया जा चुका है। स्मार्ट मीटर की सुविधा की चाहत रखने वाले 1.30 लाख कंज्यूमर्स को अभी भी और इंतजार करना पड़ेगा। हालांकि इन दिनों नए कनेक्शनों पर स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे थे। लेकिन अचानक एमडी के आए आदेश के बाद स्मार्ट मीटर लगाने पर रोक लगा दी गई। आलम यह हैं कि जिन नए कनेक्शनों पर स्मार्ट मीटर नहीं लगाए जा सके हैं। अब उसको लेकर कंज्यूमर्स में डर सा हो गया है। उनका कहना है कि कहीं अचानक विजिलेंस की टीम जांच करने आई तो मीटर न मिलने की दशा में कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। अब इस दशा में कंज्यूमर्स अपनी परेशानी बिजली निगम के अफसरों के सामने प्रकट कर रहे हैं।

500 खराब मीटर बदलने का काम ठप

शहर में तकरीबन 500 ऐसे मीटर हैं जो बहुत समय से खराब चल रहे हैं। उनकों आज तक बदला नहीं जा सका है। इन दिनों नए कनेक्शनों पर स्मार्ट मीटर लगाने जा रहे थे। साथ ही पुराने खराब मीटर्स भी बदलने की कवायद शुरू की गई लेकिन रोक लग जाने की वजह से मीटर लगाने का कार्य ठप पड़ गया है।

अगस्त 19 से शुरू की गई थी स्मार्ट मीटर लगाने की कवायद

खजनी एफिसिएंशी ने शहर में एलएंडटी कंपनी के जरिए सहारा इस्टेट से अगस्त-19 से स्मार्ट बिजली मीटर लगाने की कवायद शुरू की। शुरूआती दौर में मीटर लगाने की स्पीड काफी धीमी रही। बहुत से मोहल्लों में उपभोक्ता मीटर लगवाने को राजी नहीं थे। उन्हें जैसे-तैसे मोटिवेट कर मीटर लगाया गया लेकिन धीरे-धीरे काम में तेजी आने के बाद ज्यादातर घरों में स्मार्ट लगाए गए।

शुरू में कंज्यूमर्स की बिल के लिए करना पड़ा इंतजार

स्मार्ट मीटर लग जाने के बाद से कंज्यूमर्स को चार से पांच महीने बिल के लिए इंतजार करना पड़ा। स्थानीय ठेकेदारों की लापरवाही से कंज्यूमर्स को गलत बिल मिले। उसे दुरूस्त कराने में कंज्यूमर्स को काफी दिक्कत झेलनी पड़ी, लॉकडाउन के बाद से मीटर लगाने का कार्य ठप हो गया। हालांकि नए कनेक्शनों में 800 मामले पेंडिंग होने की वजह से रोक लगा दी गई। मीटर पर रोक लग जाने की वजह से नए कनेक्शन होल्डर्स की परेशानी बढ़ गई है। कई तो स्मार्ट मीटर की झंझट में फंस कर रहे गए हैं।

-शहर में कंज्यूमर्स --1.85 लाख

स्मार्ट मीटर लगाए गए--55 हजार

अभी भी स्मार्ट मीटर का इंतजार-1.30 लाख

पेंडिंग कनेक्शनों पर असमंजस--400

खबरा मीटर की संख्या--500

नए कनेक्शनों के पेंडिंग मामले--800

कोट

स्मार्ट मीटर के झंझट से सभी परेशान हैं। कनेक्शन तो दिए जा रहे हैं लेकिन मीटर लगेगा की नहीं कोई पूछने तक नहीं आता। जिसकी वजह से कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ता है। तब जाकर कुछ सुनवाई होती है।

अश्वनी यादव

पहले तो कनेक्शन के लिए इधर-उधर भागदौड़ करनी पड़ती है। इसके बाद जब कनेक्शन मिल जाता है तो मीटर लगवाने के लिए भटकना पड़ता है। मीटर पर रोक लग जाने से कार्रवाई का डर सता रहा है।

मनीष

यह हमारी है समस्या नहीं हैं इस तरह के कई कंज्यूमर्स हैं जिन्हें परेशानी का सामना करना पड़ता है। स्मार्ट मीटर से अब ज्यादातर लोग घबराने लगे हैं। सामान्य पर ही अधिक भरोसा है।

संतोष

वर्जन

अधिक मामले पेंडिंग होने की वजह से स्मार्ट मीटर पर रोक लगी है। अगले आदेश के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। जहां तक कंज्यूमर्स की परेशानी का सवाल है तो उन्हें अपनी समस्याओं से बिजली विभाग को अवगत करना होगा। ताकि समय पर समस्याओं का समाधान हो सके।

यूसी वर्मा, एसई शहर

Posted By: Inextlive