- एरिया में पब्लिक की बढ़ी उम्मीद, खुल रही दुकानें

- पब्लिक से जुड़ेगा कनेक्शन, इलाके में डेवलपमेंट होगी अहम भूमिका

GORAKHPUR:

एक जमाने में फर्टिलाइजर की वजह से बालापार रोड पर रौनक रहती थी। इसी रोड के मारवाड़ी कोठी का फेमस मोछू का छोला खाने के लिए लोग शहर से पहुंचते थे। फर्टिलाइजर बंद हुआ तो पूरा एरिया उपेक्षा का शिकार हो गया। लेकिन अब यहां की तकदीर संवरने वाली है। एक तरफ जहां गुरु गोरक्षनाथ विश्वविद्यालय का शनिवार को इनॉगरेशन हो जाएगा। वहीं, अक्टूबर में फर्टिलाइजर की चिमनियों से धुआं उठने लगेगा। एरिया में डेवपलमेंट को लेकर पब्लिक उत्साहित है। लोगों का कहना है कि गुरु गोरक्षनाथ विश्वविद्यालय खुलने से यहां सैकड़ों लोगों को तत्काल रोजगार मिल जाएगा। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने जब इस मुददे पर बात की तो लोगों ने सीएम का आभार जताते हुए कहा, इससे पूरे एरिया का विकास तय है।

आसपास खुली दुकानें, बढ़ने लगे रोजगार के अवसर

गोरखपुर सोनौली हाइवे से महेसरा पुल के पास महुआतर तिराहे से मुजुरी तक जाने वाली रोड कटी है। मेन रोड से करीब दो किलोमीटर की दूरी पर गुरु गोरक्षनाथ विश्वविद्यालय का कंस्ट्रक्शन हुआ है। यहां पर करीब तीन साल से निर्माण कार्य दिन-रात चल रहा था। तभी इस एरिया में भूमि के दाम बढ़ गए। यूनिवर्सिटी खुलने की जानकारी होने पर आसपास के लोगों ने यहां पर दुकानें भी खोल लीं। लोगों का कहना है कि जिस तरह से मेडिकल कॉलेज के आसपास सैकड़ों लोगों की रोजीरोटी चलती है। उसी तरह से यहां पर भी लोगों को रोजगार मिल सकेगा।

इस तरह से लोगों को मिलेगा फायदा

- यूनिवर्सिटी में करीब पांच सौ लोग तैनात किए जाएंगे। इनमें तात्कालिक रूप से ढाई सौ लोगों ने जॉब शुरू कर दी है।

- कॉलेज में पढ़ने के लिए दूर-दराज से पढ़ने के लिए स्टूडेंट आएंगे। उनके ठहरने और खाने का प्रबंध भी आसपास एरिया में हो सकेगा।

- मरीजों का उपचार शुरू होने पर उनके तीमारदारों के ठहरने के लिए हॉस्टलनुमा कमरे बनाए जा सकेंगे।

- रोजाना के इस्तेमाल की चीजों के लिए भी दुकानें खुल जाएंगी। फल और सब्जियों का बिजनेस भी डेवलप होगा।

- लोगों की आवाजाही बढ़ने से ट्रैफिक के साधन भी मुहैया होंगे। इससे रोजगार के अवसर मिल सकेंगे।

आसपास के मोहल्ले

ओंकार नगर, मानीराम, सिक्टौर, बालापार, औरहिया, सोनबरसा, रहमतनगर, जमुनिया, विशुनपुर, मारवाड़ी कोठी, जीतपुर, भलुअहवा

कथन

नई यूनिवर्सिटी खुलने से एरिया के लोगों के लिए रोजगार के अवसर जरूर बढ़ेंगे। यहां आने जाने वाले लोगों की जरूरतों के अनुसार दुकानें खुल जाएंगी। होटल और रेस्टारेंट भी बन जाएंगे। साथ ही कई मेडिकल स्टोर और ग्रासरी शॉप खुल सकेगी।

संजय पासवान, ओंकारनगर

जब से विश्वविद्यालय बनना शुरू हुआ है। तभी से क्षेत्र के लोगों की उम्मीदें बढ़ गई हैं। पब्लिक को रोजगार के अवसर चाहिए। इसका फायदा निश्चित रूप से मिलेगा। भूमि का रेट यहां पर काफी बढ़ गया है। पब्लिक के लिए सुविधाएं भी मुहैया कराई जा रही हैं।

सत्येंद्र यादव, सोनबरसा

विश्वविद्यालय बनने से पहले यहां कोई चौराहा नहीं था। लेकिन अब विश्रि्वद्यालय चौराहे पर दर्जनों दुकानें खुल चुकी हैं। लोगो को रोजगार मिल रहा है। सोनबरसा चौराहे पर कई रेस्टोरेंट खुल गए है। एक सुपर मार्केट भी आ गया है। इसे विकास का हिस्सा तो मानेंगे।

ओमेंद्र पांडेय, बालापार

विश्वविद्यालय खुलने से भीड़ बढ़ी है। इससे यहां पर रौनक हो गई है। रोजाना लोग आवाजाही कर रहे हैं। कई प्रापर्टी डीलर रोजाना आकर चौराहे के आसपास खाली जमीनों की जानकारी लेते हैं। लेकिन अब उनको कोई भी अपनी भूमि बेचने को तैयार नहीं है।

रामाशीष यादव, दुकानदार

Posted By: Inextlive