-शहर में इंट्री होते ही आपस में टकरा जा रही गाडि़यां

-हाईवे पर खड़ी कर दी जा रही वाहन

-कहीं खड़े है खराब वाहन तो कहीं ड्राइवर कर रहे हैं आराम

GORAKHPUR: हाईवे पर लगातार हादसे होने लगे हैं। आए दिन दुर्घटनाओं में लोग घायल हो रहे हैं, वहीं लापरवाही में लोगों की जान चली जा रही है। सब कुछ जानने के बाद भी जिम्मेदारों ने आंखे मूंद रखी हैं और इसकी वजह तलाशने के बजाए सिर्फ कार्रवाई कर अपना कोरम पूरा कर दे रहे हैं। लगातार हो रहे हादसों की असल वजह क्या है? इसको तलाशने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने हाईवे पर पहुंची। यहां सड़क किनारे बेतरतीब खड़े वाहन और उनमें लाइट या रिफ्लेक्ट का कोई इंतजाम नहीं नजर आया, जिसकी वजह से कभी भी हादसा होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। ऐसा नहीं कि मौके पर पुलिस नहीं थी, बल्कि उनके सामने ही हाईवे पर गाडि़यों की कतार लगती जा रही थी, लेकिन उन्हें हटाने में वह तनिक भी दिलचस्पी नहीं दिखा रहे थे।

रात 07 बजे

स्थान-पैडलेगंज चौराहा

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रिपोर्ट पैडलेगंज चौराहे पर पहुंचा। हाईवे के किनारे कई बसें खड़ी थी। पास पहुंचा तो बस के ड्राइविंग सीट पर कोई नहीं था। इधर-उधर देखा तो कोई नजर नहीं आया। इस रास्ते से मोहद्दीपुर की ओर जाने वाले वाहन फर्राटा भरते दिखे। कोहरे में यदि थोड़ी चूक हुई तो बड़ा हादसा हो सकता है। बगल में ही पुलिस चौकी है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि पुलिस हादसे को लेकर कितना सचेत है।

रात 07.20 बजे

टीम पैडलेगंज से जैसे ही ट्रासंपोर्ट नगर की ओर बढ़ी। बगल में ही एक ट्रक सड़क पर ही खड़ी मिली। जब रिपोर्टर ने उसके बारे में जानकारी की, तो मालूम हुआ कि ड्राइवर ट्रक खड़ा कर खाना खाने गया है, उसके आने के बाद ही ट्रक हट पाएगी। सड़क पर खड़ा ट्रक को हटवाने वाला कोई जिम्मेदारी नहीं दिखता मिला।

रात 07.40 बजे

रुस्तमपुर चौराहा

रुस्तमपुर चौराहा से चंद कदम की दूरी पर दो कंटेनर खड़ा मिला। इसमें बैठकर ड्राइवर खाना खा रहे थे। जब बातचीत की, तो उनका कहना था कि माल उतारना है। जगह नहीं मिला तो सड़क के किनारे खड़ा कर लिया है। एक व्यक्ति का इंतजार कर रहा हूं। उसके आने के बाद ही यहां से जा पाऊंगा। जबकि यह सड़क काफी व्यस्त रहती है। सैकड़ों वाहन इधर से गुजरते हैं। रास्ते में गाड़ी खड़ा कर देने से कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।

रात 08 बजे

नौसड़ चौराहा

नौसड़ मार्ग पर दो ट्रक सड़क के किनारे खड़े मिले। ट्रक को रास्ते में ही खड़ा कर सामान खाली किया जा रहा था। ड्रावर से जब बातचीत की गई तो उसने बताया कि दुकानदार के कहने पर ही यहां पर ट्रक खड़ा किया गया है। हैरान करने वाली बात यह है कि बगल में पुलिस चौकी है, लेकिन वह भी ध्यान नहीं देती है।

रात 08.10

नौसड़ पुलिस चौकी

नौसड़ पुलिस चौकी के बगल में ही एक डीसीएम खड़ा मिला, जिसका इंडिकेटर भी नहीं जल रहा था और न ही उसकी गाड़ी में रिफ्लेटर लगा मिला। एक कार बगल में ही आ कर रुक गई। कोहरे के समय रास्ते में ही वाहन खड़ा कर देने से दुर्घटना हो सकती है। इसके बावजूद भी पुलिस उन्हें नहीं रोकती-टोकती है। इतना ही नहीं दुर्घटना को रोकने के लिए आरटीओ विभाग भी खानापूर्ति करता है।

रात 8.30

नौसड़ से दो किलोमीटर दूर

नौसड़ से कालेसर मार्ग वाले रास्ते पर स्थित एक पेट्रोल पंप के पास आधी सड़क छोड़ कर ट्रक खड़ा मिला। उसकी के बगल में एक बस भी नजर आई। बेतरतीब तरीके से उसे खड़ा किया गया था। इस रास्ते से गोरखपुर आने और लखनऊ जाने वाली सभी वाहन दौड़ रही थी, इसके बाद भी सड़क का खाली कराने वाला कोई भी नजर नहीं आया।

---------------

खूब तोड़े गए हैं नियम -

वाहन चालान बंद जुर्माना वसूली

ओवर लोडिंग 738 107 96 लाख 33 हजार रु।

बिना हेल्मेट 2118 00 03 लाख 09 हजार रु।

बिना सीट बेल्ट 1239 00 03 लाख 26 हजार रु।

बिना रिफ्लेक्टर 226 00 07 लाख 07 हजार रु।

अवैध संचालन 834 00 27 लाख 53 हजार रु।

सड़क सुरक्षा माह के तहत अभियान चलाया जा रहा है। रात्रि में दुर्घटनाओं को रोकने के लिए गाडि़यों में रिफ्लेटर लगाए जा रहे हैं और चालान भी काटा जा रहा है।

एसपी श्रीवास्तव, एआरटीओ प्रवर्तन

कोहरे में सड़क के किनारे भारी वाहन खड़े हो रहे हैं तो गलत है। इसके खिलाफ कार्रवाई की जाती है। रात में भी ट्रैफिक पुलिस सड़क के किनारे खड़े वाहन पर नजर रखी जाती है।

आशुतोष शुक्ला, एसपी ट्रैफिक

Posted By: Inextlive