शहर के भीतर ऑनलाइन ज्वेलरी की डिलीवरी देने वाली कंपनी के कर्मचारियों को झांसा देकर लाखों रुपए की ठगी करने वाले शातिर पकड़े गए. शाहपुर एरिया में किराए पर कमरा लेकर रहने वाला शातिरों का गैंग ऑनलाइन डिलीवरी के पैकेट को खोलकर उसमें रखे सामान बदल देता था. ज्वेलरी बेचने वाली कंपनियों ने जब कुरियर ब्वायज के खिलाफ शिकायत की तो मामला सामने आया. एसपी सिटी ने बताया कि गैंग में शामिल दो लोगों को अरेस्ट किया गया है. उनके पास से भारी मात्रा में ज्वेलरी बरामद हुई. इनके तीन अन्य साथियों की तलाश जारी है.


गोरखपुर (ब्यूरो).तनिष्क, मेलोरा और ब्लूस्टोन जैसी कंपनियों की ज्वेलरी ऑनलाइन डिलीवरी होती है। ब्लूडार्ट कंपनी के कुरियर ब्वाय कैश आन डिलिवरी करते हैं। अलग-अलग मोबाइल नंबर से मंगाई गई, डिलीवरी के पैकेट की डिलीवरी न होने पर पैकेट जब वापस हुआ तो उसमें असली की जगह नकली के मामले सामने आने लगे। ज्वेलरी कंपनियों ने जब शिकायत की तो कुरियर कंपनी ने अपने डिलीवरी ब्वाय पर शक किया। लेकिन डिलीवरी ब्वाय ने खुद को बेकसूर बताया। इसकी शिकायत कंपनी के अधिकारियों ने एसएसपी डॉ। विपिन ताडा से की। एसएसपी के निर्देश पर एसपी सिटी की अगुवाई में साइबर सेल के इंस्पेक्टर सुनील कुमार पटेल, सीसीओ शशिशंकर राय, शशिकांज जायसवाल, पंकज कुमार गुप्ता और नीतू नाविक ने जांच की। ड्रायर से गर्मकर खोला पैकैट
इस दौरान सामने आया कि कुछ लोग शाहपुर में किराए पर कमरा लेकर रहते हैं। वही इस तरह की गड़बड़ी करत हैं। ज्वेलरी का ऑर्डर मिलने पर पुलिस टीम डिलीवरी देने पहुंची। इस दौरान ज्वेलरी का पैकेट लेकर एक युवक भीतर चला गया। थोड़ी देर बाद उसने बताया कि पैसे के अभाव में कुरियर नहीं लेगा। दो दिनों के बाद वह ऑफिस पर आकर ले जाएगा। पुलिस ने जब पैकेट खोला तो ज्वेलरी बदली जा चुकी थी। बातों में उलझाता एक साथी


पुलिस ने दो युवकों को पकड़ लिया। उनकी पहचान महराजगंज, कोठीभार के मीराबाईनगर वार्ड नंबर 24 निवासी शुभम जायसवाल और दक्षिण टोला के संतोष के रूप में हुई। उनके पास से तीन सोने की चेन, एक अंगूठी, दो मोबाइल फोन, एक काला बैग और एक बाइक बरामद बरामद हुई। उनके दो अन्य साथियों अमरदीप और संतोष की बहन आस्था उर्फ मुस्कान की तलाश पुलिस कर रही है। शुभम ने पुलिस को बताया कि डिलीवरी ब्वाय के आने पर एक साथी उसे बातों में उलझाता है। दूसरा कमरे में जाकर हेयर ड्रायर की मदद से पैकेट खोलकर ज्वेलरी बदल लेता है। इससे किसी को कुछ पता नहीं चलता। पुलिस की जांच में सामने आया कि महराजगंज के मूल निवासी सगे भाई-बहन सहित चारों आरोपितों ने पढऩे के बहाने कमरा लिया था। ताकि किसी को उनकी हरकतों पर संदेह न हो। घटना में शामिल दो आरोपितों को अरेस्ट कर लिया गया है। उनके अन्य साथियों की तलाश जारी है। जल्द ही उनको भी पकड़ लिया जाएगा। कृष्ण कुमार विश्नोई, एसपी सिटी

Posted By: Inextlive