रक्षाबंधन पर्व के मद्देनजर फूड एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट की तरफ से चलाए जा रहे अभियान के दौरान दो दर्जन से ऊपर खाद्य कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई. इन सभी के खिलाफ जुर्माना लगाया गया. खाद्य सामग्रियों में मिलावटखोरी करने पर जिला प्रशासन ने 31 खाद्य कारोबारियों पर 3.91 लाख रुपए जुर्माना लगाया है. जिन खाद्य कारोबारियों पर कार्रवाई हुई हैं उनमें से किसी के नमूने गुणवत्ता की कसौटी पर खरे नहीं मिले है. तो कुछ के पैकेजिंग नियमों की अनदेखी का मामला सामने आया है.


गोरखपुर (ब्यूरो).डिपार्टमेंट से मिली जानकारी के मुताबिक, इन नमूनों में आटा, तेल, आईस्क्रीम, मिठाई, गाय और भैंस का दूध, पनीर आदि शामिल है। 31 खाद्य कारोबारियों पर कार्रवाई हुई है, उनमें से सात दूध के कारोबारी हैं। सभी के दूध के नमूने जांच में अद्योमानक यानी गुणवत्ता के मानक के मुताबिक नहीं मिले। इनमें भी गाय के दूध का सर्वाधिक चार नमूने फेल पाए गए हैं। दूध की गुणवत्ता ज्यादा खराब पाए जाने पर चौरीचौरा के रामपुर निवासी दूध कारोबारी उमेश यादव और हरपुर बुदहट के रहने वाले अमेरिका यादव पर सबसे ज्यादा 18-18 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है। वहीं, दूध के बाकी चार कारोबारियों पर पांच-पांच हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है।गीडा कारोबारियों पर पैकेजिंग में अनदेखी
फूड एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट के सहायक आयुक्त खाद्य-द्वितीय गुंजन कुमार ने बताया कि सबसे बड़ी राशि 40 हजार रुपए का जुर्माना पैकेजिंग नियमों की अनदेखी करने वाले खाद्य कारोबारी पर लगाया गया है। गीडा स्थित कबीरजी नमकीन भंडार से लिए गए नमकीन के नमूने की जांच में पैकेजिंग को लेकर तय नियमों की अनदेखी मिली। इसपर ज्ञानमति देवी पर 40 हजार रुपए और उनके पुत्र संतोष पर 25 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है। वहीं फेन रस्क के नमूने में भी पैकेजिंग नियमों का सही तरीके से पालन नहीं होने पर जंगल चौरी निवासी अभय कसौधन पर 26 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है।

Posted By: Inextlive