नाई ने दिया सुराग, साथी संग पुलिस के हत्थे चढ़ा कुख्यात

परवेज टांडा के साथी त्रिभुवन ने मारी थी मां-बेटी को गोली

शाहपुर में टीचर निवेदिता उर्फ मेजर डेविना मर्डर कांड का पर्दाफाश

GORAKHPUR: शाहपुर एरिया के राजीव नगर मोहल्ले में टीचर निवेदिता उर्फ डेविना मेजर को चेन लुटेरों से भिड़ने के दौरान अपनी जान गंवानी पड़ी थी। गैंगेस्टर त्रिभुवन सिंह ने अपने साथी दीपक कुमार निभानी के साथ मिलकर स्कूटर चला रही टीचर की चेन लूटने की कोशिश की। बाइक पर पीछे बैठे नौसीखिए साथी की लापरवाही से मां-बेटी ने उनको पकड़ लिया। गुत्थम-गुत्थी में दीपक की शर्ट फट गई। भिड़ंत होने पर पब्लिक दोनों को पकड़ लेती। इसलिए त्रिभुवन ने अपने पास रखे तमंचे से मां-बेटी पर कई राउंड फायर झोंक दिया। शनिवार को लूट की कोशिश में महिला का मर्डर करने, बेटी को घायल करने के आरोपित त्रिभुवन, दीपक निभानी और उनके दो अन्य साथियों को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया।

एसएसपी जोगेंद्र ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई की जाएगी। नेपाल बार्डर पर शरण लेने वाले त्रिभुवन के हवाला कनेक्शन, पूर्व में दर्ज मुकदमों, शरण देने वालों और क्राइम के जरिए कमाई गई प्रापर्टी को जब्त कराने की कार्रवाई होगी। त्रिभुवन के खिलाफ मर्डर, लूट सहित 20 से अधिक मामले दर्ज हैं। वह कुख्यात परवेज टाडा का साथी है। दो साल से गैंगेस्टर के मुकदमे में फरार होने पर हाल ही में उसके घर पर पुलिस ने कुर्की का नोटिस चस्पा किया है। टीचर मर्डर में शामिल बदमाशों की फोटो वायरल होने के बाद त्रिभुवन और उसके साथी ने हेयर स्टाइल बदल ली। दीपक कुमार नेभानी ने हाथ से कड़ा निकालकर फेंक दिया। हवाला कारोबार से जुड़े त्रिभुवन ने कहा है कि लॉकडाउन में उसे मजबूरन चेन लूट करनी पड़ी।

नौसीखिए को बचाने के लिए ताबड़तोड़ दागी गोली

20 सितम्बर को कुशीनगर जिले के प्राइमरी स्कूल में टीचर डेविना मेजर, बेटी डेल्फिना के साथ जा रही थी। राजीव नगर मोड़ पर स्कूटर चलाती हुई डेविना पहुंचीं। तभी बाइक सवार त्रिभुवन और उसका साथी दीपक पहुंच गए। दीपक ने टीचर के गले से चेन खींची। लेकिन उन्होंने उसे पकड़ लिया। छीना-झपटी में दीपक की शर्ट फट गई। बाइक चला रहे त्रिभुवन को लगा कि वह भी फंस जाएगा। इसलिए उसने तमंचा निकालकर ताबड़तोड़ गोलियां दाग दीं। इसके बाद बरगदवां बाइपास होकर सिद्धार्थनगर भाग गए। बदमाशों के पास से पुलिस ने लूट में इस्तेमाल बाइक, आधी टूटी हुई गोल्ड चेन, पिस्टल, एक डबल बैरल तमंचा, एक सिंगल बैरल तमंचा, दो फर्जी आधार कार्ड और 48 सौ रुपया बरामद किया।

सिद्धार्थनगर में ली शरण, पनाहगार भी गिरफ्तार

चिलुआताल एरिया के काजीपुर का मूल निवासी, गोरखपुर का हार्डकोर क्रिमिनल त्रिभुवन सिंह दो साल से फरार है। इसलिए उसने अपना नया ठिकाना सिद्धार्थनगर जिले के मोहाना बाजार में बना लिया था। वहां रहने वाले तौलिहवा, नेपाल निवासी के अकबरूद्दीन के घर पर उसे पनाह मिलती थी। बरगदवां, विकास नगर का मूल निवासी दीपक कुमार नेभानी अंधियारी बाग में जीआरपी बस्ती में तैनात कांस्टेबल के घर में किराए पर रहता था। पुलिस ने अकबरूद्दीन और लूट की चेन खरीदने वाले ज्वेलर पुराना गोरखपुर के अमर जायसवाल को भी अरेस्ट किया। छानबीन में सामने आया कि लूट में यूज बाइक जिला अस्पताल सात अगस्त को चोरी हुई थी। उसका नंबर बदलकर बदमाश लूटपाट में इस्तेमाल करते रहे। मर्डर के दूसरे दिन ही दीपक ने सिपाही का कमरा छोड़ दिया था।

निवास स्थान पर नहीं करता लूटपाट

त्रिभुवन ने पुलिस को बताया कि लॉकडाउन में उसकी हालत बेहद खस्ता हो गई। इसलिए उसने गोरखपुर में चेन लूट शुरू कर दिया। अपने साथियों संग चेन लूटने के बाद वह सिद्धार्थनगर चला जाता था। आठ सितंबर को दीपक निभानी संग मिलकर उसने तिवारीपुर, संकट मोचन कॉलोनी में लूटपाट किया। इस सूचना पर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। शाहपुर में हुई घटना के बाद जब पुलिस ने दोनों जगहों की सीसीटीवी फुटेज की मिलान की तो एक ही बाइक पर एक तरह की हुलिया के बदमाशों के वारदात करने की पुष्टि हुई। त्रिभुवन ने बताया कि वह अपने ठहरने वाले स्थान पर लूटपाट नहीं करता है। वहां पर भेद खुलने से उसे ठहरने में दिक्कत आने लगती। इसलिस गोरखपुर आकर वह आराम से वारदातों को अंजाम देता रहा।

लूट के दौरान वह मोबाइल यूज नहीं करता है। जबकि, बातचीत के लिए सादे मोबाइल फोन में गर्लफ्रेंड के नाम से सिमकार्ड यूज करता है। इसलिए सर्विलांस से उसे ट्रैक कर पाना मुि1श्कल है।

तिवारीपुर की लूट में लापरवाही पर पड़ी फटकार

टीचर का मर्डर करने, उनकी बेटी को गोली मारने के आरोपित तिवारीपुर की लूट में शामिल थे। तब पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई नहीं की। माना जा रहा है कि पूर्व में हुई घटना में सक्रियता से वर्क हुआ तो शाहपुर की घटना नहीं होती। इस लापरवाही के सामने आने पर एसएसपी ने जांच का निर्देश दिया। एसओ तिवारीपुर सत्य प्रकाश सिंह को जमकर फटकार लगाई। एसएसपी ने कहा कि हर छोटी घटना में जांच की जाएगी। ताकि दोबारा ऐसे मामले सामने न आएं।

त्रिभुवन उर्फ पिंटू सिंह का जुड़ाव परवेज टांडा से रहा है।

2000 से लेकर अभी तक उसके खिलाफ 30 से अधिक मामले दर्ज हैं।

गैंगेस्टर के मामले में दो साल से वह फरार है। उसके घर कुर्की की नोटिस चस्पा हो चुकी है।

नेपाल के हवाला कारोबार से त्रिभुवन का जुड़ाव रहा है। डबल बैरल का तमंचा लेकर चलने का शौकीन है।

बिहार, सीवान के गोधाजी की पत्‍‌नी से त्रिभुवन और उसके साथी अवैध असलहे खरीदते हैं।

सिद्धार्थनगर से लूट के लिए गोरखपुर आने पर वह रेलवे स्टेशन पर रुकता था।

हरियाणा की शराब तस्करी में त्रिभुवन का नाम आ चुका है।

त्रिभुवन और उसके भाइयों की प्रापर्टी की जांच पुलिस कराएगी।

सभी के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई होगी।

चोरी, लूट की ज्वेलरी खरीदने वाले सर्राफा पर भी शिकंजा कसेगा।

त्रिभुवन से जुड़े गोरखपुर सहित अन्य जिलों की शरणदाताओं पर कार्रवाई होगी।

पूर्व में फर्जी नाम से जमानत लेने की भी जांच का निर्देश एसएसपी ने दिया है।

दीपक के खिलाफ खजनी, सहजनवां और गोरखनाथ एरिया में मुकदमे दर्ज हैं।

बिना वेरीफिकेशन के किराएदार रखने वाले कांस्टेबल से भी पूछताछ होगी।

शहर में किराएदारों के वेरिफिकेशन का अभियान पुलिस शुरू करेगी।

वर्जन

घटना में शामिल बदमाशों को अरेस्ट करने वाली पुलिस की टीम को 25 हजार रुपए का इनाम दिया गया है। फोटो वायरल होने पर पब्लिक की मदद से इनके बारे में जानकारी मिली। घटनास्थल से लेकर तिवारीपुर एरिया में पूर्व में चेन लूट, घटना के बाद पेट्रोल पंप पेट्रोल भरवाने सहित कई जगहों के सीसीटीवी फुटेज मिले हैं।

जोगेंद्र कुमार, एसएसपी

Posted By: Inextlive