06 बूथ पर गोरखपुर में फ्रंटलाइन वॉरियर्स को वैक्सीनेशन

11 बजे पीएम के संबोधन के बाद हुई शुरुआत

06 बजे शाम तक चलता रहा कोरोना टीकाकरण का दौर

310 कुल फ्रंटलाइन वॉरियर्स को किया गया वैक्सीनेशन

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वैक्सीनेशन के बाद बयां किया अपना अनुभव

कोरोना के चलते लोगों ने जान गंवाई। कई लोग फाइनेंशियली और मेंटली भी इससे अफेक्ट हुए हैं। ऐसे में वैक्सीनेशन वह जरिया है, जिसके जरिए हम कोरोना पर फाइनल अटैक कर सकते हैं। ऐसे में मैं वैक्सीनेशन को लेकर काफी एक्साइटेड थी। कोविशील्ड वैक्सीन 100 परसेंट सेफ एंड सिक्योर है। इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। मेरी सभी से अपील है कि जब भी उनकी बारी आए वैक्सीनेशन जरूर कराएं ताकि कोरोना जड़ से मिटाया जा सकेगा।

-डॉ। वाणी आदित्य, एचओडी, गायनी डिपार्टमेंट, बीआरडी मेडिकल कॉलेज

एक डॉक्टर होने के नाते हम लोगों ने कोरोना से होने वाली तकलीफों को काफी करीब से महसूस किया है। इस बीमारी को खत्म करने के लिए हमने एक तरह से प्रण ले रखा था। वैक्सीनेशन लिस्ट में मेरा नाम था। इसलिए इस बात की खुशी है कि पहले दिन के वैक्सीनेशन में मेरा भी नाम था। डॉक्यूमेंट्स वेरिफाई कराने के बाद मैं वैक्सीन रूम में पहुंचा। वैक्सीनेशन कराने के बाद आधा घंटे तक ऑब्जर्वेशन रूम में बैठा रहा। सबकुछ ओके रहा।

-डॉ। पवन प्रधान, एचओडी, आर्थो डिपार्टमेंट, बीआरडी मेडिकल कालेज

मैं कोविड पॉजिटिव रह चुका हूं। इसलिए मैं इस बीमारी से होने वाली तकलीफ से अच्छी तरह से वाकिफ हूं। क्वारंटीन और होम आइसोलेशन के दौरान जिन तकलीफों से गुजरा हूं उसे बयां नहीं किया जा सकता है। ऐसे में इस खतरनाक बीमारी के वैक्सीनेशन के बारे में पता चलते ही मैं बहुत खुश हो गया था। मुझे बेहद खुशी है कि मेरा नाम फ‌र्स्ट लिस्ट में था। वैक्सीनेशन के दौरान कोई प्रॉब्लम नहीं हुई। यह ईजी एंड सिंपल प्रॉसेस है।

-डॉ। सुरेश सिंह, एनेसिथिया डिपार्टमेंट, बीआरडी मेडिकल कालेज

कोरोना वैक्सीनेशन का प्रॉसेस भी ठीक उसी तरह से है जैसे कोई आम इंजेक्शन लगना। इसलिए इसको लेकर किसी भी तरह के र्यूमर के फेर में पड़ने की जरूरत नहीं है। बतौर फ्रंटलाइन वॉरियर मेरे लिए वैक्सीनेशन करवाना बहुत ही इंपॉर्टेट और रिस्पांसिबिलिटी का काम था। वैक्सीनेशन का मेरा एक्सपीरियंस बहुत अच्छा रहा। मेरे यहां के सभी डॉक्टर्स और स्टाफ नर्स ने भी इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। यह पूरा प्रॉसेस बेहद स्मूद है।

-डॉ। माला सिन्हा, एसआईसी, जिला महिला अस्पताल,

कोरोना संक्रमित होने के बाद मेरे लिए समय बहुत कठिन था। हालांकि मैंने होम आइसोलेशन में रहते हुए कोरोना मरीजों का इलाज किया। अब जबकि पूरे देश में वैक्सीनेशन का प्रॉसेस शुरू हो चुका है हम कोरोना से जंग जीतते हुए नजर आ रहे हैं। हमने वैक्सीन का स्वागत करते हुए वैक्सीनेशन में हिस्सा लिया। इस दौरान किसी तरह का कोई रिएक्शन या तकलीफ नहीं हुई। हां, थोड़ा माइल्ड पेन जरूर था। लेकिन वह कुछ देर बाद ठीक हो गया।

-डॉ। राजेश कुमार, एक्स, कोविड प्रभारी, जिला अस्पताल

कोविड वैक्सीनेशन के दौरान मैंने भारत सरकार के प्रोटोकाल के तहत वैक्सीनेशन करवाया। वैक्सीनेशन के बाद ऐसा कुछ भी फील नहीं हुआ कि जिससे मुझे कोई तकलीफ हुई हो। अफवाहों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। कोविशील्ड वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। जब भी बारी आए सभी लोगों को वैक्सीनेशन जरूर करवाना चाहिए। जब सभी लोग वैक्सीनेशन कराएंगे तभी कोरोना को हराएंगे।

-डॉ। राजेश कुमार राय, ब्लड बैंक प्रभारी, बीआरडी मेडिकल कालेज

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'हमने सबसे पहले वैक्सीनेशन कराया है। ऑब्जर्वेशन रूम में बैठा हूं। 20 मिनट से ऊपर हो चुके हैं। कोई प्रॉब्लम नहीं है। कोविशील्ड वैक्सीन हंड्रेड परसेंट सेफ है.' यह बातें जिला प्रतिरक्षण अधिकारी व एडिशनल सीएमओ डॉ। नीरज पांडेय ने दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट से वैक्सीनेशन के बाद कहीं। गौरतलब है कि पीएम मोदी द्वारा देश को संबोधित करने के बाद फ‌र्स्ट फेज का वैक्सीनेशन शुरू हुआ।

नगर विधायक भी रहे

इस मौके पर नगर विधायक डॉ। राधामोहन दास अग्रवाल ने बताया कि मैं खुद कोरोना पॉजिटिव रह चुका हूं। उन हालात से वाकिफ हूं। ऐसे में वैक्सीनेशन को लेकर सभी को कांफिडेंट होना चाहिए। यह 100 प्रतिशत सुरक्षित वैक्सीन हैं। जिला अस्पताल में मैने घूमकर व्यवस्था देखी है। यहां पर व्यवस्था एकदम उच्चतम संस्थान की तरह है।

लगाया गया था प्रोजेक्टर

पीएम का संबोधन सुनने के लिए जिला अस्पताल में प्रोजेक्टर लगाया था। इस दौरान डीएम के विजयेंद्र पांडेय, सीडीओ, इंद्रजीत सिंह, सीएमओ डॉ सुधाकर प्रसाद पांडेय, नगर विधायक डॉ। राधा मोहन दास अग्रवाल व एसआईसी डॉ। एसी श्रीवास्तव पीएम का संबोधन सुन रहे थे।

संबोधन के बाद शुरू हो गया वैक्सीनेशन

-पीएम का संबोधन खत्म होते ही सबसे पहले एसीएमओ डॉ। नीरज कुमार पांडेय ने अपने डाक्यूमेंट्स वेरिफाई कराए।

-इसके बाद वह वैक्सीनेशन रूम में पहुंचे। वैक्सीनेशन के बाद डीएम, सीडीओ और सीएमओ ने उन्हें फूल माला देकर स्वागत किया।

-फिर वह ऑ‌र्ब्जवेशन रूम में पहुंचे। जहां करीब आधा घंटे तक बैठे।

-सबकुछ ओके रहने के बाद वह नॉर्मल रूटीन में लौट गए।

इन्हें सबसे पहले लगी वैक्सीन

बीआरडी मेडिकल कॉलेज, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग-डॉ। राजेंद्र राय, असिस्टेंट प्रोफेसर

जिला महिला अस्पताल- डॉ। माला सिन्हा, एसआईसी

जिला पुरुष अस्पताल- डॉ। नीरज पांडेय, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहजनवां- विक्रम प्रसाद, हेल्थ एजुकेशन ऑफिसर

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिपराइच- शंकुतला, प्रतिरक्षण अधिकारी

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कैंपियरगंज- राजा राम, रिटायर्ड हेल्थ इंप्लाई

नंबर गेम

वैक्सीनेशन सेंटर कुल संख्या मेल फीमेल

बीआरडी 53 39 14

जिला महिला अस्पताल 54 46 08

जिला अस्पताल 45 32 13

कैंपियरगंज 42 10 32

पिपराइच 62 00 62

सहजनवां 54 08 46

310 135 175

सहजनवां में 54 को लगा टीका

सहजनवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर 54 लोगों को कोविड वैक्सीन लगाई गई। यहां पर 100 लोगों को वैक्सीनेशन होनी थी। लेकिन 46 लोग अब्सेंट रहे। डॉ। एपी सिंह की देखरेख में 10 बजकर 50 मिनट से शाम 4 बजे तक वैक्सीनेशन हुआ। वैक्सीन लगने के आंगनबाड़ी कार्यकर्ती बिंदु त्रिपाठी ने बताया कि मैं बहुत खुश महसूस कर रही हूं।

पिपराइच में महिलाओं ने लिया हिस्सा

पिपराइच बूथ पर वैक्सीनेशन के दौरान महिला हेल्थ वर्कस ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। यहां कुल 62 महिला हेल्थ वर्कर्स ने वैक्सीनेशन करवाया। जबकि यहां पर एक भी पुरुष फ्रंटलाइन वारियर का वैक्सीनेशन में हिस्सा न लेना चर्चा में रहा।

Posted By: Inextlive