तमिलनाडु के नीलगिरी जिले के कुन्नूर में हादसे के शिकार हुए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ सीडीएस जनरल बिपिन रावत गोरखपुर आ चुके हैं. एक साल पूर्व दिसंबर में वह महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की तरफ से आयोजित संस्थापक समारोह की शोभायात्रा के शुभारंभ अवसर पर बतौर चीफ गेस्ट शामिल हुए थे.


गोरखपुर (ब्यूरो)। हादसे में सीडीएस रावत, उनकी पत्नी के साथ हुई दुर्घटना की जानकारी मिलने पर गोरखनाथ मंदिर प्रशासन के कर्मचारी सिहर उठे। सहसा इस सूचना पर लोग यकीन नहीं कर पा रहे थे। सीएम योगी ने खुद कराया मंदिर दर्शन चार दिसंबर 2020 को महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की तरफ से आयोजित संस्थापक समारोह की शोभायात्रा में उनको बतौर चीफ गेस्ट आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए वह एक दिन पूर्व तीन दिसंबर की शाम को ही गोरखपुर पहुंच गए। यहां आने पर वह महायोगी गुरु गोरखनाथ का दर्शन करने गए। गुरु गोरखनाथ का आशीर्वाद लेकर उन्होंने पूरे मंदिर का दर्शन किया। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद उनको दर्शन कराया। मंदिर में कहां पर क्या चीजें हैं। इसकी जानकारी देते हुए सभी चीजों के बारे में जानकारी दी।सीएम संग किया भोजन, मौजूद रहे गणमान्य
गुरु गोरक्षनाथ मंदिर में दर्शन के बाद गेट टू गेदर का प्रोग्राम रखा गया था। इस दौरान जनरल बिपिन रावत ने डिनर भी किया। गुरु गोरक्षनाथ हॉस्पिटल के डॅाक्टर सहित अन्य करीब 50 गणमान्य व्यक्ति उनके साथ डिनर में शामिल हुए थे। इस दौरान सीएम ने जनरल को रामजन्म भूमि तीर्थ का सिक्का और प्रसाद भी भेंट किया। महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की तरफ से अंग वस्त्र, स्मृति चिन्ह भी दिया गया। सर्किट हाउस में उनके ठहरने का प्रबंध हुआ था। चार दिसंबर को करीब साढ़े नौ बजे वह बतौर चीफ गेस्ट कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे। एनसीसी कैडेट ने उनको गार्ड आफ ऑनर दिया था। जनरल रावत ने दी थी ये सीखसंस्थापक सप्ताह समारोह में चीफ गेस्ट सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने कहा था कि देश किस तरह से उन्नति करेगा, यह देश के विद्यार्थी की कार्यशैली पर निर्भर है। लिहाजा आगे बढऩे के लिए मुश्किल हालातों का सामना भी करना पड़ेगा। कई बार असफलता भी मिलेगी, लेकिन असफलता से कभी हताश नहीं होना चाहिए और खामियां कहां रह गईं, इस पर विचार करना चाहिए।

Posted By: Inextlive