Gorakhpur: दिल में है जीत का जज्बा तो मंजिल दूर नहीं होती. इरादे हो पक्के तो कुछ भी नामुमकिन नहीं होता. आजमगढ़ का ऐसा ही एक परिवार जिसने यह साबित कर दिया है. जिन इलाकों में गल्र्स को पर्दे से बाहर निकलना भी मना होता है उसी एरिया में रहने वाली 6 बहनों के खेल का पूरा देश कायल है. अपने टैलेंट के दम पर ये 6 बहनें न सिर्फ घर से बाहर निकलीं बल्कि एक साथ यूपी टीम को रीप्रजेंट कर नेशनल लेवल वॉलीबाल टूर्नामेंट में अपना जलवा बिखेर रही हैं.

 

नाना ने बनाया प्लेयर

आजमगढ़ के कंदरी, माहुल एरिया में अधिकांश मुस्लिम फैमिली रहती है। इसी एरिया में एहतेशाम हैदर और उनके भाई हसीन हैदर, वाकर रजा हुसैनी का परिवार भी रहता है। एहतेशाम टीचर है, हसीन पुलिस में तो वाकर सचिवालय में पोस्टेड है। इन तीनों भाइयों के बीच 6 बेटियां है। मगर ये 6 बहनें मोहल्ले की अन्य गल्र्स की तरह घर में रहना नहीं चाहती थी। सभी बहनें टैलेंटेड थी। इनके टैलेंट को वाकर की बेटी महवर के नाना का साथ मिला। एक कॉलेज के मैनेजर सैयद ऑफताब हुसैन खुद वॉलीबाल के नेशनल प्लेयर रह चुके हैं। मगर उनकी बेटियों ने कभी वॉलीबाल खेलने के बारे में नहीं सोचा। इससे ऑफताब का सपना अधूरा ही थी। मगर उनकी नातिन महवर और उसकी पांच बहनों को वॉलीबाल खूब भा रहा था। यह देख ऑफताब ने 6 बहनों को वॉलीबाल की ट्रेनिंग देना शुरू कर दिया।

मजबूत इरादे ने बनाया नेशनल खिलाड़ी

ऑफताब की नातिन महवर रजा हुसैनी की पांच और बहनें है। जिनका नाम अना रिजवी, समरीन रिजवी, सना रिजवी, शमामा रिजवी और इन्नमा रिजवी है। ये सभी बहनें वॉलीबाल की नेशनल प्लेयर है। महवर ने बताया कि यूपी में वॉलीबाल की स्थिति बहुत खराब है। न तो सही ग्राउंड है और न ही खिलाड़ी के लिए कोई सुविधा। मगर हमारे अंदर खिलाड़ी बनने का मजबूत जज्बा था, जो हम सुविधा के अभाव में भी नेशनल लेवल तक पहुंच गए. 

यूपी की टीम के 12 में 6 बहनें

वॉलीबाल की टीम में 12 खिलाड़ी होते है। मगर यूपी की टीम में इन बहनों का कब्जा है। 12 में 6 बहनें है। इन बहनों का रिकॉर्ड भी काफी अच्छा है। महवर रजा हुसैनी ने जहां यूपी टीम को रीप्रजेंट करते हुए 12 नेशनल लेवल टूर्नामेंट खेले है, वहीं समरीन रिजवी ने यूपी टीम से 8 नेशनल टूर्नामेंट। जबकि इन्नमा रिजवी भी अब तक नेशनल लेवल टूर्नामेंट में 5 बार यूपी को रीप्रजेंट कर चुकी है. 

Report by: abhishek.singh@inext.co.in

 

Posted By: Inextlive