ऐतिहासिक और प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों के केंद्र गोरखपुर में पर्यटन का नया सवेरा हो चुका है. गोरखनाथ मंदिर गीता वाटिका चौरीचौरा शहीद स्मारक गीता प्रेस मगहर कबीर चौरा रामगढ़ झील कसया कपिलवस्तु तरकुलहा देवी मंदिर रामगढ़ताल गोरखपुर चिडिय़ाघर में पर्यटकों के बढऩे से पर्यटन को पंख लगे हैं. साथ ही साथ प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों और पुरातात्विक धरोहरों को हेरिटेज लुक देने के साथ सीएम सिटी का सौंदर्य और भी बढ़ा है.


गोरखपुर (शिवाकर गिरि)। अफसरों की मानें तो पिछले चार साल में योगी सरकार में गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, महराजगंज जिले में 200 करोड़ से अधिक का काम पर्यटन क्षेत्रों में हो चुका है। गोरखपुर में अलग-अलग जगह पर पर्यटन विभाग की ओर से 150 करोड़ की डेवलपमेंट वर्क कराए जा रहे हैं। इन्हें दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य है। मतलब यह तय है कि पर्यटन के और अच्छे दिन आने वाले हैं। इससे जहां पर्यटकों को अधिक से अधिक डेस्टिनेशन घूमने के लिए मिलेंगे। वहीं, स्थानीय लोगों को बड़ी संख्या मे काम भी मिलेगा। टूरिस्ट्स का लगा रहता है तांता
गोरखपुर राज्य के उत्तर पूर्वी हिस्से में राप्ती नदी के पास बसी सिटी है। प्रसिद्ध धार्मिक संत गोरखनाथ के चलते इस सिटी का नाम गोरखपुर पड़ा। फैमिली के साथ छुट्टियां बिताने के लिए यहां अनेक प्रसिद्ध टूरिज्म स्पॉट हैं। इनमें गोरखनाथ मंदिर, गोरखपुर पुरातात्विक संग्रहालय, गीता प्रेस, रेलवे संग्रहालय, नेहरू पार्क, कुसमी जंगल, विंध्यवासिनी पार्क, नीर निकुंज पार्क, सेंट कैथोलिक चर्च, सिटी मॉल यहां के प्रमुख आकर्षक के केंद्र हैं। गोरखपुर मंडल में कपिलवस्तु, लुंबिनी, इताहिया मंदिर, सोहगी बरवा, कुसमी जंगल, मगहर, सोहनाग धाम- तपोस्थली भगवान परशुराम, खुखुंदू नव्वे तीर्थ गुरु, अयोध्या राम जानकी मार्ग में पर्यटकों का तांता लगा रहता है।


सिटी में यहां हो रहा टूरिज्म डेवलपमेंट गोरखनाथ में मेला कार्य, ओपन थिएटर, लाइटिंग, मार्बल, कथा मंडप सहित पर 11 करोड़ के काम करेंगे। ग्रेनाइट वर्क पर 3.12 लाख खर्च होंगे। इसे नवंबर तक कंप्लीट करने की तैयारी है। जटाशंकर मंदिर उरुवा बाजार में 1.69 करोड़, कुसमी जंगल बुढिय़ा माई में 1. 60 लाख, अघोर पीठ में 60 लाख, गीता वाटिका में 2 करोड़ 37 लाख, चित्रगुप्त मंदिर में 1 करोड़ 39 लाख, तरकुलवा देवी में 1 करोड़ 23 लाख, रामगढ़ झील वाटर स्पोट्र्स में 45 करोड़, बुढिय़ा माई जंगल धूषण में 1.21 लाख, कबीर गौरव तलहिया में 5.50 करोड़, रामलीला मैदान राम सरोवर में 7 करोड़ 65 लाख, रामलीला मैदान में 4 करोड़ 84 लाख के काम होंगे। राप्ती से नौसढ़ कलेसर बांध का सुंदरीकरण 10 करोड़ 27 लाख में होगा। रामगढ़ झील में लाइटिंग 7 करोड़ से लाइटिंग होगी। पर्यटन को इस तरह लगे पंख गोरखनाथ में लाइट एंड साउंड शो (रोजगार, पूंजी निवेश आदि के लिए) - 6.29 करोड़ भीमकुंड गोरखनाथ 70.15 लाखशहीदी स्मारक स्थल राम प्रसाद बिस्मिल 1 करोड़ 87 लाख शहीद स्मारक चौरी-चौरा शहिद स्मारक दुहरियाकला 73 लाखवैशही देवी स्थल 1.52 करोड़ सुरमा समय माता मंदिर 95.12 लाखबरगदही शिवस्थल 66 लाखसूरजकुंड धाम 1.90 करोड़

भुनेश्वरनाथ भगुआपर 5.25 करोड़ मुक्तेश्वर नाथ 2.23 करोड़ काली बड़ई 24 लाख

जटाशंकर गुरुद्वारा 94 लाख मोहद्दीपुर गुरुद्वारा 1.76 करोड़ बांसगांव दुर्गा मंदिर 1.76 करोड़ निमेश्वर महादेव 2.13 करोड़ (नोट: गोरखपुर मंडल में पिछले 4 साल में 200 करोड़ के काम कराए गए हैं.) गोरखपुर की ऐतिहासिक और धार्मिक धरोहरों पर ज्यादा से ज्यादा पर्यटक आएं। ऐसे स्थलों को हेरिटेज लुक दिया जा रहा है। पर्यटन को बढ़ावा देने लगातार विकास कार्य कराए जा रहे हैं। फिलहाल 150 करोड़ के वर्क चल रहे हैं, जो दिसंबर तक पूरे हो जाएंगे। रविंद्र मिश्रा, जिला पर्यटन अधिकारी गोरखपुर

Posted By: Inextlive