- साइबर सेल टीम ने एक को किया अरेस्ट, दो अन्य की तलाश

- जिले भर में घूम-घूमकर सीधे-सादे लोगों को बनाते शिकार

GORAKHPUR: एटीएम के भीतर मदद के बहाने कार्ड बदलकर रुपए निकालने वाले गैंग का सदस्य पकड़ा गया। वारदात करने वाले दो अन्य की तलाश पुलिस कर रही है। साइबर सेल के प्रभारी महेश चौबे ने बताया कि आरोपित पहले भी कई मामलों में शामिल रहे हैं। पकड़े गए आरोपित के पास से दो एटीएम कार्ड और जालसाजी के 19170 रुपए बरामद हुए हैं।

हरकत में आई पुलिस

पीपीगंज के तिघरा निवासी संदीप सिंह कस्बे में एटीएम से रुपए निकालने गए। ट्रांजेक्शन में प्रॉब्लम आने पर उनके पास खड़े एक व्यक्ति ने मदद करने के बहाने एटीएम कार्ड बदल लिया। संदीप जब घर पहुंचे तो उनको मालूम हुआ कि उनके एकाउंट से किसी ने 50 हजार निकाल लिए हैं। उन्होंने इसकी शिकायत पीपीगंज थाने पर की। साइबर सेल के प्रभारी महेश चौबे, कांस्टेबल शशिशंकर राय और शशिकांत जायसवाल की जांच में फुटेज के आधार पर बांसगांव के बेदौली बाबू निवासी सुधीर कुमार सैनी का नाम सामने आया। साइबर सेल ने उसे अरेस्ट कर लिया।

दो अन्य साथियों की तलाश

साइबर सेल प्रभारी महेश चौबे ने बताया कि शातिर के दो अन्य साथियों बांसगांव के रघुवाडीह छोटकी निवासी शिव कुमार पांडेय उर्फ दुर्गेश और अजय कुमार दुबे उर्फ छोटू की तलाश चल रही है। गैंग के तीनों सदस्य किसी भी एटीएम में पहुंचकर लाइन में लग जाते हैं। फिर कम पढ़े लिखे लोगों या रुपए निकालने में परेशानी होने पर मदद के बहाने पहले पासवर्ड जान लेते हैं। इसके बाद एटीएम कार्ड बदलकर चले जाते हैं। आरोपित सुधीर पर सहजनवां में केस दर्ज हैं। शिवकुमार पर गगहा में हत्या का प्रयास, बांसगांव में छेड़खानी और देवरिया में भी तीन मुकदमे हैं। अजय के खिलाफ लूट सहित छह मामले दर्ज हैं।

ये बरतें सावधानी

- एटीएम में कैश निकालते समय पूरी गोपनीयता बरतें।

- अपना पासवर्ड, पिन नंबर सहित अन्य गोपनीय जानकारी किसी को ना दें।

- एटीएम कार्ड से रुपए निकाले समय किसी अंजान व्यक्ति की मदद न लें।

- कैश ट्रांजेक्शन के दौरान केबिन में अकेला व्यक्ति होना चाहिए।

- ज्यादा भीड़ होने पर रुपए निकालने से बचे, एटीएम को सुरक्षित रखें।

एटीएम बदलकर रुपए निकालने वाले गैंग के एक सदस्य को पकड़ा गया है। दो अन्य की तलाश चल रही है।

- महेश चौबे, साइबर सेल प्रभारी, क्राइम ब्रांच

Posted By: Inextlive