-इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड रूम में प्रशासन और स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ मीटिंग में दिए निर्देश

- इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने पर भी दिया जोर

इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड रूम (ई डिस्ट्रिक) में कमिश्नर जयन्त नार्लिकर ने प्रशासनिक और स्वास्थ्य से जुड़े अधिकारियों के साथ मीटिंग की। इस दौरान उन्होंने जिम्मेदारों को निर्देशित किया कि जनपद में आरटीपीसीआर और एंटीजेन किट के जरिए ज्यादा से ज्यादा कोरोना संक्रमण की जांच सुनश्चति की जाए। साथ ही कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग को अच्छे से करते हुए कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए व्यक्ति की पहचान कर उनकी भी जांच कराई जाए। उन्होंने कोविड अस्पतालों में इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने पर बल दिया।

मरीजों की लें स्वास्थ्य की जानकारी

कमिश्नर ने कहा कि सभी 840 टीम्स के डोर-टू-डोर सर्वे के वर्क की रोजाना निगरानी की जाए। उन्होंने कहा कि पॉजिटिव मरीजों को अस्पतालों में बिना देरी के भर्ती कराया जाए। रैपिड रिस्पांस टीम भी रोजाना होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की जांच सुनिश्चित करे और होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजो के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली जाए। उन्होंने एसएआरआई (सारी) और आईएलआई के मरीजों की पहचान और उनकी जांच पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि सभी कोविड अस्पतालों की व्यवस्था का निरीक्षण कर यह सुनिश्चित किया जाए कि वहां बिना किसी देरी के कोविड मरीजो का इलाज हो। डीएम और सीएमओ नियमित रूप से आईएमए व नर्सिग होम के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें इलाज के प्रोटोकाल के बारे में जानकारी देते रहे। उन्होंने कहा कि हर मरीज को एंबुलेंस की सुविधा अनिवार्य रूप से मिले। बैठक में डीएम के विजयेन्द्र पाण्डियन, सीडीओ इंद्रजीत सिंह, एडीएम एफआर राजेश कुमार सिंह, एडीएम सिटी राकेश कुमार श्रीवास्तव, प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ। नन्द कुमार और स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive