- हेल्थ डिपार्टमेंट 4-टी फार्मूले पर कर रहा काम

GORAKHPUR:

कोरोना की संभावित थर्ड वेव को लेकर गवर्नमेंट, डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन और हेल्थ डिपार्टमेंट अलर्ट मोड पर है। पीएम मोदी के 4-टी के मंत्र के बाद स्थानीय अधिकारियों ने भी उसी दिशा में तैयारियां तेज कर दी हैं। हेल्थ डिपार्टमेंट ने सीएमओ के निर्देश पर 4-टी के लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर दी है। ताकि थर्ड वेव में गोरखपुराइट्स को इलाज के लिए किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो। अब तक की व्यवस्थाओं की बात करें तो 4-टी के मामले में गोरखपुर फिट है।

पल-पल की रख रहे नजर

सेकेंड वेव से सबक लेते हुए डीएम के। विजयेंद्र पांडियन के निर्देश पर सीएमओ डॉ। सुधाकर पांडेय ने 4-टी पर तैयारी पूरी कर ली है। सभी सरकारी अस्पतालों में बेहतरीन इलाज और ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने की कवायद तेजी से चल रही है। इसके लिए सभी टीम को अलर्ट मोड पर रखा गया है।

ऐसे चल रही 4-टी की वर्किंग

ट्रैक एंड ट्रेसिंग: कोविड कंट्रोल रूम से हो रही निगरानी

हेल्थ डिपार्टमेंट से मिली जानकारी के मुताबिक कोविड का पॉजिटिविटी रेट 0.2 है। ऐसे में कोरोना के जो भी तीन से चार पॉजिटिव केस आ रहे हैं। इनके संपर्क में आने वाले फैमिली मेंबर्स को ट्रैक और ट्रेसिंग करने इंटीग्रेटेड कोविड कंट्रोल रूम में हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम तैनात की गई है। 4 सदस्यीय टीम ट्रेसिंग का काम कर रही है। इसके लिए नोडल को-आर्डिनेटर डॉ। एके चौधरी के दिशा निर्देश पर प्रतिदिन सुबह 10 से शाम 5 बजे तक ट्रेसिंग का काम किया जा रहा है। ट्रेसिंग का काम देख रहीं डॉ। ममता चौधरी ने बताया कि होम आइसोलेट संक्रमितों को डेली कॉल किया जाता है, उनकी ट्रेवल हिस्ट्री व कॉन्टेक्ट हिस्ट्री के बारे में डिटेल्स लेकर फार्मेट फिल कराया जाता है। वहीं, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी सुनीता पटेल बताती हैं कि कोरोना पॉजिटिव केस की रिपोर्ट आने पर पेशेंट को तत्काल प्रभाव से ट्रेस कराया जाता है।

ट्रीटमेंट: ऑक्सीजन प्लांट से मिलेंगी सांसें

कोरोना की थर्ड वेव आने से पहले बेहतर इलाज के लिए डॉ। एके प्रसाद को ट्रीटमेंट की जिम्मेदारी दी गई है। वह फिलहाल इस वक्त सभी हॉस्पिटल, पीएचसी-सीएचसी पर ऑक्सीजन प्लांट लगवाने का कार्य कर रहे हैं। डॉ। प्रसाद बताते हैं कि ऑक्सीजन प्लांट के लिए 100 बेड टीबी अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगा दिया गया है। इसके अलावा 200 बेड वाले होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, बड़हलगंज, 50 बेड वाले सीएचसी चौरीचौरा, 50 बेड वाले सीएचसी हरनही, 60 बेड वाले सीएचसी हरनही, 200 बेड वाले गुरु गोरक्षनाथ मेडिकल यूनिवर्सिटी में 960 एलपीएम (लिक्विड प्रति लीटर) क्षमता वाले प्लांट लगा दिए गए हैं। यह सभी एक्टिव हैं। इसकी खास बात यह है कि यह स्वत: जनरेट होने वाले ऑक्सीजन प्लांट हैं। इसके अलावा बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 500 बेड का कोविड हास्पिटल पहले से है। एम्स में भी 200 बेड का कोविड वार्ड बनाया गया है।

टेस्टिंग: पीएचसी-सीएचसी समेत मोबाइल वैन से कर रहे जांच

कोरोना की सेकेंड वेव में जहां छह से सात हजार तक सैंपल टेस्टिंग हो रही थी। वहीं, अब पॉजिटिविटी केस कम होने से टारगेट कम हुआ है, लेकिन अब भी एंटीजन और आरटीपीसीआर का डेली टारगेट 3500 सैंपल का है। इनमें 1700 एंटीजन टेस्ट और 1800 आरटीपीसीआर जांच शामिल हैं। कोविड जांच के लिए रेलवे स्टेशन पर 24 घंटे सैंपलिंग की जा रही है। आने वाले मुसाफिरों की जांच के लिए एंटीजन किट का सहारा लिया जा रहा है। वहीं, दो मोबाइल यूनिट भी रेलवे स्टेशन पर तैनात हैं। जिसमें आरटीपीसीआर की जांच भी होगी। टेस्टिंग की जिम्मेदारी देख रहे डिप्टी सीएमओ डॉ। अनिल कुमार सिंह ने बताया, 21 अर्बन पीएचसी, 19 रूरल पीएचसी-सीएचसी, 24 घंटे वाले जिला अस्पताल व सीएचसी चरगांवा में कोविड जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि सरकारी अस्पतालों के अलावा नौ प्राइवेट पैथोलॉजी को कोविड जांच केंद्र बनाया गया है। जहां पर जांच चल रही है।

टीका: गोरखपुर में 33 प्रतिशत वैक्सीनेशन

यूपी के 75 जिलों में गोरखपुर जिला टॉप फाइव में है। वहीं वैक्सीनेशन की स्पीड अच्छी होने के नाते गोरखपुर जिले ने 35 लाख के लक्ष्य में 33 प्रतिशत टीकाकरण कर लिया है। अब तक 11,65,797 लोगों को टीका लग चुका है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ। एनके पांडेय ने बताया, वैक्सीन की उपलब्धता प्रॉपर हुई है, ऐसे में वैक्सीनेशन की स्पीड अच्छी हो चुकी है। हालांकि, रोस्टर व मेगा अभियान बंद है, लेकिन उसके बावजूद भी वैक्सीनेशन के लिए 70-100 बूथ डेली बनाए जा रहे हैं, कोविशील्ड और को-वैक्सीन के स्लॉट अलॉट करने के बाद नजदीकी बूथ पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन वाले लाभार्थियों को लाभ मिलता है।

वर्जन

ऑलरेडी हम लोग 4-टी पर काम कर रहे हैं, ट्रैक, टेस्िटग, ट्रीटमेंट और टीकाकरण पर हमारा फोकस है। हमारी टीम पूरी तरह से हर स्पॉट पर तैनात है। इसके लिए सभी की जिम्मेदारी निर्धारित की गई है। प्रतिदिन इसकी रिपोर्ट ली जाती है।

डॉ। सुधाकर पांडेय, सीएमओ

Posted By: Inextlive