- होम आइसोलेटेड पेशेंट की रिकवरी में लगता है 10 दिन का वक्त

- 21 जुलाई को हुए होम आइसोलेट तो 31 जुलाई होने चाहिए थे स्वस्थ

GORAKHPUR: गोरखपुर में कोरोना के बढ़ते केसेज हेल्थ डिपार्टमेंट और जिला प्रशासन के लिए मुसीबत बनते जा रहे हैं। होम आईसोलेशन के लिए यूपी गवर्नमेंट की तरफ से आए आदेश के बाद जिस गति से सैंपलिंग बढ़ी, निश्चित तौर पर मरीज स्वस्थ भी हो रहे हैं। लेकिन जिम्मेदारों की उदासीनता कहें या लापरवाही, 21 जुलाई को होम आईसोलेट और लेवल -2 व 3 में एडमिट मरीजों की संख्या के दस दिन बाद यानि 31 जुलाई को महज 18 मरीजों को ही स्वस्थ दिखाया गया। जबकि 21 जुलाई को कुल 65 पॉजिटिव केस आए थे। इनमें से ज्यादातर को होम आईसोलेट किया गया था। महज 15 मरीज ही लेवल-2 व 3 के थे। सवाल इस बात का है कि जब दस दिन में ही होम आईसोलेटेड मरीजों को स्वस्थ हो जाना चाहिए था तो फिर सीएमओ की तरफ से जारी किए गए लेटर में 18 ही मरीज स्वस्थ क्यों दिखाए गए? वहीं सीएमओ डॉ। श्रीकांत तिवारी की मानें तो पोर्टल पर इस कॉलम का ऑप्शन ही नहीं बनाया गया है कि दस दिन बाद मरीजों के स्वस्थ होने का डाटा अपडेट हो जाए ताकि हेल्थ डिपार्टमेंट को रिकवरी के केसेज को सामने रखने में प्रॉब्लम न हो।

हम दुरुस्त कर लेंगे आंकड़ा

बता दें, यूपी गवर्नमेंट की तरफ से प्रदेशभर में कोरोना की जांच के लिए ज्यादा से ज्यादा सैंपलिंग कराई गई। इसके लिए एंटीजन, ट्रूनेट और आरटीपीसीआर तीनों से जांच करवाई जा रही है। जो एसिम्टोमैटिक मरीज हैं वे होम आईसोलेट या फिर होटल में पेमेंट पर एडमिट किए जा रहे हैं। सरकार के इस फरमान के बाद से गोरखपुर में हेल्थ डिपार्टमेंट की तरफ से लगातार सैंपलिंग कराई जा रही है। जिसका नतीजा यह हो गया है कि गोरखपुर जिले में कोरोना के 2100 केस पहुंच गए हैं। लेकिन महत्वपूर्ण सवाल यह है कि जिस गति से कोरोना के केसेज बढ़ रहे हैं। उनमें लेवल-2 व 3 के करीब 600 मरीजों को छोड़कर बाकी के मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें सामान्य जीवन में लाया जाना चाहिए। साथ ही हेल्थ डिपार्टमेंट के जिम्मेदारों को अपने आंकड़ों को दुरुस्त कर रिकवरी वाले आंकड़ों को भी सार्वजनिक करना चाहिए। सीएमओ डॉ। श्रीकांत तिवारी ने भी इस बात को माना कि 21 जुलाई को जो मरीज एडमिट हुए थे, वह दस दिन बाद यानि 31 जुलाई को स्वस्थ क्यों नहीं हुए। उनके रिकवरी वाले आंकड़े शासन की वेबसाइट पर शो क्यों नहीं कर रहे। इसके लिए उन्होंने शासन के उच्च अधिकारियों से बात की है। सीएमओ ने बताया कि यह आंकड़ा हम दुरुस्त कर लेंगे।

Posted By: Inextlive