फीडबैक देने में इंडिया में चौथे पायदान पर गोरखपुर
- गोरखपुराइट्स से शहर की स्वच्छता पर मांगा गया फीडबैक
- सिटीजन फीडबैक पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराकर दे सकते हैं आप अपना फीडबैक - आठ सवालों के जवाब बताएंगे गोरखपुर में सफाई का स्टैंर्ड GORAKHPUR: स्वच्छता सर्वेक्षण माह मार्च की शुरुआत के साथ शुरु हो चुका है। आपको यकीन नहीं होगा पब्लिक फीडबैक देने के आधार पर 10 लाख आबादी वाले शहरों में गोरखपुर दस दिन पहले इंडिया में दूसरी पोजिशन पर चल रहा है। जबकि यूपी में गोरखपुर का इस समय चौथा स्थान है। यूपी में पहले नम्बर पर प्रयागराज, दूसरे पर नोएडा, तीसरे पर लखनऊ और चौथे पोजिशन पर अपना शहर है। आबादी के हिसाब से रैकिंगनगर निगम के लिए इस बार राहत की खबर है कि पब्लिक फीडबैक में बढ़-चढ़कर हिस्सेदारी निभा रही है। अभी तक 4 लाख 6 हजार 382 लोगों ने अपना फीडबैक दे दिया है। इस बार स्वच्छता पर कितनी रैंक मिलेगी ये कहना अभी मुश्किल होगा। 21 मार्च तक पब्लिक के लिए नगर निगम की साइट खुली हुई और लोग अपना फीडबैक दर्ज करा सकते हैं। पब्लिक फीडबैक देने में गोरखपुर देश में दस लाख आबादी वाले शहर की लिस्ट में दूसरे नम्बर तक पहुंच चुका है। जबकि यूपी के अंदर छोटे-बड़े सभी जिलों में फीडबैक देने में गोरखपुर का चौथा स्थान है।
रैंकिंग में अहम होगा पब्लिक का जवाब स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के तहत सभी शहरों में फीडबैक लिए जा रहे हैं। गोरखपुर नगर निगम में कर्मचारियों को भी इसके लिए लगा दिया गया है। ताकि अधिक से अधिक लोग को इसकी जानकारी हो और वो अपना फीडबैक दें। 3 जनवरी से पोर्टल खोल दिए गए हैं। कभी भी आप अपना फीडबैक वेबसाइट पर जाकर दे सकते हैं। इसमे आपका अधिक समय भी नहीं बर्बाद होगा। स्वच्छता सर्वेक्षण में कुल 6000 नम्बर दिए जाने हैं। इसमे पब्लिक फीडबैक पर सबसे अधिक 600 नम्बर दिए जाएंगे। पिछली बार गोरखपुर ने लगाई थी छलांग पिछली बार 2020 में स्वच्छ शहरों की सूची में 144 सीढि़यों की छलांग लगाते हुए गोरखपुर देश में 82वें पायदान पर पहुंच गया था। जबकि इससे पहले 2019 में गोरखपुर 226 वें स्थान पर था। इसके साथ ही गोरखपुर को प्रदेश में नौंवा स्थान मिला था। पिछली बार कम लोगों ने दिखाया इंट्रेस्ट2020 में फीडबैक देने में ज्यादातर गोरखपुराइट्स भाग रहे थे। जबकि इसके लिए नगर निगम से करीब 30 कर्मचारी लगाए गए थे। डेली एक कर्मचारी को सौ फीडबैक फॉर्म भरवाने का लक्ष्य दिया गया था। जिसमे उन्हें सफलता नहीं मिली थी। डीटेल भरने के बाद अपना ओटीपी नम्बर कोई डालना नहीं चाह रहा था।
स्टैटिस्टिक - आबादी- 10 लाख वार्ड - 70 सवाल- 8 पब्लिक फीडबैक पर नम्बर-600 इतने नम्बर का है स्वच्छता सर्वेक्षण-6000 इस पर दें फीडबैक- www.swachhsurvekshan2021.org पब्लिक दे रही इन सवालों का जवाब - 1- क्या आपको पता है कि आपका शहर स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में भाग ले रहे हैं? 2-क्या आपको पता है कि स्वच्छ स्र्वेक्षण 2020 में आपके शहर की क्या रैकिंग थी? 3-आस-पास की साफ-सफाई पर आप अपने शहर को 0-10 में से कितना नम्बर देना चाहेंगे? 4- शहर के सार्वजनिक व्यवसायिक स्थानों की स्वच्छता पर आप 0-10 में कितने अंक देना चाहेंगे? 5-क्या कचरा संग्रहक द्वारा आपसे गीला और सूखा कचरा अलग-अलग देने को कहा जाता है? 6-अपने शहर के सार्वजनिक सामुदायिक शौचालय एवं यूरिनल की स्वच्छता पर आप 0-10 में से कितने अंक देना चाहेंगे? 7-क्या आपको पता है कि आप गूगल पर नजदीकी शौचालय की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं? 8-क्या आपको पता है कि आप स्वच्छता एप अथवा सिटी ऑफ पटना ऐप की माध्यम से स्वच्छता संबंधी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं?पब्लिक का अच्छा सपोर्ट मिल रहा है। इस बार फीडबैक देने में शुरु से ही गोरखपुराइट्स आगे आ रहे हैं। अब तक 4 लाख से अधिक लोगों ने अपना फीडबैक दिया है। अभी आगे और इसकी संख्या बढ़ेगी।
- डीके सिन्हा, अपर नगर आयुक्त