सिटी की अंधेरी सड़क गोरखपुराइट्स के लिए परेशानी का सबब बन गई है. सड़कों पर अंधेरा होने के कारण लोगों को इन सड़कों पर चलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। अंधेरे के कारण सड़क पर हादसे भी हो रहे हैं, इसमें लोग जान भी गवां चुके हैं। लेकिन जिम्मेदार इसपर चुप्पी साधे हुए हैं।जेल बाईपास रोडसिटी का जेल बाइपास रोड बन कर तैयार हो चुका है, लेकिन इस सड़क पर रोड लाइट की कहीं भी सुविधा नहीं है, शाम होते ही इस रोड पर अंधेरा पसर जाता है। इससे इस रोड पर चलने वाले राहगीरों को ज्यादा दिक्कत होती है। इस रोड पर आए दिन एक्सीडेंट होते रहते है, जिसमें कई लोग गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं, लेकिन जिम्मेदारों को इसकी परवाह नहीं है।असुरन-मेडिकल कॉलेज रोड


सिटी के असुरन से मेडिकल कॉलेज रोड की पहचान मॉडल रोड के रूप में हैं, लेकिन इस रोड के डिवाइडर के बीच खूबसूरत अर्नामेंटल लाइटें लगाई गई हैं, लेकिन ये लाइट नियमित जलती नहीं हैं, इससे राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं इस रोड पर अंधेरे के कारण कई हादसे भी हो चुके हैं, हाल ही में एक महिला ने जान भी गवां दी थी।इन सड़कों पर भी रहता है अंधेरा

सिटी के खजांची चौराहे से स्पोर्ट्स कॉलेज रोड पर भी अंधेरा पसरा रहता है, इसी तरह देवरिया बाइपास तिराहे से ट्रांसपोर्ट नगर के बीच ओवरब्रिज निर्माण कार्य के कारण भी इस रोड पर भी अंधेरा पसरा रह रहा है। देवरिया बाइपास से सहारा इस्टेट रोड पर भी सड़क निर्माण का काम चल रहा है, इससे यहां रोड लाइट की व्यवस्था ध्वस्त है। सिटी के बिछिया, चरगांवा, पादरी बाजार सहित कई एरिया की सड़कें अंधेरे में हैं। इससे लोगों को दिक्कत हो रही है।केस 1सितंबर में शाहपुर थाना क्षेत्र के असुरन चौक पर अंधेरे के कारण डिवाइडर से ई-रिक्शा टकराने से पलट गया, हादसे में महिला की मौके पर ही मौत हो गई। वह मऊ जिले के घोसी सबरहत निवासी कांति देवी थीं। शाहपुर में अपने एक रिश्तेदार के घर आई थीं।केस 215 मार्च की रात करीब नौ बजे मोहद्दीपुर से असुरन चौक रोड पर अंधेरे के कारण डिवाइडर पर स्कार्पियों चढ़कर पलट गई। इस हादसे में एक महिला सहित कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। घायलों का इलाज एक प्राइवेट अस्पताल में हुआ था।केस 3

नौ दिसंबर की रात करीब 10 बजे मोहद्दीपुर की तरफ से हेल्थ डिपार्टमेंट का 108 नंबर एंबुलेंस असुरन चौक के पास पहुंचा, लेकिन वहां अंधेरा होने के कारण एंबुलेंस डिवाइडर पर चढ़ गया, लेकिन गनीमत ये रही कि एंबुलेंस में कोई मरीज नहीं था। लेकिन, एंबुलेंस के ड्राइवर को हल्की चोट आई।सिटी के मुख्य सड़कों पर जहां कहीं भी जीडीए की लाइट लगी हैं और वह नहीं जल रही है, उसे ठीक करा लिया जाएगा।उदय प्रताप सिंह, जीडीए सचिवशाम होते ही सड़क पर अंधेरा पसर जाता है। इससे आए दिन एक्सीडेंट होते रहते हैं, बावजूद इसके रोड लाइट नहीं लग रही है।अमरजीत, खजांची चौराहासिटी में जेल बाइपास, स्पोट्र्स कॉलेज रोड पर हमेशा अंधेरा रहता है, इससे रात में आने-जाने में दिक्कत होती है। शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होती है।देवेंद्र प्रताप चौहान, पादरी बाजार

Posted By: Inextlive