गोरखपुर के 71 सरकारी स्कूलों की सूरत बदलने वाली है. कायाकल्प योजना के तहत स्कूलों को दो पार्ट में स्मार्ट बनाया जाएगा. इसमें स्कूल के साथ क्लास तो स्मार्ट बनेगी ही.


गोरखपुर (ब्यूरो)।साथ में बच्चों के बैठने के लिए फर्नीचर की व्यवस्था भी अच्छी होगी। त्वरित आर्थिक विकास योजना के मद से बजट के लिए जीडीए वीसी ने शासन को इंगित करते हुए डीएम को पत्र लिखा है। बजट के जारी होते ही स्कूलों को कायाकल्प करने का काम शुरू हो जाएगा। जीडीए ने टेंडर की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। एक स्कूल पर खर्च होंगे 31.11 लाख रुपए


जीडीए जिन 71 स्कूलों का कायाकल्प कराने जा रहा है। उन पर 10 करोड़ 15 लाख रुपए खर्च होंगे। यानी हर विद्यालय पर तकरीबन 31 लाख 11 हजार लगेंगे। जीडीए की ओर से मांगी गई जानकारी के बाद बीएसए ने 71 विद्यालयों की सूची दी है। स्कूलों के कायाकल्प की आगणन रिपोर्ट दो चरण में बनाई गई है। पहले चरण में प्रति विद्यालय 14.29 लाख रुपए और दूसरे चरण में 16.82 लाख रुपए का आगणन किया गया। जीडीए ने बैंकों से कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत विद्यालयों के लिए बजट देने को कहा है। बैंकों से मिलने वाले बजट से प्रोजेक्टर आदि लगाने की योजना है। पार्ट बी में लगेंगे प्रोजेक्टर, कंप्यूटर

स्कूलों के कायाकल्प के बाद पार्ट बी में क्लास में प्रोजेक्टर, कंप्यूटर, साउंड सिस्टम लगाए जाएंगे। इससे बच्चों को आसानी से पढ़ाया जा सकेगा। साथ ही वह टेक्नोलॉजी से भी जुड़ जाएंगे। जीडीए के अनुसार जिन स्कूलों में शौचालय की व्यवस्था नहीं है या फिर जर्जर अवस्था में हैं, उसे भी दुरुस्त कर बेहतर बनाया जाएगा। स्मार्ट क्लास बनने से बच्चे भी कान्वेंट स्कूलों की तरह पढ़ाई कर सकेंगे। महानगर के 71 विद्यालयों के कायाकल्प की तैयारी है। त्वरित आर्थिक विकास योजना के मद से काम होना है, इसके लिए डीएम को पत्र लिखकर बजट उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है। महेंद्र ङ्क्षसह तंवर, वीसी, जीडीए

Posted By: Inextlive