चाहे बिहार हो या फिर पड़ोसी देश नेपाल वाया गोरखपुर के रास्ते दिल्ली पंजाब हरियाणा और महाराष्ट्र जाने वाली ट्रेनों में बच्चे सफर कर रहे हैं और ह्यूमन ट्रैफिकिंग के शिकार हो रहे हैं.


गोरखपुर (ब्यूरो)।आरपीएफ ने सप्तक्रांति एक्सप्रेस से 5 बच्चों को रेस्क्यू किया है। जो रिजर्वेशन टिकट पर दिल्ली जा रहे थे। इन सभी बच्चों को जीआरपी व आरपीएफ ने चाइल्ड लाइन के सुपुर्द कर दिया है। वहीं, चाइल्डलाइन ने सीडब्ल्यूसी और बाल संरक्षण विभाग के समक्ष प्रस्तुत कर बच्चों की काउंसिलिंग शुरू कर दी है। लेकिन अब तक इनके मेन सरगना तक जिम्मेदार अधिकारी पहुंच नहीं सके हैैं। रिजर्वेशन कराकर जा रहे थे दिल्ली
बता दें, बिहार व पड़ोसी देश नेपाल में गरीबी होने के कारण ह्यूमन ट्रैफिकिंग के शिकार बच्चों को दिल्ली, महाराष्ट्र, पंजाब और आंध्र प्रदेश कामकाज के लिए ले जाया जाता है। नेपाल और बिहार तक इनके जुड़े तार को खंगाल रही जीआरपी व आरपीएफ भी अब तक खाली हाथ है, लेकिन गोरखपुर के रास्ते जाने वाली ट्रेनों में सफर करने वाले इन बच्चों को जीआरपी और आरपीएफ पकड़ जरुर लेती है, लेकिन यह किसके साथ सफर करते हैैं, इनके साथ कोई अब तक नहीं मिल सका है। शुक्रवार को दिल्ली जाने वाली सप्तक्रांति एक्सप्रेस (12557) के कोच संख्या डी-4 से सफर करने वाले पांच बच्चों को आरपीएफ के एसआई रमेश कुमार पासवन व सीडब्लूसी की टीम मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू किया। इन बच्चों को चाइल्ड लाइन के सुपुर्द किया गया है। पकड़े गए बच्चे 15-17 वर्ष तक के हैैं। जो बिहार के सीतामढ़ी जिले के निवासी हैैं। आरपीएफ प्रभारी राजेश कुमार ने बताया, रेस्क्यू किए गए बच्चों को चाइल्डलाइन के सुपुर्द कर दिया गया है। डीपीओ सरबजीत सिंह ने कहा, रेस्क्यू किए गए बच्चों को शेल्टर होम में रखा गया है। इनकी काउंसिलिंग की जा रही है। बार-बार बच्चे हुए रेस्क्यू 25 अगस्त - गोरखपुर की सीआईबी टीम ने संयुक्त रूप से जीआरपी, आरपीएफ के साथ मिलकर 16 नेपाली बच्चों को नेपाल वाया गोरखपुर होते हुए कर्नाटक तक ले जाने वाले गिरोह को दबोचा था।16 अगस्त - एएचटी टीम ने इंदिरा बाल विहार के पास एक नाबालिग बच्चे को गुब्बारा बेचते हुए लावारिस अवस्था में रेस्क्यू किया, जिसे चाइल्ड लाइन के सुपुर्द किया गया। 18 जून - धर्मशाला मछली मंडी में भीख मांग रहे एक नाबालिग बच्चे को रेस्क्यू कर चाइल्ड लाइन को सौंपा गया। 19 जून - तीन नाबालिग बच्चों को रेलवे स्टेशन पर भीग मांग रहे थे, रेस्क्यू कर उन्हें चाइल्डलाइन के हवाले किया गया। 22 जून - नाबालिग बच्चे जो भीख मांग रहे थे, उन्हें रेस्क्यू कर उन्हें चाइल्डलाइन के हवाले किया गया। 29 जून - ऑपरेशन मुस्कान के तहत गुमशुदा बच्चे को परिवार से मिलाया गया।


5 जुलाई - एएसटी ने रेस्क्यू कर व्ही पार्क में भीख मांग रहे 2 नाबालिग बच्चों को बाहर निकालकर चाइल्ड लाइन भेजा।बिहार से दिल्ली जाने वाली ट्रेन से पांच बच्चे उतारे गए हैैं। इन बच्चों के अभिभावकों को ढूंढा गया, लेकिन किसी ने कुछ भी नहीं बताया। इन्हें चाइल्ड लाइन के सुपुर्द कर दिया गया है।विजय प्रताप सिंह, प्रभारी, जीआरपी

Posted By: Inextlive