संजय गांधी पीजीआई से गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज जुडऩे जा रहा है. जहां एक्सपर्ट की तरफ से 24 घंटे की सेवा मिल सकेगी. ऐसे में गंभीर पेशेंट्स को केजीएमयू रेफर नहीं करना होगा. उनको मेडिकल कॉलेज में पीजीआई की तर्ज पर इलाज की सुविधा मिलेगी.


गोरखपुर (ब्यूरो)। यहां के विशेषज्ञ डॉक्टर्स टेली मेडिसिन की मदद से पेशेंट्स के इलाज में मदद करेंगे। मिली जानकारी के अनुसार पहले चरण में गोरखपुर समेत छह मेडिकल कॉलेज को पीजीआई से जोड़ा गया है। टेली मेडिसिन से आईसीयू के 100 बेड जोड़े गए हैं। इसमें गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के 20 बेड के अलावा अन्य मेडिकल कॉलेज के 10-10 आईसीयू बेड जोड़े गए हैं। पीजीआई ने ट्रायल कर मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था देखी है। जल्द ही यह सुविधा शुरू हो जाएगी। डॉक्टर्स 24 घंटे एक दूसरे के सपंर्क में रहकर पेशेंट पर नजर रखेंगे।

बच्चों का सेल्फ सेंटर, दूसरे स्कूल में ड्यूटी करेंगे टीचर
सीआईएससीई 10 और बारहवीं के 12 फरवरी से शुरू हो रहे एग्जाम.19 सेंटर पर होंगे बोर्ड एग्जाम, सेंटर इंचार्ज, सुपरवाइजर, कोआर्डिनेटर और इनविजिटलेटर हुए सेलेक्ट। कांउसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जाममिनेशन (सीआईएससीई) बोर्ड एग्जाम 12 फरवरी से स्टार्ट हो रहे हैं। इंटर फाइनल इयर के स्टूडेंट का 12 फरवरी और हाईस्कूल के छात्रों का एग्जाम 21 फरवरी से शुरू होगा। इसको लेकर गोरखपुर में सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। हाईस्कूल और इंटर के स्टूडेंट्स का सेल्फ सेंटर होगा। वहीं उस स्कूल के टीचर्स की दूसरे स्कूल में ड्यूटी लगाई जाएगी। यानी किसी भी स्कूल का टीचर वहां नहीं बल्कि दूसरे विद्यालय में बोर्ड एग्जाम के समय ड्यूटी करेगा।19 स्कूल बने सेंटर गोरखपुर में कुल 25 सीआईएससीई स्कूल हैं। जिसमें से 19 स्कूलों में बोर्ड एग्जाम होने हैं। ज्ञान पब्लिक स्कूल के बच्चे पहली बार बोर्ड एग्जाम दे रहे हैं, जिनका सेंटर सेंट पॉल स्कूल में गया है। बोर्ड के नियमानुसार नए स्कूल के बच्चों को सेंटर दूसरे स्कूल में गया है।सेलेक्ट हुए कोआर्डिनेटरबोर्ड एग्जाम को लेकर सेंटर इंचार्ज, सुपरवाइजर, इनिविजेलटर और कोआर्डिनेटर का चयन हो चुका है। सभी स्कूलों में चयनित इंचार्ज अपने अपने स्कूल में ड्यूटी करेंगे। इस बारे में कोआर्डिनेटर सीआईएससीई गिरिश चंद्रा ने बताया कि एग्जाम को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

Posted By: Inextlive