यूपी बोर्ड रिजल्ट घोषित हो चुका है. स्टेट के 3505 स्टूडेंट्स ने टॉप-10 की लिस्ट में जगह बनाई है. सिटी के 41 मेधावी भी इस वरीयता सूची में शामिल है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। इनमें 19 स्टूडेंट्स ने 10वीं और 22 स्टूडेंट्स ने 12वीं की परीक्षा में टॉप-10 में जगह बनाई है। खास बात यह है कि डिस्ट्रिक्ट के ज्यादातर टॉपर सोशल मीडिया पर रील नहीं बनाते हैं, क्योंकि इन्होंने सोशल मीडिया से दूरी बनाई हुई है। टॉपर्स ने स्टूडेंट्स को मोबाइल से दूरी बनाने की सलाह दी।इसलिए बनाई सोशल मीडिया से दूरीडिस्ट्रिक्ट की मेरिट में जगह बनाने वाले मेधावियों का सोशल मीडिया से नाता नहीं रहा। रील बनाना या सोशल मीडिया पर फोटो अपलोड करना इन्हें पसंद नहीं है। कुछ स्टूडेंट्स का तो सोशल मीडिया पर अकाउंट भी नहीं है। इनका कहना है कि इस समय का इस्तेमाल उन्होंने पढ़ाई के लिए किया है। उनका कहना है कि सफलता प्राप्त करने के लिए सोशल मीडिया से दूरी बनानी ही होगी।सोशल मीडिया पर बर्बाद होता है समय


12वीं की परीक्षा में तीसरा स्थान प्राप्त करने वाली गोल्डी सिंह व चौथे स्थान पर रहीं जोहा नियाज, 10वीं में तीसरे स्थान पर रहने वाले अदिति और ऋषभ का मानना है कि सोशल मीडिया पर समय की बर्बादी होती है। पढ़ाई के बाद नहीं मिलता था समय

पांच घंटे स्कूल की पढ़ाई के बाद दोपहर का समय होमवर्क पूरा करने में बीत जाता था। शाम को नोट्स तैयार करने पड़ते थे, जबकि रात को नींद आने तक कोर्स का रिवीजन करते थे। सोशल मीडिया के लिए समय ही नहीं मिलता था।श्वेता सिंह, 12वीं में स्टेट में पांचवीं और डिस्ट्रिक में पहली रैंकसोशल मीडिया की जगह पढ़े किताबेस्कूल में टीचर्स ने 10वीं में आते ही समझा दिया था कि करियर बनाना है तो सबसे पहले मोबाइल से दूरी बनाओ और किताबों से दोस्ती करो। कई बार दोस्तों ने सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने को कहा, लेकिन मैनें सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं किया।अंशिका यादव में प्रदेश में आठवीं और और डिस्ट्रिक में पहली रैंकसिर्फ जरूरी कामों के लिए ही यूज करती हूं मोबाइलअगर सोशल मीडिया के लाइक, शेयर और कमेंट की हैबिट लग गई तो टॉपर बनने की चाह कभी पूरी नहीं हो पाएगी। सोशल मीडिया चलाते समय बस एक ही बेचैनी रहेगी कि किसने क्या कमेंट किया। इसलिए इन सबसे दूर रहना ही बेहतर लगा। सिर्फ जरूरी कामों के लिए मोबाइल का इस्तेमाल करती हूं।अनामिका साहनी, इंटर में प्रदेश में नौवीं और डिस्ट्रिक में दूसरी रैंकनहीं चलाता हूं मोबाइल

मेरे पास मोबाइल फोन नहीं है, मोबाइल का इस्तेमाल मुझे ज्यादा पसंद नहीं है। ज्यादा समय पढ़ाई में ही बीतता है। स्कूल, घर के काम और खेतीबाड़ी से जो समय मिलता है, उसमें विषयों का रिवीजन करता हूं। 12वीं में डिस्ट्रिक टॉप करने के कोशिश करूंगा, इसके लिए मोबाइल से दूरी बनाउंगा।रामपाल यादव, हाईस्कूल में डिस्ट्रिक में दूसरी रैंक

Posted By: Inextlive