गोरखपुर जोन में एक लाख जबकि जिले में लगे हैं 40 हजार ट्रांसफॉर्मर. ट्रांसफॉर्मरों की बाइंडिंग पर दो का सुपर इनेमल्ड सिस्टम लगाकर इसे फुंकने से बचाया जाएगा. शासन से इसकी अनुमति मिल गई है. वर्कशॉप में इस पर काम शुरू कर दिया गया है. नई व्यवस्था से ट्रांसफॉर्मर जलने में 20 परसेंट की कमी आने की उम्मीद है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने ग्रेड दो सुपर इनमल्ड लगाकर ट्रांसफॉर्मरों के फुंकने में कमी की है। बिजली निगम के अफसरों के मुताबिक गोरखपुर जोन में एक लाख ट्रांसफॉर्मर लगे हैं। गोरखपुर जिले में तकरीबन 40 हजार हैं, इसमें 10 हजार ट्रांसफॉर्मर हर साल फुंक जाते हैं। इस व्यवस्था से ट्रांसफॉर्मर तलने के मामले में 20 परसेंट की कमी आने की उम्मीद है। ग्रेड दो सुपर इनेमल्ड लगाने से ओवरलोड होने या करंट अचानक बढऩे से ट्रांसफॉर्मर को लगने वाले झटके से बचाया जा सकेगा। ई। मुदित तिवारी, अधीशासी अभियंता वर्कशॉप गर्मी में ट्रांसफॉर्मरों को जलने से बचाएगा एचटी फ्यूज


ट्रांसफॉर्मरों को फुंकने से बचाने के लिए बिजली निगम अब सिटी के चारों डिवीजन के लगे ट्रांसफॉर्मरों पर एचटी फ्यूज लगाने का काम शुरू कर दिया है। इससे ट्रांसफॉर्मरों के फुंकने की संभावना कम होती है। बीते दिनों में निविदा के माध्यम से 100 केवी से कम क्षमता वाले ट्रांसफॉर्मरों पर बैकेलाइट के जरिए एचटी फ्यूज बना कर सिस्टम डेवलप किया जा रहा है। इससे ट्रांसफॉर्मरों के फुंकने की दर में कमी आएगी। अभी अनुरक्ष माह में 100 केवीए एंव अधिक क्षमता के ट्रांसफॉर्मरों पर एचटी फ्यूज लगाया जा रहा है।

खंड ट्रांसफॉर्मरों की संख्या शास्त्री चौक प्रथम 800बक्शीपुर द्वितीय 700मोहद्दीपुर तृतीय 550राप्तीनगर चतुर्थ 600 कुल योग 2650 100 से कम क्षमता वाले ट्रांसफॉर्मरों पर एचटी फ्यूज लगाया जा रहा है। इसके लग जाने से ट्रांसफॉर्मरों की फुंकने की दर में कमी आएगी। यह कार्य सभी डिवीजनों में चल रहा है। - ई। लोकेंद्र बहादुर सिंह, एसई शहर

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