स्कूल वाहनों से सुरक्षा उपकरण को लेकर विशेष अभियान परिवहन विभाग चला रहा है. इसमें स्कूल में जाकर स्कूली वाहनों को सुरक्षा मापदंडो की जांच की जा रही है. वहीं दूसरी ओरे शहर की सड़कों में बेरोकटोक स्कूली बच्चों से भरे ओवरलोड ऑटो वैन और अनफिट वाहन चल रहे हैं. इन वाहन के रूप में पंजीकृत नहीं हैं. स्कूली वाहन बच्चों को ठंूसकर वाहनों में ले जाते हैं. जिसे खुलेआम सड़कों पर देखा जा सकता है.


गोरखपुर (ब्यूरो).इसके बावजूद नियमों की धज्जियां उड़कर चल रहे वाहनों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। यह वाहन सड़कों पर चल रहे हैं। प्रशासन व परिवहन विभाग की यह लापरवाही बच्चों को भारी पड़ सकती है। स्कूलों में दौड़ रहे 556 अनफिट वाहन बताया जा रहा है कि जिले में स्कूलों की तादात अधिक है। इन स्कूलों में अभी भी 556 अनफिट वाहन चल रहे हैं। वहीं 100 से अधिक वाहन जिसमें ऑटो, ई रिक्शा एवं वैन शामिल हैं। रोजाना स्कूली बच्चों को ढो रहे हैं। इन वाहनों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर काई मापदंड नहीं है। इनमें स्पीड गर्वनर एवं कैमरा व जीपीएस सिस्टम नहीं है। इसके बाद ही यह बच्चों को क्षमता से अधिक बैठाते हैं। इसे बच्चों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। अभियान केवल औपचारिकता
बताया जा रहा है कि स्कूली वाहनों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने मापदंड जारी किए है। जिनका पालन करना प्रशासन एवं परिवहन विभाग की जिम्मेदारी है। स्कूल में चल रहे वाहन सुरक्षा मापदंडों का पालन कर रहे हैं इसके लिए परिवहन विभाग अभियान चला रहा है। इसमें स्कूल वाहनों की चेकिंग करता है। लेकिन इसमें महज विभाग औपचारिकता निभा रहा है। एसटपी ट्रैफिक और परिवहन विभाग की टीम स्कूली वाहनों पर कार्रवाई का दावा करती है, लेकिन हकीकत में अभी अनफिट वाहन सड़कों पर दौड़ रही है। इसके साथ इनमें सुरक्षा मापदंड के नाम पर कुछ भी नहीं है।

Posted By: Inextlive