जिले का विकास हुआ तो नियम भी खूब टूटे. यह बात फिलहाल चौड़ी सड़कों बढ़ती गाडिय़ों और ट्रैफिक रूल्स को लेकर है. एक तरफ सड़कें चौड़ी की जा रही हैं तो दूसरी तरफ तेजी से वाहनों की संख्या भी बढ़ रही है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। वर्तमान समय में 13 लाख से अधिक वाहन आरटीओ में रजिस्टर्ड हैं, जिसमे करीब 70 हजार कॉमर्शियल और 13 लाख से अधिक प्राइवेट वाहन हैं। सड़कों पर भारी संख्या में दौड़ रहे वाहन ट्रैफिक रूल तोड़ रहे हैं। लाखों लोगों का चालान काट कर करोड़ों रुपए शमन शुल्क भी वसूला गया, लेकिन पब्लिक पर जुर्माने का भी असर नहीं पड़ रहा। हर साल चालान की संख्या बढ़ती ही जा रही है। ट्रैफिक पुलिस के साथ पब्लिक का भी यही मानना है कि ट्रैफिक रूल्स का पालन जरूरी है। इससे हादसों पर अंकुश लगेगा।दोगुने हो गए चालान2022 के मुकाबले साल 2023 में चालान की संख्या दोगुनी हो गई है। साल 2023 में शमन शुल्क में भी करीब एक करोड़ रुपए की वृद्धि हुई है। साल 2023 में 3,73,491 चालान काटे गए हैं। इनसे 3,96,40,400 रुपए शमन शुल्क वसूला गया। हेलमेट न लगाने पर सर्वाधिक चालान


दो साल की अगर बात करें तो सबसे अधिक चालान हर वर्ष हेलमेट नहीं लगाने पर हो रहा है। साल 2022 में 1,69,756 चालान काट कर बिना हेलमेट चलने वालों से 1,58,39,500 रुपए वसूले गए। वहीं, साल 2023 में 1,68,747 चालान काटकर पब्लिक से 1,80,13,000 रुपए जुर्माना स्वरूप वसूले गए। सबसे अधिक युवाओं का चालान

ट्रैफिक पुलिस की मानें तो युवा सबसे अधिक चालान कटवा रहे हैं। बाल और फैशन की वजह से वह हेलमेट लगाने से परहेज करते हैं, इनके साथ ही गल्र्स भी रूल तोडऩे में आगे हैं। रांग साइड, ड्रंक एंड ड्राइव, स्टंट और मोबाइल से बात करते हुए भी इनका चालान किया जाता है। दो साल में इस तरह हुई कार्रवाई डिटेल 2022 में हुए चालान जुर्माना 2023 में हुए चालान -- जुर्माना हेलमेट 1,69,756 1,58,39,500 - 1,68,747 1,80,13,000

सीट बेल्ट 10,916 20,46,000 - 4550 18,06,000 मोबाइल 1638 6,83,000 - 1534 10,48,000नो पार्किंग 59,849 43,46,000 - 56,556 35,60,000
लेन चेंज, रेड लाइट जंप 12,894 13,57,200 - 19,868 20,05,000तीन सवारी 15,390 18,07,200 - 26,035 18,96,500स्टंट करना 38 -- - 19 ---
मदिरा का सेवन 41 -- - 179 50,000ओवर स्पीडिंग 843 2,88,000 - 5970 14,74,000अन्य चालान 17,462 36,53,700 - 90,033 97,87,900टोटल 2,88,827 3,00,20,600 - 3,73,491 3,96,40,40सड़क दुर्घटना का सबसे बड़ा कारण खराब सड़कें और इन दिनों मौसम है। धुंध होने पर आजकल दूर या पास की ही चीजों को देखने में दिक्कत होती है। अचानक ब्रेक लगाने पर गाड़ी काफी दूर तक फिसल कर आसपास के वाहनों से टकरा सकती है। अत: नियंत्रण में वाहन चलाना चाहिए। शुभम श्रीवास्तव, विद्युत विभाग के कर्मचारीदुर्घटना का कारण ओवरस्पीडिंग है। इससे वाहन को रोकने का रेस्पांस टाइम कम हो जाता है, जिसके कारण वाहन अचानक रुक नहीं पाता है और दुर्घटना का कारण बनता है। यदि सामान्य गति में वाहन चलाएं तो हादसों पर अंकुश लगेगा। प्रियंका यादव, मोहद्दीपुरसड़क पर यात्रा के दौरान आसपास चल रहे अन्य वाहन चालकों द्वारा की जाने वाली गलतियां हैं। लिहाजा आसपास के ड्राइवर के व्यवहार को पहचानना भी बेहद जरूरी है। अचानक वाहन को रोकना या मोडऩा भी हादसों की प्रमुख वजहों में से एक है। पिंकु गुप्ता, जेल रोडनशे में गाड़ी चलाने से रोड एक्सीडेंट होते हैं। इससे दुर्घटना होने की आशंका दो गुना तक बढ़ जाती है। कभी भी हमें ड्रिंक कर ड्राइव नहीं करना चाहिए। न ही फोन पर बात करना चाहिए। अंश यादव, स्टूडेंट ट्रैफिक रूल्स को न मानने वालों पर ट्रैफिक नियमों के तहत चालानी कार्रवाई की जाती है। यदि वाहन चालक ट्रैफिक नियमों का पालन करें तो काफी हद तक हादसों पर रोकथाम हो जाएगी। श्याम देव, एसपी ट्रैफिक

Posted By: Inextlive