बदमाशों का एनकाउंटर, बच रहे शरणदाता
- गुलरिहा में शूटर विपिन सिंह के खिलाफ हुई थी कार्रवाई
- माफिया राकेश फरार घोषित, मददगारों पर नहीं कसा शिकंजा GORAKHPUR: शहर में टॉप बदमाशों की लिस्ट बनने के चंद घंटों के भीतर पन्ना लाल यादव को एसटीएफ ने बहराइच में मार गिराया। पन्नालाल के एनकांउटर के बाद से जिले के बदमाशों में खलबली मची है। गोरखपुर में पन्नालाल से जुड़े लोगों पर भी पुलिस की नजर है। पन्नालाल के एनकाउंटर के बाद उससे जुड़े शातिरों की तलाश के दावे किए जा रहे हैं। इसके पहले नौ जून को गोली चलाकर भाग रहे शार्प शूटर विपिन सिंह को पुलिस ने गुलरिहा एरिया में मार गिराया था। तब घटना स्थल से उसके साथी फरार हो गए थे। इस मामले में उनके शरणदाताओं के खिलाफ भी पुलिस कार्रवाई नहीं कर सकी। पुलिस अफसरों का कहना है कि इस संबंध में निर्देश जारी किए गए हैं।थानेवार हिस्ट लिस्ट पर होगा काम
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि लूट, मर्डर, छिनैती, चोरी सहित अन्य वारदातों को अंजाम देने वाले बदमाशों की लिस्ट नए सिरे से तैयार की जा रही है। जिला स्तर पर टॉप 10 की सूची तैयार हो चुकी है। साथ ही शहर और देहात के सौ बदमाशों की लिस्ट फाइनल हुई है। लिस्ट में शामिल शातिरों के खिलाफ कार्रवाई का प्लान चल रहा है। थानेवार हिट लिस्ट में किसका नाम शामिल है। इस बात की जानकारी के लिए भी शातिर परेशान हो उठे हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सबकी निगरानी के लिए थानेदारों सहित अन्य को जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह भी कहा गया है कि बदमाशों के साथ-साथ उनके मददगारों और संरक्षणदाताओं के खिलाफ भी कार्रवाइर्1 की जाए।
शरणदाताओं पर नहीं कसा शिकंजानौ जून को गुलरिहा एरिया में प्रापर्टी डीलर, उसके दोस्त के भाई और एक बच्चे पर गोली चलाकर भाग रहे विपिन सिंह को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था। माफिया के घर पर दावत खाने के बाद वह प्रापर्टी डीलर आशीष उर्फ छोटू के घर पर चढ़ गया। वहां फायरिंग करने के बाद पिपराइच के शाहगंज में आशीष के दोस्त अरुण के घर पहुंचा। उस समय अरुण अपने घर पर नहीं था। अरुण के भाई दीपचंद पर गोली चलाकर विपिन सिंह और उसके साथी भागने लगे। रास्ते में बदमाशों ने बच्चे को गोली मार दी। भागने के दौरान पब्लिक ने उनकी घेराबंदी की। इस दौरान पुलिस मुठभेड़ के उसके पेट में गोली लगी। अन्य बदमाश घटना स्थल से फरार हो गए। पुलिस की जांच में सामने आया कि कुछ बदमाशों ने सरहरी एरिया में शरण ली थी। जानकारी मिलने पर पुलिस की टीम पहुंची। लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। पुलिस ने शरणदाता को चिह्नित कर लिया। लेकिन उसके प्रभाव की वजह से कोई कार्रवाई नहीं हुई। घटना में फरार माफिया राकेश यादव की तलाश में पुलिस नाकाम है।
इन बिंदुओं पर जांच ठप विपिन सिंह के साथ कौन-कौन लोग जुड़े हुए थे। गुलरिहा की घटना से फरार बदमाशों को किसने शरण दी। शरणदाताओं का उनके साथ क्या रिश्ता रहा है। किस वजह से मदद दी गई। माफिया राकेश यादव के संपर्क में कितने लोग रहे हैं। उनका क्या-क्या संबंध रहा है। विपिन सिंह के पास कितनी प्रापर्टी है। उसने किसका इस्तेमाल कर प्रापर्टी जुटाइर्। वर्जन माफिया राकेश यादव को फरार घोषित किया गया है। पुलिस टीम उसकी तलाश में जुटी है। बदमाशों को शरण देने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। डॉ। सुनील गुप्ता, एसएसपी