-अब रेप के गंभीर मामले की डीएनए जांच कराएगी गोरखपुर पुलिस, कलेक्ट कर रहे सैंपल

GORAKHPUR: रेप के झूठे केस में कोई फंसे नहीं और गुनाहगार कोई बचे नहीं की तर्ज पर गोरखपुर पुलिस ने काम करना शुरू कर दिया है। इसमें अहम कड़ी साबित होगी डीएनए जांच। इस कारण पुलिस ने हर केस की डीएनए जांच कराने का फैसला लिया है। पुलिस अफसरों का कहना है कि एविडेंस के अभाव में आरोपित जेल से छूट जाते हैं। इसका बड़ा फायदा उन लोगों को मिलेगा, जिनके खिलाफ रेप की फर्जी एफआईआर दर्ज कराई गई हो।

देरी होने से मिट जाते सबूत

रेप पीडि़त को इंसाफ दिलाने के लिए पैथोलॉजी में वैजाइनल स्वैब भेजा जाता था। इसके अलावा बॉडी की चोटें भी अहम होती थीं। लेकिन ज्यादातर मामलों में रेप की पुष्टि नहीं हो पाती थी। ऐसा भी हुआ है कि रेप की शिकायत से लेकर मेडिकल जांच तक काफी लंबा समय लग जाता है। कई बार तो 72 से 84 घंटे बाद ही पीडि़त की जांच हो पाती है। इससे कई बार जरूरी सबूत मिट जाते हैं। इसको देखते हुए नई व्यवस्था लागू की गई। जिसमें पीडि़त महिला और आरोपी का डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। दोनों के खून की जांच के साथ पीडि़त महिला के वैजाइनल स्वेब सहित अन्य जांचें भी होंगी। इससे रेप के मामलों में विवेचना के दौरान साक्ष्य जुटाने के लिए पुलिस डीएनए टेस्ट का सहारा भी ले सकेगी।

झूठे आरोपों से उठेगा पर्दा

कई बार किसी को फंसाने के नजरिए से भी रेप के मामले दर्ज कराए जाते हैं। शाहपुर, तिवारीपुर और कैंट एरिया में ऐसा मामला सामने आ चुका है। एक ही पीडि़त ने कई बार कुछ लोगों को टारगेट कर रेप का मामला दर्ज करा दिया। विवेचना के दौरान जांच में पता लगा कि जिस दिन घटना बताई गई है उस दिन आरोपित कहीं और मौजूद थे। जिनके पास पुख्ता सबूत थे उनको जांच में राहत मिल गई। लेकिन कुछ मामलों में आरोपित को जेल भी जाना पड़ा। पुलिस ने यह कहकर अपना पीछा छुड़ा लिया कि कोर्ट में जाकर अपना सबूत पेश करना। कैंट एरिया में रहने वाले एक युवक के खिलाफ रेप की एफआईआर हुई थी। ऐसा भी हुआ है कि रेप के फर्जी मामलों में समझौते के लिए भारी रकम वसूली जाती है। इस पर रोकथाम लग सकेगी।

छह माह तक कारगर है डीएनए

रेप के मामले की जांच के लिए डीएनए टेस्ट बहुत ही कारगर है। फॉरेंसिक से जुड़े लोगों का कहना है कि छह माह तक के पुराने मामले में भी डीएनए टेस्ट के दौरान रेप की पुष्टि हो जाती है। इससे आरोपी के बचने की संभावना नहीं रहती।

गैंगरेप में पकड़ा गया एक आरोपित

केस 1

गोरखनाथ एरिया से लौट रही युवती का अपहरण करके रेलवे स्टेशन के होटल में गैंग रेप करने का एक आरोपी पकड़ा गया है। पुलिस के पास उसके खिलाफ पुख्ता सबूत हैं। लेकिन वह खुद को बेगुनाह बता रहा है। डीएनए जांच के लिए पुलिस ने उसके ब्लड का सैंपल कलेक्ट किया है। पीडि़त का ब्लड सैंपल पहले ही पुलिस ले चुकी है।

जेल में जाकर कलेक्ट किया सैंपल

केस 2

पीपीगंज की एक किशोरी के साथ दो लोगों ने रेप किया। उसके पे्रग्नेंट होने पर मामला सामने आया। कुछ दिनों के बाद एक नवजात की डेड बॉडी मिली। इस मामले में आरोपियों की तलाश चल रही थी। बच्चे के मर्डर के आरोप में गिरफ्तार मां का सैंपल पुलिस ने लिया। आरोपित ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। इस मामले में रेप, पाक्सो और मर्डर का मुकदमा दर्ज है। आरोपित विभाष्म का ब्लड सैंपल भी पुलिस कलेक्ट कर चुकी है।

वर्जन

रेप के मामलों में डीएनए जांच कराने की जरूरत पड़ सकती है। इसलिए आरोपियों और पीडि़त के ब्लड सैंपल लिए जा रहे है। जिन मामलों में डीएनए जांच की आवश्यकता पड़ेगी। उन मामलों में लैब में सैंपल भेजकर जांच कराई जाएगी।

डॉ। सुनील गुप्ता, एसएसपी

Posted By: Inextlive