मानसून शुरू हो चुका है। इसको देखते हुए बाढ़ग्रस्त एरियाज में आने वाले रेलमार्गों की सुरक्षा के लिए रेलवे की तरफ से कई एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। एनईआर रेल के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि ऐसे कई रेलमार्ग हैं, जहां भारी बारिश में रेल पटरियों अथवा पुलों पर बाढृ का पानी जमा होने से परिचालन बाधित हो जाता है। रेल परिचालन कम बाधित हो इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

दरअसल मानसून के दौरान यूपी के कई एरियाज बाढ़ की चपेट में आ जाते हैं। इससे निपटने के लिए एनईआर रेलवे द्वारा बाढ़ पूर्व एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। ताकि बाढ़ की स्थिति में जब रेल परिचालन बाधित हो तो जल्द से जल्द रेल परिचालन बहाल किया जा सके। रेलवे प्रशासन ने मानसून काल में 15 जून से 15 अक्टूबर तक इंजीनियरिंग विभाग को इस पर कार्ययोजना बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। मंडल के सभी स्टेशनों पर बोल्डर, बालू आदि रिजर्व किए जा चुके हैं।

इंजीनियरिंग विभाग कर रहा मानिटरिंग

एनईआर रेलवे इंजीनियरिंग विभाग महत्वपूर्ण पुलों के रख-रखाव, नदियों के जलस्तर पर पैनी नजर गड़ाए हुए हैं। गोरखपुर, लखनऊ, वाराणसी, इज्जतनगर, मंडल में नदियों के जलस्तर जिन पर महत्वपूर्ण पुल बनाए गए हैं कि डेली मानिटरिंग कर रहा है। इसके अलावा डेली हो रही बारिश पर भी सतर्क निगाह रखा जा रहा है। ताकि कहीं जलजमाव होने पर तत्काल उसका निस्तारण किया जा सके। मानसून को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। संवेदनशील जगहों की निगरानी के लिए पेट्रोलिंग चार्ट जारी कर दिए गए हैं। जिसके अनुसार सभी ऐसे स्थानों की निगरानी की जा रही है।

Posted By: Inextlive