- आरटीओ में शुरू होगी व्यवस्था, मिलेगा सबको लाभ

- बेस फेयर के बाद अतिरिक्त रकम से कमाएंगे राजस्व

GORAKHPUR:

वाहनों के लिए वीआईपी नंबर लेने के लिए अधिक पैसा खर्च करना पड़ेगा। वीआईपी नंबर को खरीदने के लिए नीलामी में शामिल होना पड़ेगा। प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप वीआईपी नंबर्स बांटने के लिए आनलाइन बोली लगाने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। नए साफ्टवेयर पर आरटीओ की पूरी प्रक्रिया संचालित होने से ग्राहक घर बैठे इस योजना का लाभ उठा सकेंगे। आरटीओ से जुड़े लोगों का कहना है कि इस प्रोसेस से अधिक से अधिक रेवन्यू जनरेट करने में मदद मिलेगी। वीआईपी नंबर की चाहत रखने वालों को भटकना नहीं पड़ेगा।

एक हफ्ते पहले आवेदन, जारी होगी सीरीज

व्हीकल के वीआईपी रजिस्ट्रेशन नंबरों के लिए हर हफ्ते एक नई सीरीज जारी की जाएगी। जिसके लिए सात दिनों तक बोली लगाई जा सकेगी। एक हफ्ते पहले बोली लगाने वाले लोगों के बीच अधिक से अधिक दाम चुकाने वाले को वीआईपी नंबर एलाट कर दिया जाएगा। सभी नंबरों के लिए न्यूनतम रेट पहले से तय होगा। इस दौरान अधिकतम बोली लगाने वाला यदि नहीं आएगा तो उसके इंतजार में प्रक्रिया को एक हफ्ते के लिए टाल दिया जाएगा।

पहले आओ, पहले पाओ बनेगा बेस

आरटीओ से जुड़े लोगों का कहना है कि प्रक्रिया के दौरान अधिकतम बोली लगाने वाले बढ़ी समय सीमा के भीतर यदि नहीं आते हैं तो उनकी जगह दूसरों को नंबर एलाट किया जाएगा। इस दौरान पहले आओ और पहले पाओ के आधार पर नंबर को बांटा जाएगा। जो खरीददार सबसे पहले बोली लगा देगा। उसको ये नंबर एलाट कर दिए जाएंगे। रजिस्ट्रेशन नंबर देने के लिए तीन कैटेगरी तय की जाएगी। इसमें कैटेगरी के अनुसार रजिस्ट्रेशन नंबर का न्यूनतम रेट तय होगा।

कैटेगरी रेट सीरीज

फ‌र्स्ट 15000 0001, 0009, 4444, 0786

सेकेंड 7500 0100, 0800, 0900,9800

थर्ड 6000 0020, 0030, 0044, 9988

फोर्थ 3000 73, 18, 20, 7373, 2142

ये होगी बोली लगाने की शर्ते

- एक हफ्ते पहले साइट पर बोली लगेगी। सुबह 10 बजे से रजिस्ट्रेशन शुरू होगा।

- सात दिनों में चार दिन बोली लगाने वालों के रजिस्ट्रेशन होंगे।

- अगले तीन दिन रजिस्टर्ड संख्याओं के आधार पर बोली लगेगी।

- कम से कम तीन ग्राहकों के बीच बोली लगाने की प्रक्रिया पूरी होगी।

- एक से अधिक नंबर के रजिस्ट्रेशन पर अलग-अलग बोली लगेगी। अलग फीस जमा होगी।

- बोली के दौरान निर्धारित फीस एक तिहाई जमा कराना होगा। लॉगिन पर मिलेगी पूरी सूचना।

- सफल बोली लगाने पर नाम तत्काल पोर्टल पर जारी कर दिया जाएगा।

- नंबर एलाट होने पर सात दिन के भीतर फीस आनलाइन जमा कराना हेागा।

वर्जन-

वीआईपी नंबर लेने के लिए मारामारी मची रहती है। यह व्यवस्था उपलब्ध कराने की प्रक्रिया चल रही है। साफ्टवेयर अपडेट होने से इसका लाभ वाहन ऑनर्स को मिल सकेगा। लोग घर बैठे आनलाइन बोली लगा सकेंगे। इससे जहां लोगों को मनचाहा नंबर मिल जाएगा। वहीं आरटीओ का राजस्व बढ़ेगा।

एसआर पाल, एआरटीओ प्रशासन

Posted By: Inextlive