- किसी न किसी मामले में एटीएस की टीमें कर रही छापेमारी

- टेरर फडिंग और हवाला कारोबार में पकड़े गए थे कई लोग

- रोहिंग्या के मामले में फिर से सुर्खियों में आ गया है गोरखपुर

GORAKHPUR: शहर में रोहिंग्या की तलाश को लेकर एटीएस की छानबीन जारी है। गुलरिहा एरिया में बुधवार को टीम ने छानबीन की थी। लोकल खुफिया एजेंसियां भी इस बात को लेकर अलर्ट मोड में हैं। 29 दिसंबर को एटीएस की टीम गोलघर के बलदेव प्लाजा स्थित एक मोबाइल शॉप में छापेमारी कर दस्तावेजों को कब्जे में लिया था। बुधवार को दोबारा गोरखपुर और महराजगंज के बार्डर पर एटीएस की टीमों की सक्रियता बनी रही। कहा जा रहा है कि किन्हीं न किन्हीं वजहों से एटीएस की नजर शहर पर है। टेरर फडिंग, हवाला और आतंकियों की घुसपैठ को लेकर कड़ी निगरानी की जा रही है। बुधवार को भटहट में एटीएस ने छानबीन की। चिलबिलवा और अमवां भी टीमों ने कुछ लोगों से पूछताछ कर जानकारी जुटाई। इसलिए संदिग्धों को लेकर भी खुफिया अलर्ट किया गया है।

सीरियल ब्लास्ट के बाद बढ़ गई सक्रियता

22 मई 2007 को गोलघर में सीरियल ब्लास्ट हुए थे। तभी से शहर में आतंकी गतिविधियों की सक्रियता सामने आ रही हैं। सीरियल ब्लास्ट के मुख्य आरोपित तारिक काजमी को सिविल कोर्ट गोरखपुर से आजीवन कारावास और आर्थिक जुर्माना की सजा मिल चुकी है। लेकिन संदिग्ध गतिविधियों का साया शहर पर मंडरा रहा है। इसलिए एटीएस की एक टीम को स्थापित कर संदिग्धों की निगरानी की जा रही है। हाल में हवाला कारोबार से लिंक जुड़ने से भी एटीएस कुछ संदिग्धों पर बराबर नजर रख रही है।

इसलिए एटीएस की नजर

शहर में प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर स्थापित है। सीएम योगी का आवास वहां है।

14 जनवरी से खिचड़ी मेला शुरू होता है। हर साल एटीएस की टीम पहुंचती है।

2007 में गोलघर मार्केट में सीरियल ब्लास्ट हो चुके हैं।

गोरखपुर से सटे नेपाल बार्डर की खुली सीमा से आवाजाही होती है।

संदिग्ध गतिविधियों के लिए आतंकी आसपास के एरिया का इस्तेमाल करते हैं।

पूर्व में गोरखपुर और नेपाल बार्डर से आतंकी पकड़े जा चुके हैं।

हवाला और टेरर फडिंग के मामलों में गोरखपुर का नाम प्रमुखता से जुड़ा है।

अक्टूबर, 2019 में लश्कर-ए-तैयबा के स्लीपिंग माड्यूल के बारे में खुफिया अलर्ट जारी हुआ था।

कब, कब हुई एटीएस की कार्रवाई

06 जनवरी 2020: गुलरिहा और पिपराइच एरिया में एटीएस की टीम ने छानबीन की।

29 दिसंबर 2020: गोलघर के बलदेव प्लाजा में मोबाइल शॉप पर पुलिस की टीम ने छापेमारी की।

23 अगस्त 2020: चाय की दुकान चलाने वाले हनीफ को हिरासत में लेकर एटीएस ने पूछताछ की थी।

24 मार्च 2018: एटीएस की टीम ने तीन मोबाइल पर छापेमारी की। शाहपुर एरिया में मार्ट चलाने वाले के परिजनों से पूछताछ की।

किराए पर मकान देने से करें पड़ताल

दो दिनों से गोरखपुर, बस्ती, संतकबीर नगर और महराजगंज सहित कई जिलों में एटीएस की टीमें एक्टिव हैं। बुधवार को टीम ने जांच पड़ताल की। इसके बाद से लोकल पुलिस और खुफिया महकमे में हड़कंप मचा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि किसी तरह के संदिग्ध की सूचना मिलने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। किराएदारों के वेरिफिकेशन को लेकर भी कदम उठाए जाएंगे। इसलिए किसी को भी मकान देने के पहले पड़ताल जरूर करें।

सड़कों के किनारे डेरों की होगी जांच

संदिग्धों का मामला सामने आने के बाद एक बार फिर से पुलिस हरकत में आई है। रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन सहित अन्य जगहों पर रहने वाले खानाबदोशों के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी। हाइवे के किनारे टेंट डालकर सामान बेचने वालों सहित अन्य के बारे में जानकारी पुलिस जुटा रही है। लोकल इंटेलीजेंस यूनिट के लोगों को इसकी जिम्मेदारी सौंप दी गई है। लेकिन पुलिस अधिकारी इस बात की पुष्टि नहीं कर रही है।

ये बरतें सावधानी

- किराए पर मकान देने के पहले पूरी पड़ताल करें।

- किराएदार का वेरिफिकेशन कराने के लिए पुलिस को सूचना दें।

- किराएदार का पूरा दस्तावेज जमा कराएं, लोकल रिफरेंस भी रखें।

- मोहल्ले में किसी तरह की संदिग्ध गतिविधि होने पर पुलिस को बताएं।

वर्जन

जिले में पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड में है। यदि कहीं से किसी तरह की सूचना मिलती है तो विभिन्न एजेंसियों से तालमेल बिठाकर कार्रवाई की जाएगी। संदिग्धों की जांच पड़ताल के निर्देश दिए गए हैं।

जोगेंद्र कुमार, डीआईजी- एसएसपी

Posted By: Inextlive