- एनेक्सी सभागार में हुआ लाइव टेलीकास्ट एवं स्वीकृति पत्र वितरण का प्रोग्राम

GORAKHPUR:

कोरोना से निराश्रित हुए बच्चों के भरण पोषण, शिक्षा और सुरक्षा के लिए 'उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना' का वर्चुअल शुभारंभ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल एवं सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लोक भवन लखनऊ से किया। प्रोग्राम का लाइव टेलीकास्ट एवं स्वीकृति पत्र वितरण सर्किट हाउस एनेक्सी सभागार में हुआ। जिले के कुल 176 लाभार्थियों का चयन किया गया है। जिन्हें स्वीकृति पत्र वितरित करने के साथ ही 4 हजार रुपए प्रतिमाह की दर से तीन माह जुलाई, अगस्त तथा सितम्बर के कुल 12 हजार रुपए की धनराशि पैरेंट्स के खाते में भेजी जाएगी। इस मौके पर कुल 20 लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र जनप्रतिनिधियों ने अपने हाथों से वितरित किया।

पैरेंट्स का रोल अदा करेगी सरकार

योजना के संबंध में बताया गया कि ऐसे सभी बच्चे जिनके पैरेंट्स अथवा दोनों की कोरोना संक्रमण से मौत हो गयी है तथा इन बच्चों के कोई करीबी अभिभावक न हो अथवा होने के बाद वह उन्हें अपनाना न चाहें या अपनाने में सक्षम न हों। ऐसे बच्चों के भरण पोषण, शिक्षा, सुरक्षा आदि की व्यवस्था के लिए आर्थिक सहयोग प्रदान करना उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का मुख्य उद्देश्य है। इस अवसर पर नगर विधायक डॉ। राधा मोहनदास अग्रवाल ने बताया कि निराश्रित महिलाओं एवं बच्चों के पूनर्वास एवं संरक्षण के लिए सरकार पूरी तरह से कटिबद्ध है।

बच्चों को मिलेगा लाभ

ग्रामीण विधायक विपिन सिंह ने बताया कि इस योजना के तहत जन्म से 10 वर्ष के आयु के बच्चों के वैध संरक्षण के खाते में 4 हजार रुपए प्रतिमाह की दर से देय होगी। इसके अतिरिक्त ऐसे बच्चें जो पूर्णत: अनाथ हो गये हो बाल समिति के आदेश से विभाग के अन्तर्गत संचालित बाल देखभाल संस्थाओं में आवासित कराये गए हों, कक्षा 6 से कक्षा 12 तक की शिक्षा अटल आवासीय विद्यालयों तथा कस्तूरबा गांधी विद्यालायों में प्रवेसित कराया जाएगा। विधायक चौरीचौरा संगीता यादव ने कहा, सरकार सर्वहित में कार्य कर रही है। उन्होंने महिलाओं को स्वयं सहायता समूह से जुड़ने का सुझाव दिया।

टैबलेट-लैपटॉप की मिलेगी सुविधा

डीएम के विजयेन्द्र पाण्डियन ने बताया कि इस योजना से आच्छादित ऐसी सभी बालिकाओं की शादी के लिए प्रदेश सरकार द्वारा 1 लाख 1 हजार की धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी। इसके बाद इस योजना के अन्तर्गत आने वाले कक्षा 9 या इससे ऊपर में अथवा व्यवसायिक शिक्षा प्राप्त कर रहे 18 वर्ष तक के बच्चों को टैबलेट-लैपटॉप की सुविधा एक बार मिलेगी। कार्यक्रम का संचालन जिला प्रोबेशन अधिकारी सरबजीत सिंह ने किया। इस दौरान खजनी विधायक संत प्रसाद, सीडीओ इन्द्रजीत सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

फैक्ट फाइल

176 बच्चे उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना में चिह्नित

4 हजार रुपए प्रतिमाह मिलेंगे

20 लाभार्थियों को मिले स्वीकृति पत्र

Posted By: Inextlive