हॉलमार्क सेंटर नहीं कर सकेंगे पॉल्युशन, बोर्ड से लेनी होगी एनओसी
- पॉल्यूशन नियंत्रण बोर्ड से लेनी होगी एनओसी, नहीं तो कार्रवाई
- सिटी के हॉलमार्क सेंटर को बीआईएस से आया नोटिस, दीपिका हॉलमार्किग सेंटर ने ली एनओसी GORAKHPUR: सिटी में बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड लगातार कदम उठा रहा है। अब गोरखपुर के गोल्ड ज्वेलरी हॉलमार्किग सेंटरों पर भी पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड की नजर पड़ी है। बोर्ड ने आदेश जारी किए हैं कि अब हॉलमार्किग सेंटर के ऑनर को भी पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड से एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) लेनी होगी। इसके लिए हॉलमार्किग सेंटर को नोटिस भी जारी कर दिए हैं। जो हॉलमार्किग सेंटर पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड से एनओसी नहीं लेंगे, उन पर कार्रवाई होगी। सिटी में हैं 3 हॉलमार्किग सेंटर - एबी हॉलमार्किग सेंटर, हिंदी बाजार - दीपिका हॉलमार्किग सेंटर, हिंदी बाजार - आशीर्वाद हॉलमार्किग सेंटर, हिंदी बाजार ये हैं निर्देशबोर्ड के आदेश हैं कि गोल्ड ज्वेलरी एवं हॉलमार्किग सेंटर के लिए दोनों तरह से एनओसी लेनी होगी। क्षेत्रीय प्रदूषण नियत्रण अधिकारी पंकज यादव का कहना है कि हॉलमार्किग सेंटरों के लिए एनओसी का प्रावधान किया गया है। अभी तक दीपिका हॉलमार्किग सेंटर, हिंदी बाजार ने एनओसी लिया है बाकी अभी प्रोसेस में हैं।
क्या है हॉलमार्क गोल्डसोने की शुद्धता और सुंदरता को प्रमाणित करने की प्रक्रिया को हॉलमार्किग कहा जाता है। भारतीय मानक यूरो, भारत का राष्ट्रीय मानक निकाय है, बीआईएस अधिनियम के तहत सोने के साथ ही साथ चांदी के ज्वेलरी की भी हॉलमार्किग आवश्यक है। बीआईएस हॉलमार्क यह प्रमाणित करता है कि आभूषण या सोने का बार मानकों के अनुसार तैयार किया गया है। हॉलमार्किग से उपभोक्ताओं को सोने की प्रामाणिकता और शुद्धता के बारे में आश्वासन मिलता है।
फैक्ट फिगर 1500 रजिस्टर्ड 75 दुकानें लगभग भारतीय मानक ब्यूरो के अनुसार चल रहीं सिटी में 500 अनरजिस्टर्ड दुकानें हैं सिटी में। कथन पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड से एनओसी लेना अनिवार्य है। सरकार की गाइडलाइन का सभी पालन करें और हम लोग करते भी हैं। जिससे हमारा विश्वास और बढ़े। हम सिर्फ हॉलमार्क ज्वेलरी बेचते हैं। -अतुल सराफ, डायरेक्टर, ऐश्प्रा सरकार के आदेश सभी हॉलमार्क सेंटर फॉलो करें। हम लोग सरकार की गाइडलाइन को फॉलो करते हैं और सभी को समय-समय पर अवेयर करते हैं। - पंकज गोयल, अध्यक्ष सराफा एसोसिएशन गोरखपुर में अभी तीन हॉलमार्क सेंटर हैं। सभी को पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड से एनओसी लेना है। सभी लोग प्रोसेस में है। - महेश वर्मा, महामंत्री, सराफा एसोसिएशन