जियोग्राफिक इंफार्मेशन सिस्टम जीआईएस से सर्वे के बाद नए कर को लेकर नागरिकों के असमंजस को दूर करने की नगर निगम ने नई पहल की है. अब नए कर पर आपत्ति करने से पहले नागरिक कर निरीक्षकों से मुलाकात कर पूरी जानकारी पा सकेंगे. इसके लिए हेल्प डेस्क का गठन किया जा रहा है. नगर निगम के पुराने सदन भवन में हेल्प डेस्क पर कर निरीक्षकों को लगाया जाएगा. यह कर निरीक्षक नागरिकों को नए कर के बारे में पूरी जानकारी देंगे. यदि इसके बाद भी किसी के मन में कोई सवाल रह जाता है तो वह सौ रुपये जमा कर आपत्ति दाखिल कर सकेगा.


गोरखपुर (ब्यूरो).नगर निगम के 46 वार्डों में जीआईएस सर्वे का काम पूरा हो चुका है। सर्वे में अधिकांश मकानों का क्षेत्रफल बढ़ा मिला। इसके आधार पर नगर निगम ने नया कर निर्धारित किया है। कर बढऩे के बाद नागरिकों में नए कर को लेकर काफी असमंजस है। कुछ का कर दो से तीन गुना तो कुछ का 10 गुना तक बढ़ गया है। कई नागरिकों का कहना है कि मकान 25 साल से ज्यादा पुराना है लेकिन निर्माण वर्ष किसी का 10 तो किसी का 15 साल दिखाया गया है। सीवर लाइन और पानी की लाइन न होने के बाद भी कई नागरिकों को मिले नोटिस में इनका कर लगा हुआ है।कर के मुद्दे पर नगर आयुक्त से मिले लोग
शुक्रवार को बढ़े कर के मुद्दे पर कई नागरिकों ने नगर आयुक्त से मुलाकात की। नगर आयुक्त ने अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्र से नागरिकों की बात कराकर कर को लेकर असमंजस के बारे में बात करने को कहा। अपर नगर आयुक्त ने बताया कि अधिकांश नागरिकों का मकान दो से तीन तल का बन चुका है, लेकिन कर अभी उनसे ग्राउंड फ्लोर का ही लिया जा रहा था। इनमें भी मकान के क्षेत्रफल के अनुसार कर नहीं निर्धारित था। नागरिकों को पूरी जानकारी दी गई तो वह संतुष्ट होकर गए।जीआईएस सर्वे में कर को लेकर नागरिकों का असमंजस दूर करने के लिए हेल्प डेस्क का गठन किया जा रहा है। कर निरीक्षक नागरिकों के हर सवाल का जवाब देंगे। यदि नागरिक जवाब से संतुष्ट नहीं हैं तो वह आपत्ति दाखिल कर सकेंगे। इस व्यवस्था से नागरिकों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। - अविनाश ङ्क्षसह, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive